एटीएम से ज्यादा नकदी आनी शुरू हो गई है लेकिन पिछले 3 दिनों के दौरान पूरे देश में नकद निकासी सामान्य से अधिक बनी रही। बुधवार को पूरे देश में लोगों ने एटीएम से 98.1 अरब रुपये निकाले जो मंगलवार के 84.7 अरब रुपये की तुलना में 16 फीसदी अधिक है।
केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को आश्वासन दिया था कि ज्यादा नोट छापकर नकदी संकट की समस्या को दूर किया जाएगा। बिज़नेस स्टैंडर्ड द्वारा देखे गए आंकड़ों के मुताबिक 16 अप्रैल को पूरे देश में एटीएम से 66.6 अरब रुपये की नकद निकासी की गई। अधिकारियों का कहना है कि सामान्य तौर पर देशभर में रोजाना एटीएम से 65 से 70 अरब रुपये निकाले जाते हैं।
गुरुवार दोपहर तक सभी राज्यों में 82 फीसदी एटीएम ने काम करना शुरू कर दिया था जबकि 16 अप्रैल को 60 फीसदी एटीएम ही काम कर रहे थे।
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'सामान्य स्थिति बहाल हो रही है। ज्यादा नकदी निकासी का मतलब है कि एटीएम में पर्याप्त नकदी उपलब्ध है। हालांकि निकासी की दर सामान्य से बहुत ज्यादा है। शुक्रवार तक 85 फीसदी एटीएम काम करना शुरू कर देंगे।'
अलबत्ता कुछ राज्यों में स्थिति अब भी बदतर बनी हुई है। बिहार में 61 फीसदी, झारखंड में 67 फीसदी, कर्नाटक में 72 फीसदी, आंध्र प्रदेश 73 फीसदी और मध्य प्रदेश में 76 फीसदी एटीएम ही काम कर रहे हैं। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने बिहार और झारखंड में वितरण के लिए बिहार में एक करेंसी चेस्ट में अतिरिक्त 10 अरब रुपये भेजे हैं।
अधिकारी ने कहा, 'बुधवार से 2,000 रुपये के नोट बैंकिंग व्यवस्था में आने शुरू हो गए हैं। अब निकासी और जमा में बहुत अंतर नहीं है।' भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि एटीएम में नकदी संकट की समस्या शुक्रवार तक सुलझ जाएगी।
उन्होंने कहा, 'पूरे देश में नकदी की समस्या नहीं है। यह तेलंगाना और बिहार जैसे राज्यों तक सीमित है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि कल तक समस्या सुलझ जाएगी'
कुमार ने नकदी संकट की स्थिति के लिए नकदी की जमाखोरी को भी एक कारण बताया। उन्होंने कहा, 'अगर हम सारी नकदी अपने पास रख लेंगे तो फिर बैंकों से जो भी आपूर्ति होगी वह अपर्याप्त होगी।' इस महीने नकद निकासी और जमा में बहुत अंतर देखने को मिला है।