बढ़ी रामदेव की कंपनी पतंजलि की रेटिंग | विवेट सुजन पिंटो और अभिजित लेले / मुंबई January 16, 2017 | | | | |
बाबा रामदेव व आचार्य बालकृष्ण की तरफ से स्थापित पतंजलि आयुर्वेद की रेटिंग पहली बार इक्रा ने बढ़ाई है, जो संकेत देता है कि कंपनी की वित्तीय सेहत पर रेटिंग एजेंसियों का भरोसा बढ़ रहा है। इक्रा ने अपनी हालिया रिपोर्ट में पतंजलि के 300 करोड़ रुपये वाले फंड आधारित संयंत्र के लिए लंबी अवधि की रेटिंग ए (-) से बढ़ाकर ए प्लस कर दी। इसके अलावा कंपनी की 20 करोड़ रुपये वाले गैर-कोष आधारित संयंत्र की रेटिंग ए2 प्लस से बढ़ाकर ए 1 कर दी है। फंड व गैर-फंड आधारित संयंत्र मूल रूप से कंपनी की तरफ से विस्तार व कार्यशील पूंजी की जरूरतों के लिए हासिल कर्ज बताता है।
इक्रा ने कहा कि रेटिंग में इजाफा आंतरिक तौर पर कमाई में मजबूती को देखते हुए किया गया है, जो कर्ज पर निर्भरता कम करेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि फर्म के पास नकदी की स्थिति सहज है और एफएमसीजी वैल्यू चेन में विभिन्न श्रेणियों में मौजूदगी के चलते इसके मंदी में फंसने का खतरा कम है। रिपोर्ट में हालांकि कई जोखिमों को रेखांकित किया गया है जिनमें एफएमसीजी की प्रकृति, रामदेव पर निर्भरता और उच्च कार्यशील पूंजी की दरकार शामिल है। विशेषज्ञों ने कहा कि विगत के पहले यह बेहतर है जब केयर जैसी एजेंसी ने रेटिंग निलंबित कर दी थी। एजेंसी ने कारोबारी परिचालन के बारे में सूचना मुहैया कराने में नाकाम रहने के बाद ऐसा किया था। पिछले साल एक अन्य एजेंसी ब्रिकवर्क ने कंपनी को एए (-) की रेटिंग दी थी, क्योंकि पतंजलि ने आयुर्वेद एफएमसीजी क्षेत्र में खुद को पुनर्पारिभाषित करना शुरू किया था।
विशेषज्ञों ने कहा, एक साल के भीतर रेटिंग में बदलाव संकेत देता है कि कंपनी पर नजदीकी से निगरानी करने वाली थर्ड पार्टी एजेंसियों का मानना है कि पतंजलि अपना कर्ज बिना किसी परेशानी के चुका सकती है। पतंजलि वित्त वर्ष 2015-16 के 5,000 करोड़ रुपये के कारोबार को बढ़ाकर इस साल 10,000 करोड़ रुपये करने का इरादा रखती है। 2014-15 में इसका कारोबार 2006 करोड़ रुपये का रहा था।
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