स्नैपडील के कर्मचारियों के लिए मुश्किल घड़ी | करण चौधरी / नई दिल्ली August 01, 2017 | | | | |
सबसे बड़े निवेशक सॉफ्टबैंंक समूह के खिलाफ स्नैपडील की जीत बड़ी कीमत पर मिली है, जिसे इसके 1,200 कर्मचारी और 25 अल्पांश शेयरधारकों को अगले कुछ महीने में चुकाना पड़ सकता है। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब कर्मचारियों को सहसंस्थापकों की तरफ से लिए गए फैसले से क्षति पहुंची है।
ऐसे में स्नैपडील की मूल कंपनी जैस्पर इन्फोटेक से कितने कर्मचारी बाहर निकले? आंतरिक आंकड़ों के मुताबिक, स्नैपडील, फ्रीचार्ज, वुल्कन एक्सप्रेस ने पिछले डेढ़ साल में अपने कर्मचारियों की संख्या 10,000 से घटाकर 1,200 पर ला दी है। लेकिन यहां मामला खत्म नहीं होगा, लाभ पर पहुंचने और संभावित आईपीओ के लिए अनुकूल बैलेंस शीट दिखाने के लिए कंपनी बाकी कर्मचारियों का 80 फीसदी हटाने की योजना बना रही है।
पिछले 24 घंटे में सहसंस्थापकों कुणाल बहल और रोहित बंसल ने प्रभावी तौर पर एक ऐसे सौदे पर सहमति न जताकर बाकी कर्मचारियों की किस्मत को अंधकारमय बना दिया है। यह सौदा उनके कर्मचारियों को काफी राहत पहुंचा सकता था।
1,200 कर्मचारियों में से कई फंसे हुए हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं है कि फ्लिपकार्ट के साथ यह सौदा होगा या नहीं। अब अगले दौर की छंटनी अवश्यंभावी है, लिहाजा कर्मचारियों पर अनिश्चितता के बादल हैं।
एक वरिष्ठ प्रबंधक के मुताबिक, प्रबंधन ने कर्मचारियों को विलय का आश्वासन दिया था और कहा था कि कर्मचारियों की बेहतरी के लिए हर कदम उठाए जाएंगे। उनका दावा है कि छंटनी के लिए कर्मचारियों की सूची तैयार है। उन्होंने कहा, प्रबंधक के तौर पर काफी तकलीफ के साथ हमें आधी टीम को एक हफ्ते के भीतर जाने देना होगा। उन्हें कुछ क्षतिपूर्ति के साथ इस्तीफा देने को बाध्य किया गया, लेकिन आखिरी वक्त तक उन्हें पता नहीं था कि उन्हें छोडऩे को कहा जाएगा। वफादारों को जवाब के लिहाज से यह सबसे मुश्किल सवाल था, जिन्होंने स्नैपडील की उन्नति में अपना खून-पसीन बहाया था।
बिजनेस स्टैंडर्ड की तरफ से भेजी गई प्रश्नावली के जवाब में स्नैपडील ने कहा, कर्मचारियों को ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया गया था और कुणाल बहल के स्नैपडील 2.0 के परिचालन के लिए कर्मचारियों की संख्या घटाई जा सकती है।
कंपनी के सूत्रों के मुताबिक, कई लोग खुद ही कंपनी छोड़ देंगे क्योंकि वे प्रतीक्षा कर रहे थे कि स्नैपडील का फ्लिपकार्ट के साथ विलय होता है या नहीं। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, वे सभी सौदा चाहते थे। कई के पास प्रोत्साहन थे और कुछ कीमत अभी बची हुई थी, वहीं अन्य को नए नियोक्ता की तरफ से नौकरी में बनाए रखने की उम्मीद थी। ये सभी उम्मीदें अब धुल गई हैं, लिहाजा वे बाहर निकल जाएंगे। कंपनी हर महीने 100 कर्मचारियों को बाहर निकलता देख रही है। कुछ महीने में कर्मचारियों की संख्या घटकर 300 रह जाएगी।
दूसरी ओर अल्पांश शेयरधारकों को उनके निवेश पर 10 से 20 गुने रिटर्न का वादा किया गया था, अब वे भी कोशिश कर रहे हैं कि सौदा पटरी पर आ जाए। एक अल्पांश शेयरधारक के प्रतिनिधि ने कहा, कई निवेशक बोर्ड से संपर्क से करना चाहते हैं और उनसे कहना चाहते हैं कि वे सौदे को उलट दें। अगर ऐसा नहीं होता तो वे कानूनी कदम की योजना बना रहे हैं। हालांकि स्नैपडील के सूत्रों के मुताबिक, अल्पांश शेयरधारकों के पास कोई आधार नहीं है क्योंकि यह फैसला बोर्ड ने लिया था। उन्होंने कहा, शेयरधारकों के पास इस पर कोई मताधिकार नहींं है।
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