सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज में की गई भारी-भरकम धोखाधड़ी की विदेशी मीडिया में कड़ी आलोचना हो रही है।
कुछ लोगो ने कहा है कि यह प्रकरण भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेश के प्रवाह को प्रभावित कर सकता है और उसके आउटसोर्सिंग क्षेत्र की संभावनाओं पर भी असर डाल सकता है।
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा है, 'इस प्रकरण ने यह डर पैदा कर दिया है कि इसकी तरह की समस्या अन्य भारतीय कंपनियों और खास तौर पर बहुचर्चित आउटसोर्सिंग उद्योग में भी आ सकती है।'
कल राजू के कंपनी में वित्तीय धोखाधड़ी करने के बयान के बाद उभरते बाजार के विशेषज्ञ फंड सॉमरसेट कैपिटल मैनेजमेंट के प्रबंधक जैकब रीस-माग के हवाले से न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है, 'धोखाधड़ी से लोगों को भारत और अन्य विकासशील देशों के बाजारों में निवेश करने में घबराहट होगी।'
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा है कि सत्यम प्रकरण से पूरा भारत हैरान रह गया और अब निवेशक अन्य कंपनियों के नतीजों पर सवाल खड़ा कर सकते हैं।
ब्रिटेन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा है, 'खुलासा विश्व भर की सैकड़ों फर्ॉच्यून 500 कंपनियों के लिए खतरे की घंटी है क्योंकि सत्यम के पास उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज और कंप्यूटर प्रणाली की जानकारियां मौजूद हैं।'