कारोबारी साल के आखिरी दिन सोमवार को अंतरराष्ट्रीय कमजोरी के अलावा महंगाई दर बढ़ने और आर्थिक विकास की दर को लेकर बढ़ती चिंता से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही 4-4 फीसदी से ज्यादा कमजोर पड़ गए।
निफ्टी अप्रैल वायदा जो 29 अंकों के प्रीमियम पर था 19 अंकों के डिस्काउंट पर आ गया, जिससे साफ था कि बाजार में नई शार्ट पोजीशन बन रही हैं। निफ्टी ओपन इंटरेस्ट का पुट कॉल रेशियो 1.39 से घटकर 1.20 पर आ गया, बाजार में और गिरावट आने की आशंका से ऑपरेटर पुट ऑप्शंस से ज्यादा कॉल ऑप्शंस की बिकवाली कर रहे थे।
कॉल ऑप्शंस का 50 फीसदी से ज्यादा ओपन इंटरेस्ट 4800,4900 और 5000 के स्ट्राइक प्राइस पर बन रहा है जिससे निफ्टी में इन स्तरों पर खासा रेसिस्टेंस बना है। पुट ऑप्शंस का ओपन इंटरेस्ट 4500 और 4800 के स्तरों पर बढ़ रहा है जो और गिरावट पर निफ्टी के सपोर्ट के रूप में काम करेगा।
शुक्रवार को ज्यादातर स्टॉक्स में लांग पोजीशन देखी गई थीं लेकिन सोमवार को ये सब निपटा दी गईं और बैंक, रियालिटी और टेक्नोलॉजी में ताजा शार्ट पोजीशन बनीं। इस आशंका से कि रिजर्व बैंक महंगाई को रोकने के लिए रुपए को चढ़ने दे सकता है, इंफोसिस और टीसीएस में और शार्ट पोजीशन बन गईं। आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक में शाट पोजीशन देखी गईं जबकि स्टेट बैंक में बनी लांग पोजीशन कवर कर ली गईं।
आईसीआईसीआई का अप्रैल वायदा 8 फीसदी गिरा जबकि इसके ओपन इंटरेस्ट में 3 फीसदी का इजाफा आ गया, एचडीएफसी बैंक भी 6 फीसदी नीचे रहा और ओपन इंटरेस्ट 6 फीसदी बढ़ गया जबकि स्टेट बैंक और उसके ओपन इंटरेस्ट में 6-6 फीसदी की गिरावट रही। डीएलएफ भी 7.83 गिरा और इसका ओपन इंटरेस्ट 0.49 फीसदी घट गया।