मॉन्डलेज ने श्रीसिटी में शुरू किया एशिया-प्रशांत का सबसे बड़ा संयत्र | टी ई नरसिम्हन / चेन्नई April 25, 2016 | | | | |
मॉन्डलेज इंटरनैशनल समूह की कैडबरी इंडिया ने आज तमिलनाडु-आंध्रप्रदेश की सीमा पर स्थित श्रीसिटी में एशिया प्रशांत क्षेत्र का अपना सबसे बड़ा संयंत्र शुरू किया है। इस संयंत्र में 19 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है। संयंत्र का उद्घाटन आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने किया। इस संयंत्र का लक्ष्य घरेलू और एशियाई बाजार में मौजूदगी दर्ज करना है। नायडू ने कहा कि इस संयंत्र पर कुल निवेश तकरीबन 2300 करोड़ रुपये का होगा। उन्होंने कहा कि श्री सिटी में मॉन्डलेज इंटरनैशनल के निवेश से विश्वस्तरीय प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षमता आई है। इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और समुदाय मजबूत होंगे। मॉन्डलेज इंडिया के प्रबंध निदेशक चंद्रमौली वेंकटेशन ने कहा, 'यह बहु श्रेणी का खाद्य परिसर तीन चरणों में 2020 तक 25 लाख टन सालाना उत्पादन क्षमता हासिल करेगा। पांच साल में इसमें।,600 लोग कार्यरत होंगे।' उन्होंने बताया कि पहले चरण में कंपनी 19 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी और 35 फीसदी भूमि का इस्तेमाल करेगी। वहीं दूसरे और तीसरे चरण में कंपनी अपने निवेश में वृद्धि करेगी।
पहले चरण में इस कारखाने में सालाना 60,000 टन कैडबरी डेयरी मिल्क चॉकलेट का उत्पादन किया जाएगा। कंपनी का इरादा बाद में इसका निर्यात करने का है।' वेंकटेशन ने कहा कि आगे चलकर कंपनी इस विनिर्माण सुविधा को एशिया में निर्यात का हब बनाएगी। यह भारत में कंपनी का सातवां संयंत्र और सुविधा केंद्र होगा। पिछले कुछ समय में कंपनी ने छह सुविधा केंद्रों में तकरीबन 10 करोड़ का निवेश किया है।
समूह के कार्यकारी उपाध्यक्ष (इंटीग्रेटेड सप्लाई चेन) डेनियल मायर्स ने कहा कि भारत कंपनी के लिए एक अहम बाजार है और यहां कंपनी ब्रांड में अपना निवेश जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने वैश्विक स्तर पर अब तक तकरीबन 40 ऐसे लचीले क्षेत्रों में निवेश किया है साथ ही कंपनी के संयंत्रों को भी रणनीतिक रूप से अहम क्षेत्रों में स्थापित किया गया है ताकि विश्वस्तर पर कंपनी के ब्रांडों में तेजी आ सके। मॉन्डलेज समूह भारत में तमाम अवसर देखी रही है और यहां कारोबारी तेजी को लेकर आश्वस्त है।
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