डिजिटल इंडिया से हॉटस्टार के सितारे बुलंद | उर्वी मलवाणिया / February 23, 2018 | | | | |
देश में टेलीविजन की पहुंच बढ़ रही है। लेकिन साथ ही 2017 में गैर-महानगरों और शहरों, विशेष रूप से एक लाख से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में ओवर दी टॉप प्लेटफॉर्म हॉटस्टार पर सामग्री को देखने के समय में अहम बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हॉटस्टार की इंडिया वॉच रिपोर्ट, 2017 के मुताबिक छोटे शहरों में प्लेटफॉर्म पर सामग्री देखने के समय में 2016 के मुकाबले 4.3 गुना बढ़ोतरी हुई है। इसकी तुलना में 10 लाख से अधिक शहरों में 4.1 गुना और महानगरों में 3.5 गुना वृद्धि दर्ज की गई है।
बहुत से शहरों मुरादाबाद (22 गुना), इलाहाबाद (13 गुना), हुबली (12 गुना) और सोनीपत (12 गुना) में शानदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। राज्यों में जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा 8.3 गुना वृद्धि हुई है। इसके बाद सिक्किम में 7 गुना और असम में 6.5 गुना वृद्धि रही है। हॉटस्टार के सीईओ अजित मोहन ने कहा, 'किफायती डेटा से नए उपभोक्ताओं की आदतें बदल रही हैं। तीन साल पहले ज्यादातर नए डेटा यूजर मैसेजिंग और टेक्स्ट सर्च से शुरुआत करते थे। सोशल प्लेटफॉर्म पर जाते थे और कुछ ही मोबाइल नेटवर्क पर वीडियो देखते थे। अब स्थिति बिल्कुल बदल गई है। अब डेटा शुल्क का कोई डर नहीं है, इसलिए नए डेटा यूजर सबसे पहले वीडियो ही देखना शुरू करते हैं। बिना किसी भाषाई बाधा के टीवी शो, फिल्मों या खेलों की उपलब्धता उनके स्मार्टफोन और डेटा के उपयोग को बढ़ा रहे हैं।'
हालांकि महानगरों में सामग्री की खपत अधिक है, लेकिन छोटे शहरों में अहम वृद्धि की वजह घरों में एक टीवी होना या डिजिटल इंडिया अभियान को बढ़ावा हो सकता है। महानगरों के अलावा देश में अब भी ज्यादातर घर ऐसे हैं, जिनमें केवल एक टीवी है, इसलिए इन घरों में व्यक्तिगत रूप से देखने के लिए मोबाइल, लैपटॉप और टैलबेट को अपनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर और असम में राजनीतिक कारणों से मीडिया (प्रिंट, रेडियो और टेलीविजन) की कमी है, जो वहां मीडिया और मनोरंजन के प्रमुख माध्यम के रूप में ओटीटी के उभार का एक प्रमुख कारक हो सकता है।
सभी दर्शकों के सामग्री देखने का समय 2017 में बढ़ा है, लेकिन ऐसा लगता है कि छोटे शहरों की महिलाएं महानगरों एवं बड़े शहरों की तुलना में ज्यादा तेजी से ऑनलाइन आ रही हैं। सामग्री देखने में वृद्धि के लिहाज से न्यू बैरकपुर (5 गुना), सिलिगुड़ी (6.5 गुना), कांचीपुरम (5 गुना) और रांची (4.7 गुना) की महिलाएं बड़े शहरों की महिलाओं से आगे हैं। 10 लाख से अधिक आबादी वाले महानगरों और शहरों में महिला दर्शकों के सामग्री देखने में दोगुनी वृद्धि है। वहीं 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में हॉटस्टार पर महिलाओं के सामग्री देखने में तिुगनी बढ़ोतरी हुई।
रिपोर्ट में एक अन्य रोचक बदलाव यह भी दर्ज किया गया है कि ओटीटी पर छोटी सामग्री (आम तौर पर 3 से 7 मिनट) सबसे ज्यादा लोकप्रिय नहीं रह गई है। हॉटस्टार पर जितनी सामग्री देखी गई, उसमें से 96 फीसदी हिस्सा 20 मिनट या उससे अधिक लंबे वीडियो का था। अब तक छोटी स्क्रीन पर छोटी सामग्री को सबसे ज्यादा लोकप्रिय माना जाता था। रिपोर्ट में कहा गया है कि हॉटस्टार पर मनोरंजन सामग्री देखने वाले कुल दर्शकों में से एक तिहाई टीवी के बजाय हॉटस्टार पर अपने पसंदीदा शो देखते हैं।
हॉटस्टार पर ज्यादा समय 20 मिनट या उससे अधिक लंबे वीडियो देखने में बिताया जा रहा है। यह वेब सीरीज के निर्माताओं के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि ज्यादातर भारतीय वेब सीरीज 18 से 22 मिनट की हैं। हॉटस्टार की इंडिया वॉट रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि ऐप पर रात में सामग्री देखने के मामले में सबसे आगे नई दिल्ली, पुणे और कानपुर हैं। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली ऐप को रात में 2 बजकर 37 मिनट पर सबसे आखिर में स्विच ऑफ करती है। पुणे में यह समय रात 2 बजकर 35 मिनट है। कानपुर में ऐप रात 2 बजकर 27 मिनट पर स्विच ऑफ होता है, जबकि अमृतसर में यह 2 बजकर 15 मिनट पर होता है। भोपाल में सबसे पहले 12 बजकर 37 मिनट पर ऐप स्विच ऑफ होता है, जबकि श्रीनगर में इसका समय 12 बजकर 47 मिनट है।
इसके अलावा हॉटस्टार 2017 में एंड्रॉयड के प्ले स्टोर से सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाला ऐप रहा। इसके वर्ष के दौरान 17 करोड़ डाउनलोड (नॉन-प्ले स्टोर डाउनलोड सहित) हुए। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिछले साल ऐप के हर एक मिनट में 325 डाउनलोड हुए, जो देश में हर महीने में पैदा होने वाले बच्चों की संख्या से भी अधिक है। हॉटस्टार यूजर्स की डेटा खपत 2017 में औसत खपत से करीब दोगुनी थी। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के मुताबिक 2017 में औसत भारतीय ने हर महीने 1.6 जीबी डेटा की खपत की। हॉटस्टार के आंकड़ों के मुताबिक ऐप के सक्रिय उपयोगकर्ताओं (सप्ताह में कम से कम दो बार हॉटस्टार का इस्तेमाल करने वाले) ने मासिक आधार पर 3जीबी डेटा की खपत की।
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