दक्षिण में मैकडी का विस्तार | विवेट सुजन पिंटो / मुंबई September 25, 2017 | | | | |
देश के दक्षिणी एवं पश्चिमी भागों में कारोबार के लिए मैकडॉनल्ड्ïस का अमित जटिया की कंपनी वेस्टलाइफ डेवलपमेंट के साथ गठजोड़ और मजबूत होने जा रहा है। जबकि उत्तर और पूर्वी भारत में मौकडॉनल्ड्ïस अपने साझेदार विक्रम बख्शी के साथ विवाद में फंस चुकी है। वेस्टलाइफ डेवलपमेंट ने आज कहा कि वह अपने 'अगली पीढ़ी' के रेस्तरां में विस्तार करेगी और दशहरा सप्ताहांत के दौरान बेंगलूरु में पांच ऐसे स्टोर खोलेगी।
मैकडॉनल्ड्ïस इंडिया की वरिष्ठï उपाध्यक्ष (रणनीति, नवाचार एवं दक्षता) सीमा अरोड़ा नांबियार ने कहा, 'मुंबई के बाद बेंगलूरु ऐसा दूसरा शहर होगा जहां इस प्रकार के रेस्तरां (अगली पीढ़ी के) खोले जाएंगे।' मुंबई में कंपनी के ऐसे पांच आउटलेट मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि मैकडॉनल्ड्ïस भारत में पहली बार ऐसा कर रही है। उन्होंने कहा, 'हम अपने सभी आउटलेट में 12 नए उत्पादों को भी एक साथ लॉन्च कर रहे हैं।'
मार्च में वेस्टलाइफ ने मुंबई में अगली पीढ़ी के आउटलेट शुरू किए थे ताकि डिजिटल पसंद उपभोक्ताओं को लक्षित किया जा सके। इन रेस्तरां में आसान ऑर्डर के लिए डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, मुफ्त वाई-फाई, गेमिंग जोन और सेल फोन के लिए चार्जिंग पॉइंट्ïस लगाए गए हैं। हालांकि इन स्टोरों में टेबल-सर्विस की सुविधा भी उपलब्ध है। जबकि वैश्विक स्तर पर मैकडॉनल्ड्ïस के रेस्तरां सेल्फ-सर्विस मॉडल पर आधारित हैं।
वेस्टलाइफ ऐसे कई स्टोर खोल सकती है क्योंकि उस पर कुछ नया कर दिखाने और प्रतिस्पर्धियों से आगे रहने का दबाव झेल रही है। कैफे और त्वरित सेवा रेस्तरां सहित भारत में रेस्तरां शृंखला का बाजार 2021 तक 20 फीसदी बढ़कर 51,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। नैशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जाहिर किया है। साल 2016 में देश में इस बाजार का आकार 20,400 करोड़ रुपये था।
वेस्टलाइफ ने इससे पहले कहा था कि वह सामान्य मैकडॉनल्ड्ïस रेस्तरां के मुकाबले अगली पीढ़ी के प्रति आउटलेट पर 10 से 15 फीसदी अधिक निवेश कर रही है। विश्लेषकों का कहना है कि अगली पीढ़ी के आउटलेट से प्राप्त राजस्व में भी उसी अनुपात में वृद्धि हो रही है। वेस्टलाइफ नए उत्पादों को उतारकर भारतीय और अंतरराष्ट्रीय स्वाद को साथ लाने की कोशिश कर रही है। कंपनी पिछली कुछ तिमाहियों से ऐसा कर रही है। जनवरी में उसने अपने ब्रेकफास्ट मेन्यू में संशोधन कर भारतीय स्वाद को स्वास्थ्यवद्र्धक उत्पादों से जोडऩे की कोशिश की थी। उसी क्रम में सूप, सलाद और उबले चाबल जैसी श्रेणियां शुरू की गई हैं।
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