सत्यम घोटाले की परतें उजागर करने के मकसद से सेबी अधिकारियों के एक दल ने कंपनी के पूर्व वित्त अधिकारी वाडलामणि श्रीनिवास से भी पूछताछ शुरू कर दी। श्रीनिवास इस समय न्यायिक हिरासत में चंचलगुडा जेल में बंद हैं। सेबी स्थानीय अदालत की अनुमति के बाद सत्यम मामले के आरोपियों से पूछताछ कर रहा है। हैदराबाद के छठे न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सत्यम के पूर्व सीएफओ और दोनों ऑडिटरों से पूछताछ की अनुमति के लिए सेबी की अर्जी को 18 फरवरी को स्वीकार किया था। सेबी का दल सुबह जेल पहुंचा और सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज कंपनी के खातों में हुई लगभग 8000 करोड़ रुपये की हेरा-फेरी के सिलसिले में पूछताछ शुरू की। सेबी के पांच अधिकारियों के एक दल ने गुरुवार को सत्यम के बाहरी ऑडिटर प्राइस वाटरहाउस के दो भागीदारों एस.गोपालकृष्ण न और तालूरी श्रीनिवास से भी पूछताछ की थी। ये दोनों भी न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। सेबी के दल में मुंबई और चेन्नई कार्यालय के अधिकारी शामिल थे। घोटाले के सूत्रधार समझे जाने सत्यम के संस्थापक अध्यक्ष बी. रामलिंग राजू और कंपनी के पूर्व निदेशक तथा राजू के भाई राम राजू से भी सेबी ने उच्चतम न्यायालय से अनुमति लेकर 4 फरवरी से 6 फरवरी तक पूछताछ की थी। स्पाइस खरीदेगी, बशर्ते 51 फीसदी हिस्सा मिले स्पाइस कॉर्प ने कहा है कि उसके बोर्ड ने सत्यम कंप्यूटर के अधिग्रहण के लिए बोली लगाने को मंजूरी दे दी है। हालांकि कंपनी तभी बोली लगाएगी, जब 51 फीसदी हिस्सेदारी की पेशकश की जाएगी। स्पाइस कॉर्प के अध्यक्ष बी. के. मोदी ने कहा कि बोर्ड ने सत्यम पर सीएलबी के आदेश के बारे में चर्चा की और निर्णय किया कि अगर सत्यम 51 फीसदी हिस्सेदारी की पेशकश करती है, तभी बोली के लिए आगे बढ़ा जाए। उन्होंने कहा कि सीएलबी ने कंपनी को 51 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का निर्देश दिया है। चंचलगुडा जेल में की पूछताछजेल में बंद ऑडिटरों और राजू बंधुओं से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
