गिफ्ट सिटी में देश के पहले अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में कारोबार छह महीने में 25 करोड़ डॉलर को पार कर गया और आने वाले दिनों में इसके एक अरब डॉलर हो जाने की उम्मीद है। आईएफएससी का कारोबार फरवरी की शुरुआत में 10 करोड़ डॉलर को पार कर गया और अगले दो महीने में यह दोगुना से अधिक हो गया। यस बैंक, फेडरल बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने अपनी आईएफएससी बैंकिंग इकाइयों के साथ परिचालन शुरू किया और उम्मीद है कि भारतीय स्टेट बैंक का परिचालन जल्दी ही शुरू होगा। इसके अलावा पंजाब नैशनल बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीबीआई बैंक और इंडसइंड बैंक उन इकाइयों में शामिल हैं जो निकट भविष्य में गिफ्ट सिटी (गुजरात अंतरराष्ट्रीय वित्त प्रौद्योगिकी-सिटी) के आईएफएससी में परिचालन शुरू कर सकते हैं। गिफ्ट में आईएफएससी की कोई भी इकाई विदेशी शाखा के बराबर है और इसमें स्थित कंपनी को भारत में विदेशी शाखा की तरह परिचालन करने की सुविधा प्रदान करती है।
गिफ्ट सिटी ने आज कहा कि कुछ महीनों में यहां कारोबार एक अरब डॉलर को पार कर जाएगा। गिफ्ट सिटी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अजय पांडे ने एक बयान में कहा, 'गिफ्ट आईएफएससी का कारोबार 25 करोड़ डॉलर हो जाने के बाद आने वाले दिनों में अगला लक्ष्य 50 करोड़ डॉलर और एक अरब डॉलर का है। आम बजट में दिए गए कर प्रोत्साहन से अब गिफ्ट आईएफएससी वैश्विक वित्तीय मानचित्र पर है। बैंकों के बाद अब उम्मीद है कि कुछ बीमा कंपनियां भी परिचालन शुरू करेंगी।'
पांडे ने कहा, 'शेयर और जिंस बाजार के परिचालन पर भी ध्यान दिया जा रहा है और इसे गिफ्ट सिटी में शुरू करने के लिए सक्रियता से काम किया जा रहा है। एनएसई निफ्टी के डेरिवेटिव कारोबार के बड़े हिस्से का कारोबार सिंगापुर शेयर बाजार में हो रहा है। हम चाहते हैं कि गिफ्ट सिटी में इस खंड का कारोबार हो ताकि यह वायदा कारोबार बाजार सिंगापुर से भारत वापस आ जाए।' बेहतरीन बुनियादी ढांचा, परियोजनाओं को एकल खिड़की मंजूरी और अनुकूल नियामकीय माहौल से गिफ्ट सिटी विभिन्न इकाइयों के लिए चहेता गंतव्य बन गया है। गिफ्ट सिटी गुजरात में है और यह वैश्विक कंपनियों को वैश्विक स्तर के बुनियादी ढांचे और सुविधा के साथ भारत की विशाल वित्तीय सेवा की संभावनाओं को पूरा करता है।