ऐक्सिस बैंक : कमजोर प्रदर्शन | |
अभिजित लेले और अनूप रॉय / मुंबई 01 19, 2017 | | | | |
डूबते ऋण के लिए ऊंचे प्रावधान के कारण ऐक्सिस बैंक के शुद्ध लाभ में जबरदस्त गिरावट के कारण 30 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही में निजी क्षेत्र के बैंकों का प्रदर्शन प्रभावित हुआ। मुंबई के इस निजी क्षेत्र के ऋणदाता का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान 73 फीसदी घटकर 580 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 2,175 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान निजी क्षेत्र के अन्य बैंकों का प्रदर्शन भी कमजोर रहा। इस दौरान फेडरल बैंक, येस बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक के शुद्ध लाभ में 26 से 70 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई।
सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) बढ़ने के साथ ही ऐक्सिस बैंक के ऋण पोर्टफोलियो की गुणवत्ता में कमी आई। तिमाही के दौरान बैंक का एनपीए बढ़कर सकल उधारी का 5.22 फीसदी हो गया जो दिसंबर 2015 में समाप्त तिमाही के दौरान 1.68 फीसदी रहा था। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में डूबते ऋण के लिए ऐक्सिस बैंक का प्रावधान एवं आकस्मिक बिल बढ़कर 3,795 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 2016 की समान अवधि में 712 करोड़ रुपये रहा था।
निजी क्षेत्र के एक अन्य बैंक येस बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 30.6 फीसदी बढ़कर 882.6 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में 675.7 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान उसकी शुद्ध ब्याज आय 30.3 फीसदी बढ़कर 1,507 करोड़ रुपये हो गई। फेडरल बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान 26.4 फीसदी बढ़कर 205.65 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान बैंक ने प्रावधान एवं आकस्मिक मद में 158.82 करोड़ रुपये रखा जो पिछले वित्त वर्ष में 75.11 करोड़ रुपये रहा था। निजी क्षेत्र के एक अन्य बैंक लक्ष्मी विलास बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 70.13 फीसदी बढ़कर 78.38 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 46.07 करोड़ रुपये रहा था। बैंक की ब्याज आय 11.52 फीसदी बढ़ी।.
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