स्टैनचार्ट करेगी 40 से 50 लोगों की छंटनी | |
नूपुर आनंद / मुंबई 11 28, 2016 | | | | |
शाखाओं के लिहाज से सबसे बड़े विदेशी ऋणदाता स्टैंडर्ड चार्टर्ड (स्टैनचार्ट) इंडिया ने अपने कॉरपोरेट ऐंड इंस्टीट्यूशनल बैंकिंग (सीआईबी) प्रभाग के कार्यबल में 10 फीसदी कटौती करने का निर्णय लिया है। इस पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत भारत में बैंक 40 से 50 लोगों की छंटनी कर सकता है।
सूत्रों के अनुसार, स्टैनचार्ट के सीआईबी प्रभाग में करीब 500 से 550 लोगों का कार्यबल है। उन्हेेांने कहा, 'संभवत: करीब 50 लोगों को नौकरी छोड़ने के लिए कहा जा सकता है। हालांकि बैंक कुछ लोगों को आंतरिक तौर पर अन्य प्रभागों में खपाने की कोशिश कर सकता है और इसलिए शुद्ध छंटनी करीब 40 लोगों की हो सकती है।' बैंक के कुल राजस्व में सीआईबी का योगदान काफी अधिक है।
इस मामले से अवगत एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि काम के दोहराव को घटाने के उद्देश्य से यह पहल की गई है। करीब दो साल पहले सीकॉन कूपर ने सीआईबी प्रभाग की कमान संभालने के बाद से ही कम लेकिन कुशल कार्यबल की वकालत करते रहे हैं। स्टैनचार्ट संभवत: वरिष्ठ से मध्यम-वरिष्ठ स्तर पर अधिकांश छंटनी करेगा। पुनर्गठन की प्रक्रिया वैश्विक स्तर पर की जा रही है और इसलिए अन्य बाजारों में भी छंटनी की जा सकती है।
स्टैनचार्ट ने एक ईमेल के जवाब में कहा, 'हम अपने कॉरपोरेट ऐंड इंस्टीट्यूशनल बैंकिंग प्रभाग को कहीं अधिक कुशल बना रहे हैं ताकि ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मुहैया कराई जा सके। इससे अंतत: अनुमान के मुताबिक रिटर्न हासिल करने में मदद मिलेगी ताकि नवंबर 2015 में शेयरधारकों से की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा किया जा सके।'
ईमेल में यह भी कहा गया है, 'हम अपने कर्मचारियों की भूमिका में दोहराव को हटाते हुए अपना प्रबंधन लागत बचा रहे हैं ताकि प्रौद्योगिकी एवं मानव संसाधन में नियोजित निवेश को बचाया जा सके। इससे छोटी संख्या में वर्तमान पद प्रभावित होंगे। हम अधिक से अधिक रिटर्न हासिल करने के लिए जरूरी निवेश जारी रखेंगे और बाजार में बेहतरीन अवसरों पर नजर रखेंगे।'
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