नोटबंदी से बियाणी के ऐप को 10 लाख का आंकड़ा पार करने में मिली मदद | राघवेंद्र कामत / मुंबई December 19, 2016 | | | | |
फ्यूचर समूह के डिजिटल वॉलेट फ्यूचर पे ने समूह की शृंखला बिग बाजार की साप्ताहिक बिक्री में पेटीएम को भी पछाड़ दिया है। समूह के एक वरिष्ठï अधिकारी ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि बिग बाजार की साप्ताहिक बिक्री में फ्यूचर पे की हिस्सेदारी 1 फीसदी रही जबकि पेटीएम की हिस्सेदारी 0.65 फीसदी। इसे नोटबंदी से करीब एक महीना पहले अक्टूबर के पहले सप्ताह में शुरू किया गया था। समूह के मुख्य कार्याधिकारी किशोर बियाणी ने कहा, 'हमने 10 लाख डाउनलोड किए हैं और जल्द ही 1 करोड़ डाउनलोड होने का अनुमान है।'
इस ऐप में एक ऐसा फीचर है जो ग्राहक के बिलों पर दर्ज कीमत की तुलना प्रतिस्पर्धियों द्वारा विज्ञापित कीमतों से करता है। विज्ञापित कीमत कम होने की सूरत में शेष रकम ग्राहक के फ्यूचर पे वॉलेट में जमा हो जाता है। इसका इस्तेमाल बिग बाजार, ईजोन और होम टाउन जैसे फ्यूचर ग्रुप के आउटलेट में नकदी के रूप में किया जा सकता है। दिग्गज रिटेल कारोबारी बियाणी ने कहा था, 'यह ऑफलाइन और ऑनलाइन छूट को हमारा जवाब है। अब हम भी एमेजॉन से नीचे हैं।'
फ्यूचर ग्रुप के सीईओ- ग्रुप लॉयल्टी ऐंड एनालिटिक्स, विनय भाटिया ने कहा, 'नोटबंदी से हमें काफी मदद मिली। यदि वह नहीं होती तो 10 लाख के स्तर तक पहुंचने में हमें काफी लंबा वक्त लगता। आमतौर पर सप्ताहांत के दौरान हम कार्ड के संचालन में थोड़ी गड़बड़ी देखते हैं लेकिन हमारे ऐप पर ऐसी कोई समस्या नहीं है।' इस वॉलेट को ऑक्सीजन सर्विसेज के साथ मिलकर विकसित किया गया है जो ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड अथवा नेट बैंकिंग के इस्तेमाल के जरिये लेनदेने करने में मदद करता है। विश्लेषकों का कहना है कि कीमतों की तुलना से समूह के मार्जिन एवं मुनाफे पर थोड़ा दबाव पड़ सकता है लेकिन वॉलेट सेवाओं से होने वाली अतिरिक्त बिक्री से उसकी भरपाई हो सकती है।
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