महंगे स्मार्टफोन की बिक्री में भारी गिरावट | |
अर्णव दत्ता / नई दिल्ली 11 01, 2016 | | | | |
आईफोन की बिक्री घटने और सैमसंग नोट 7 की नाकामी से 60 फीसदी घटी महंगे स्मार्टफोनों की ब्रिकी, लेकिन अपेक्षाकृत कम कीमत वाले स्मार्टफोनों की बिक्री बढ़ी है
भारत में स्मार्टफोन का बाजार बहुत तेजी से बढ़ रहा है और अमूमन देश में दूसरे हैंडसेटों के मुकाबले महंगे स्मार्टफोन के आयात में ज्यादा बढ़ोतरी होती है। लेकिन पिछली तिमाही में तस्वीर एकदम अलग दिखी। काउंटरपॉइंट रिसर्च के आंकड़े बताते हैं कि जुलाई से सितंबर के बीच देश में महंगे (30,000 रुपये से अधिक कीमत वाले) स्मार्टफोन का आयात जुलाई-सितंबर 2015 के मुकाबले 59 फीसदी घट गया।
दुनिया के स्मार्टफोन बाजार की दिग्गज कंपनियों सैमसंग और ऐपल का भारतीय बाजार में भी दबदबा है। बीती तिमाही में इन दोनों कंपनियों से भारत में कम फोन आए। उद्योग के विश्लेषकों के मुताबिक नोट 7 की गैरमौजूदगी से सैमसंग की आवक घटी। साइबर मीडिया रिसर्च के टेलीकॉम ऐंड सेमीट्रॉनिक्स के प्रमुख फैसल कावूसा ने कहा कि इस तिमाही में ऐपल ने भी केवल 15,000 आईफोन 7 भारत भेजे।
काउंटरपॉइंट के वरिष्ठ विश्लेषक तरुण पाठक ने कहा, 'पिछले साल सैमसंग के पास एस6 एज और नोट 5 थे और त्योहारी मौसम की मांग को पूरा करने के लिए उसने भारत को काफी फोन भेजे थे। इस साल कंपनी के पास कोई भी नया हैंडसेट नहीं था।' उन्होंने संकेत दिया कि जुलाई से सितंबर के दौरान आईफोन की बिक्री भी कम रही। आमतौर पर स्मार्टफोन कंपनियां त्योहारी मौसम से पहले भारत में महंगे हैंडसेट भेजती हैं, जिनमें अधिकांश का निर्माण चीन और ताइवान में होता है। मगर इस बार ऐपल ने इस प्रक्रिया में देर की और अपने नए आईफोन 7 की आवक अक्टूबर तक टाल दी।
इंटरनैशनल डेटा कॉर्प के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही के दौरान देश के प्रमुख शहरों में आईफोन की बिक्री में उल्लेखनीय कमी आई है। पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही में देश में 30 शीर्ष शहरों में आईफोन की हिस्सेदारी 4.6 फीसदी थी लेकिन पिछली तिमाही में यह 2.5 फीसदी ही रह गई। 20,000 रुपये से अधिक की श्रेणी में तो आईफोन का प्रदर्शन इस तिमाही में और भी बदतर रहा। इस साल जनवरी से मार्च की तिमाही में इस श्रेणी में कंपनी की हिस्सेदारी 52.3 फीसदी थी जो पिछली तिमाही में 35.6 फीसदी रह गई जबकि अप्रैल में आईफोन एसई उतारा गया था। दो बड़ी कंपनियों ने कम हैंडसेट आयात किए और दूसरी कंपनियों ने भी ज्यादा स्मार्टफोन आयात करने से परहेज किया।
कावूसा के मुताबिक पिछले कुछ समय से भारतीय बाजार में सैमसंग और ऐपल का दबदबा है जिसके कारण महंगे स्मार्टफोन के बाजार में दूसरी कंपनियों की हिस्सेदारी कम हुई है। 30,000 रुपये से अधिक कीमत वाले स्मार्टफोन के बाजार में ऐपल और सैमसंग की हिस्सेदारी 90 फीसदी से अधिक है। इधर सस्ते स्मार्टफोन के बाजार में वृद्घि मझोली श्रेणी से कम रही। 8,000 से 30,000 रुपये कीमत वाले स्मार्टफोन की बिक्री 55 से बढ़कर 155 फीसदी पहुंच गई जबकि 4,000 से 6,000 रुपये तक के हैंडसेट की बिक्री में 13 फीसदी की गिरावट आई।
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