अहमदाबाद स्थित इंटरनैशनल सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप ऐंड कैरियर डेवलपमेंट (आईसीईसीडी) ने महिला उद्यमियों के लिए एक केंद्र विकसित करने की योजना बनाई है। आईसीईसीडी लाभ के लिए काम नहीं करने वाला एक स्वैच्छिक संगठन है।
यह छोटे और मझोले उद्यम (एसएमई) चलाने वाली महिला उद्यमियों के लिए केंद्र विकसित कर रहा है। प्रस्तावित केंद्र से महिला उद्यमियों को अपने कारोबार में विस्तार करने में मदद मिलेगी।
मसलन, इस केंद्र से जुड़ने के बाद महिला उद्यमी अपने कारोबार को स्थानीय से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक विस्तार कर सकेंगी। गुजरात में यह परियोजना अपनी तरह की पहली और एकमात्र परियोजना है।
अहमदाबाद में इस केंद्र को विकसित करने के लिए आईसीईसीडी ने अभी हाल ही में वाइव्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान गुजरात सरकार के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस परियोजना के तहत आईसीईसीडी लगभग 30 से 50 महिला उद्यमियों को इकाई की स्थापना के लिए अवसर प्रदान करेगी। यह संभावना जताई जा रही है कि इस परियोजना पर करीब 6.50-7 करोड़ रुपये निवेश की आवश्यकता होगी।
आईसीईसीडी के निदेशक और सचिव हिना शाह ने बताया, 'इस केंद्र को विकसित करने के पीछे हमारा मुख्य उद्देश्य यह है कि वैसी महिला उद्यमी जिनमें खुद के कारोबार को बढ़ाने की पूरी क्षमता है लेकिन पर्याप्त मौके नहीं मिल पाने की वजह से वे आगे नहीं बढ़ पा रही हैं, उन्हें कारोबार में विस्तार के अवसर और बेहतर मंच मुहैया कराना है।
यह केंद्र महिला उद्यमियों का मार्गदर्शन करेगी और उनके कारोबार को विस्तार देने के लिए मंच मुहैया कराएगा। यह केंद्र मुख्य रूप से रेडिमेट गामर्ट्स इकाइयों पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा। महिला उद्यमी, जोकि एसएमई का संचालन करती हैं, यहां कम निवेश के साथ अपनी इकाई की स्थापना कर सकती हैं।
किसी भी छोटे और मझोले उद्यम को आगे की रणनीति के लिए इस परियोजना में पहले निवेश करना होगा। हम लोग उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और निर्यात बाजारों में नए कारोबारों के साथ जुड़ने में मदद करेंगे।'
इस केंद्र को विकसित करने के लिए गुजरात सरकार आईसीईसीडी को भोपाल के निकट जमीन मुहैया कराएगी। हालांकि आईसीईसीडी को उस जमीन के लिए भुगतान करना होगा। यह संगठन अपनी परियोजना में वित्तीय विवरण का उल्लेख करेगी।
शाह ने बताया, 'इस केंद्र की मदद से महिला उद्यमियों द्वारा लगाई जाने वाली इकाइयों में आगे विस्तार किया जाएगा। इस केंद्र में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी कई महिलाओं को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है।
इससे यहां के कुशल श्रमिक, प्रशिक्षित कामगारों को भी रोजगार मिलेगा। अगर यह परियोजना गुजरात में सफल होती है तो हम लोग इस मॉडल को अन्य जगहों पर भी शुरू करेंगे।'