महंगी मोटरसाइकल के निर्यात में आई शानदार तेजी | सोहिनी दास / अहमदाबाद January 15, 2018 | | | | |
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने (अप्रैल से दिसंबर) के दौरान दोपहिया वाहनों के निर्यात में कुल मिलाकर 20.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इस दौरान महंगे (हाई-एंड) दोपहिया वाहनों के निर्यात में भी तेजी दर्ज की गई। अप्रैल से दिसंबर 2017 की अवधि में 250 सीसी से अधिक लेकिन 350 सीसी से कम इंजन क्षमता की श्रेणी में छह गुना वृद्धि दर्ज की गई जबकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 494 फीसदी (4,108 से 24,411 वाहन) अधिक है। जबकि इस दौरान 250 सीसी और इससे अधिक की श्रेणी में दोपहिया वाहनों के निर्यात में तिगुना वृद्धि दर्ज की गई जिसे मुख्य तौर पर टीवीएस मोटर और बजाज के वाहनों की बिक्री से बल मिला। टीवीएस मोटर ने बेंगलूरु के समीप अपने होसुर संयंत्र से बीएमडब्ल्यू बाइक का निर्यात किया जबकि बजाज ऑटो ने केटीएम और डोमिनर बाइक का निर्यात किया।
टीवीएस ने जर्मनी की प्रमुख वाहन कंपनी बीएमडब्ल्यू के लिए मार्च 2017 में 310 सीसी क्षमता के बाइक का निर्यात शुरू किया था। 310 सीसी की मोटरसाइकल और उसमें लगे इंजन का विकास टीवीएस और बीएमडब्ल्यू दोनों ने संयुक्त रूप से किया है। अप्रैल से दिसंबर की अवधि में टीवीएस ने 19,377 वाहनों का निर्यात किया जो इस श्रेणी में हुए कुल निर्यात का करीब 80 फीसदी है। कंपनी ने घरेलू और विदेशी दोनों बाजारों के लिए 500 सीसी से कम क्षमता वाली बाइक के उत्पादन के लिए अप्रैल 2013 में बीएमडब्ल्यू के साथ करार किया था। टीवीएस ने इस उद्यम में करीब 400 करोड़ रुपये का निवेश किया था। हालांकि उसने पिछले महीने भारतीय बाजार के लिए अपाचे आरआर 310 (बीएमडब्ल्यू के साथ संयुक्त रूप से विकसित) को उतारा और समय से पहले उसका निर्यात शुरू कर दिया गया थादोपहिया बाजार की 250 से 350 सीसी श्रेणी में मौजूद एक अन्य प्रमुख खिलाड़ी रॉयल एनफील्ड शामिल ने 4,981 वाहनों का निर्यात किया।
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