देश की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी टाटा स्टील एक ओर घाटे में चल रहे अपने यूरोपीय स्टील कारोबार के लिए खरीदार तलाशने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर कंपनी थाइसेनक्रुप की यूरोपीय स्टील इकाई में हिस्सेदारी खरीदने की योजना भी बना रही है। जर्मनी के एक आर्थिक समाचार-पत्र में प्रकाशित खबर में कहा गया है कि टाटा स्टील थाइसेनक्रुप की यूरोपीय इकाई में हिस्सा खरीद सकती है। इस खबर से जर्मनी की स्टील उत्पादक कंपनी के शेयर में भी तेजी का रुख देखा गया। समाचारपत्र में बर्लिन की सरकार के हवाले से कहा गया है कि टाटा स्टील के साथ बातचीत अभी शुरुआत चरण में है। उल्लेखनीय है कि टाटा स्टील यूरोप में दूसरी सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी है और उसने घाटे में चल रहे अपने ब्रिटिश परिचालन को बेचने का पिछले हफ्ते ही निर्णय किया है। टाटा स्टील के इस निर्णय ने यूरोप के स्टील क्षेत्र में बहुप्रतीक्षित एकीकरण की उम्मीदों को बढ़ा दिया है, क्योंकि यूरोपीय स्टील क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों से मांग की तुलना में ज्यादा आपूर्ति के दबाव से जूझ रहा है। इसके साथ ही दूसरे देशों से सस्ते आयात के कारण भी यूरोप के स्टील उत्पादकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि थाइसेन की यूरोपीय स्टील इकाई मुनाफा कमा रही है और ब्रिटेन को छोड़कर टाटा-थाइसेन के गठजोड़ को अच्छा माना जा सकता है। इस मामले के जानकार दो सूत्रों ने कहा कि यूरोप के सभी स्टील उत्पादक एकीकरण के लिए एक-दूसरे से बात कर रहे हैं लेकिन अब तक जमीनी स्तर पर कोई बात नहीं बन पाई है। इस खबर का असर थाइसेन के शेयर पर भी पड़ा और वह चार माह के उच्च स्तर 19.75 यूरो पर पहुंच गया था लेकिन मामले के एक जानकार द्वारा रॉयटर्स को यह बताने कि थाइसेन के पर्यवेक्षी निकाय ने संभावित साझेदारी के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं किया है, के बाद कंपनी के शेयर ने अपनी थोड़ी बढ़त गंवा दी। इस खबर के बारे में जब थाइसेन से संपर्क किया गया तो उसने कोई टिप्पणी नहीं की, वहीं टाटा स्टील के यूरोपीय प्रवक्ता ने भी अपनी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। जर्मन समाचारपत्र ने खबर में कहा है कि टाटा और थाइसेन विभिन्न परिस्थितियों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं, जिनमें टाटा स्टील के साथ संयुक्त उपक्रम बेहतर पसंद हो सकती है, जिसमें आगे चलकर हिस्सेदारी बढ़ाने का भी विकल्प होगा। ब्रेनबर्ग के विश्लेषकों का कहना है कि संयुक्त उपक्रम बनाने के बाद आईपीओ के जरिये हिस्सेदारी बेचना टाटा स्टील और स्टील यूरोप दोनों के लिए अच्छा सौदा हो सकता है, क्योंकि इसस प्रवर्तक कंपनियों को अच्छा वित्तीय लाभ की प्राप्ति हो सकती है। ब्रेनबर्ग ने अपने एक ग्राहक नोट में कहा है, 'ब्रिटेन की संपत्तियों में भारी घाटा होने के बाद टाटा स्टील के लिए खासतौर पर आईपीओ अच्छा सौदा साबित हो सकता है।' इस बीच, फिच रेटिंग्स ने टाटा स्टील और इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई टाटा स्टील यूके होल्डिंग्स की रेटिंग स्थिर से घटा दी। कंपनी के मुनाफे में गिरावट की वजह से रेटिंग घटाई गई है।
