टीवीएस के मोपेड एक्सएल की धीमी पड़ती रफ्तार | सोहिनी दास / अहमदाबाद January 01, 2018 | | | | |
भारत में मोपेड श्रेणी में टिकाऊ नाम टीवीएस एक्सएल 100 ने इस वित्त वर्ष में अब तक 565,860 वाहनों की बिक्री दर्ज की है जो किसी एक मॉडल के लिए बड़ा आंकड़ा है, लेकिन बिक्री की गति धीमी हुई है और इसमें 7.26 फीसदी की कमी आई है। अप्रैल-नवंबर 2016-17 के बीच 28 फीसदी तक और वित्त वर्ष के समापन 23 फीसदी की वृद्घि के साथ हुआ है, पर वित्त वर्ष 2018 की शुरुआत सुस्त रहने का अनुमान है। यह जानना दिलचस्प है कि वित्त वर्ष 2017 में टीवीएस स्कूटरों की तुलना में अधिक मोपेड बेचने में कामयाब रही। जहां कंपनी ने टीवीएस एक्सएल 100 के 890,367 वाहन बेचे वहीं स्कूटरों की बिक्री का आंकड़ा 826,292 पर रहा। दरअसल, एक्सएल 100 की बिक्री नोटबंदी से भी प्रभावित नहीं हुई थी क्योंकि नवंबर से जनवरी 2016-17 के दौरान एक्सएल 100 की बिक्री पूर्ववर्ती वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 25 प्रतिशत तक बढ़ी। अकेले नवंबर में (8 नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की गई थी), एक्सएल 100 ने सालाना आधार पर 32 फीसदी की वृद्घि दर्ज की।
इस मॉडल का वित्त वर्ष 2017 में कंपनी के बिक्री राजस्व में 17 प्रतिशत का योगदान रहा। हालांकि 2017-18 में एक्सएल-100 के लिए अलग कहानी दिख रही है। यह 38,400 रुपये से 39,200 रुपये के दायरे में उपलब्ध 100 सीसी फोर-स्ट्रोक इंजन संचालित मोपेड है। एक्सएल-100 की बिक्री अप्रैल 2017 में सालाना आधार पर 13.5 फीसदी घट गई। बिक्री में जुलाई में 19.2 फीसदी तक की कमी आई। सितंबर के बाद बिक्री में कुछ सुधार आया और अप्रैल से नवंबर की अवधि में बिक्री 565,860 यूनिट रही जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 610,158 थी।
टीवीएस मोटर ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि कस्बाई और ग्रामीण बाजार में स्कूटर की बढ़ती पैठ से पुरानी मोपेड की चमक फीकी पड़ी। टीवीएस ने भी अपने अन्य मॉडलों से तेजी दर्ज की है और उसके स्कूटर जुपीटर ने वित्त वर्ष के दौरान अच्छी वृद्घि दर्ज की। इक्रा के वरिष्ठï समूह उपाध्यक्ष सुब्रत रे ने कहा, 'ग्रामीण इलाकों में स्कूटरों की लोकप्रियता बढ़ी है और स्कूटर वहां मल्टी-यूटिलिटी वाहन के तौर पर उभर रहा है। शुरू में स्कूटर एक शहरी वाहन के तौर पर लोकप्रिय था और वहां भी वह पुरुष ग्राहकों तक केंद्रित था। धीरे धीरे यह शहरी महिलाओं के लिए भी यात्रा का पसंदीदा दुपहिया बन रहा है। अब इसने ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में भी अपनी लोकप्रियता में इजाफा किया है।'
दरअसल, इस साल जून में जब देश की दूसरी सबसे बड़ी दोपहिया निर्माता होंडा मोटरसाइकिल ऐंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने अपना 110-सीसी स्कूटर क्लिक (लगभग 42,000 रुपये की कीमत पर) पेश किया तो कंपनी ने इसने स्कूटर के चलन को महानगरों से आगे ले जाने के बड़े कदम के तौर पर देखा। दूसरी तरफ, मोटरसाइकिल भी ग्रामीण इलाकों में पसंदीदा वाहन रही है। आईसीआरए ने दोपहिया उद्योग के दिसंबर 2017 के अपने विश्लेषण में कहा कि ग्राहकों के मोटरसाइकिलों की तरफ आकर्षित होने की वजह से मोपेड की वृद्घि की रफ्तार धीमी पड़ी है। टीवीएस एक्सएल की बिक्री तीन दशक से की जा रही है और हाल के वर्षों में इसके लुक में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। इस मॉडल का टीवीएस की बिक्री में मजबूत योगदान रहा है, भले ही उसके अन्य मॉडलों को उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरना पड़ा हो।
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