हमारे बाजार के लिए यह हफ्ता भी अच्छा नहीं रहा क्योंकि पूरे हफ्ते दुनियाभर से जो बी संकेत मिले, वे नकारात्मक ही थे। बीएसई 200 का बेंचमार्क सूचकांक पिछले हफ्ते 1.6 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
1 सितंबर 2008 को शुरू हुए स्मार्ट पोर्टफोलियो के बाद से बीएसई से संवेदी सूचकांक में अब तक लगभग 38 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इनका 10 लाख रुपये तक का बीएसई 200 पोर्टफोलियो एक हफ्ते पहले 6.31 लाख का था।
लेकिन अब यह गिरावट के साथ 6.21 लाख रुपये तक आ चुका है। हमारे फंड मैनेजरों के पोर्टफोलियो के शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य में मामूली सुधार नजर आया। यह दरअसल शुक्रवार को आई थोड़ी तेजी के कारण बढ़ा। इस तेजी की वजह से कारोबार में भी उछाल आया।
एक हफ्ते में अमर अंबानी का नेटवर्थ 0.1 फीसदी से बढ़कर 9.95 लाख रुपये तक पहुंच गया। दूसरी ओर आनंद अग्रवाल, कश्यप पुजारा और सदानंद शेट्टी के पोर्टफोलियो की वैल्यू में 0.24 फीसदी से 0.6 प्रतिशत के बीच गिरावट आई।
पिछले हफ्ते स्मार्ट पोर्टफोलियो के तीनों फंड मैनेजर अमूमन खामोश बने रहे। सिर्फ आनंद अग्रवाल ने तीन सौदे किए जिनमें दो खरीद और एक बिकवाली का था।खामोश बने रहे। सिर्फ आनंद अग्रवाल ने तीन सौदे किए जिनमें दो खरीद और एक बिकवाली का था।
मामूली बढ़ोतरी
अमर अंबानी
उपाध्यक्ष (रिसर्च), इंडिया इन्फोलाइन
एनटीपीसी और रेणुका शुगर के शेयरों में मालूमी बढ़त से अमर अंबानी का नेटवर्थ केवल 1,000 रुपये की मामूली बढ़ोतरी के साथ 9.94 लाख रुपये से 9.95 लाख रुपये हो गया।
हालांकि उनको रिलायंस कम्युनिकेशन्स से 27.34 फीसदी और रेणुका शुगर में लगभग 4 प्रतिशत का नुकसान हो रहा है।
उनका कुल इक्विटी निवेश 6.73 प्रतिशत है। उनका कुल इक्विटी निवेश 6.73 प्रतिशत है जबकि उनके पास 93.27 प्रतिशत नकदी है। अमर ने पहले से ही नकदी अपने पास रखे हैं।
दूसरी बार चोट
सदानंद शेट्टी, उपाध्यक्ष
कोटक सिक्योरिटीज
सदानंद शेट्टी की स्थिति भी लगभग हाशिए पर ही रहने जैसी थी। उनका नेटवर्थ हफ्ते भर पहले के 9.16 लाख रुपये से गिरकर 9.1 लाख रुपये हो गया। हालांकि बड़ी कंपनियों में ज्यादातर निवेश से उन्हें मुनाफा हुआ है, लेकिन उनके मुनाफे में थोड़ी सेंध जरूर लगी है।
उन्हें मिडकैप शेयरों मसलन एचडीआईएल और एस डी एल्युमीनियम से झटका लगा है। रिलायंस, भेल, सन फार्मास्यूटिकल और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों से उनको करीब 4 से 13 प्रतिशत का फायदा है, जबकिटाटा स्टील उसे से 2 फीसदी की चपत लगी है।
एचडीआईएल 28 फीसदी और एस डी एल्यूमीनियम 19 प्रतिशत और ल्यूपिन 12 फीसदी गिरा है। अपने पोर्टफोलियो में उन्होंने 40 फीसदी (3.68 लाख रुपये) इक्विटी में लगा रखे हैं, जबकि उनके पास 60 फीसदी (5.42 लाख रुपये) नकद हैं।
उलट-फेर का चक्कर
आनंद अग्रवाल
फंड मैनेजर, रिलायंस मनी
आनंद अग्रवाल एकमात्र ऐसे फंड मैनेजर हैं जो पिछले हफ्ते बहुत सक्रिय थे। इस बार भी वे ही सक्रिय रहे और उन्होंने सौदे किए। अपने कुल तीन सौदों में से एक जेट से बाहर निकलने का था।
उन्होंने 30.5 फीसदी यानी 6,410 रुपये के घाटे के साथ जेट एयरवेज के शेयर बेच दिए। इसके बदले उन्होंने रिलायंस कम्युनिकेशंस और डेक्कन एविएशन के शेयर खरीदे। हालांकि उन्हें सेंट्रल बैंक और एसबीआई से 12 फीसदी से भी ज्यादा का जबरदस्त घाटा हुआ।
अभी आनंद के पोर्टफोलियो में करीब 89.23 फीसदी यानी 7.54 लाख रुपये नकद बचे हुए हैं। अभी वह इंतजार कर रहे हैं मौके का। बाजार पर उनकी पैनी निगाह है।
मामूली गिरावट
कश्यप पुजारा
फंड मैनेजर, एनम डायरेक्ट
कश्यप पुजारा ने पिछले हफ्ते खुद को कारोबार से ज्यादा नहीं जोड़े रखा। उनका नेटवर्थ मामूली गिरावट के साथ 8.59 लाख रुपये से 8.54 लाख रुपये रह गया। गेल को छोड़कर उनके सभी शेयर घाटे में थे।
कश्यप को सेंचुरी टेक्सटाइल्स और रिलायंस कम्युनिकेशन्स में 50 फीसदी से ज्यादा का नुकसान है। स्टरलाइट के शेयर उनकी खरीद कीमत से 36 फीसदी से नीचे चले गए हैं। इससे उन्हें अच्छा-खासा नुकसान हो रहा है।
इसी तरह का घाटा देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के शेयरों से भी है जो उनकी खरीद से 3 फीसदी नीचे चले गए। हालांकि गेल से उनको फायदा है और यह उनकी खरीद से 3.7 फीसदी का मुनाफा दे रहा है। उनका कुल निवेश उनके नेटवर्थ का 20 फीसदी रहा।