60 प्रतिशत बढ़ेगा ई-कॉमर्स उद्योग | |
अलनूर पीरमोहम्मद / बेंगलूरु 12 28, 2017 | | | | |
भारत के ऑनलाइन शॉपिंग उद्योग में अगले साल तेज बढ़ोतरी की उम्मीद है। एमेजॉन, फ्लिपकॉर्ट और पेटीएम मॉल उन 2 करोड़ उपभोक्ताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो इस समय हर महीने ऑनलाइन खरीदारी करते हैं। उद्योग के विश्लेषक रेडसियर कंसल्टिंग के अनुमान के मुताबिक 2018 में इस उद्योग की वृद्धि दर 60 प्रतिशत तक पहुंच सकती है, जिससे इस कारोबार के सकल कारोबारी मूल्य (जीएमवी) के हिसाब से करीब 28.5 अरब डॉलर पर पहुंचने में मदद मिलेगी। फर्म ने अनुमन लगाया है कि 2017 मेंं ऑनलाइन शॉपिंग उद्योग 23 प्रतिशत बढ़कर 17.8 अरब डॉलर पहुंच जाएगा।
रेडसियर कंसल्टिंग के सीईओ अनिल कुमार ने कहा, 'फ्लिपकॉर्ट जब धन एकत्र कर लेगी तो वह आक्रामक रूप से विस्तार पर खर्च करेगी और बाजार हिस्सेदारी बढ़ाएगी। इससे एमेजॉन को भी इसी तरह के कदम उठाने होंगे। अर आप इस साल की वृद्धि देखें तो यह पहली छमाही की तुलना में दूसरी छमाही में बहुत ज्यादा रहा। दूसरी छमाही में तेज बढ़ोतरी अगले साल की वृद्धि का आधार बनेगी।' 2016 में जहां धन की कमी की वजह से भारत के प्रमुख ई कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकॉर्ट की वृद्धि दर सुस्त रही है, वहींं स्नैपडील की स्थिति और खराब रही। इसकी वजह से तीन प्रमुख दिग्गजों की नकारात्मक जीएमवी वृद्धि से इस उद्योग की वृद्धि दर नीचे आ गई।
इसके बाद 2017 की पहली छमाही में वृद्धि दर सुस्त रही। बाद में फ्लिपकॉर्ट ने टेंसेंट से 1.4 अरब डॉलर और उसके कुछ समय बाद सॉफ्ट बैंंक से 2.5 अरब डॉलर जुटाए। अब पर्याप्त धन होने की वजह से कंपनी एक बार फिर आक्रामक है और विस्तार की ओर अग्रसर है। रेडसियर का अनुमान है कि भारत में सिर्फ 2 करोड़ लोग ऐसे हैं जो हर महीने ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं।
|