बुधवार को एक बार फिर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से कुक्कुटों और कौओं के मरने की खबर मिली है। गौरतलब है कि 11 महीने बाद फिर से इस जिले में फिर से एन5एन1 विषाणु का प्रकोप देखने को मिल रहा है।
तीन दिनों में 16,000 पक्षियों को मारने के लिए 22 टीमें यहां पहुंच चुकी हैं।जिलाधिकारी श्रीधर घोष ने बताया कि पक्षियों के मरने की नई खबर रातुआ ब्लॉक 1 के बहरलाल, चांदमणी 1 और 2 से मिली है जहां से जंतु संसाधन विकास विभाग के कर्मचारियों ने रक्त का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा था।
उन्होंने कहा कि पक्षियों को मारने वाली टीम की संख्या 18 से बढ़ा कर 22 कर दी गई है और शाम तक इंगलिशबाजार क्षेत्र के दो ग्राम पंचायतों के 16,000 पक्षियों में से 6,000 का खात्मा किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि यह टीम रात में भी काम करेगी। नरहट्टा ग्राम पंचायत क्षेत्र में कुक्कुटों के मरने के बाद एक छह सदस्यीय परिवार में दो जोड़ों के बुखार से प्रभावित होने की जांच करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया जा चुका है।
जंतु संसाधन विकास मंत्री अनीसुर रहमान ने बहरामपुर में कहा कि ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए कुक्कुटों को मारने के बदले दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि बढ़ा दी गई है। मंत्री ने जानकारी दी कि वयस्क मुर्गों के लिए यह राशि 35 रुपये से बढ़ा कर 50 रुपये कर दी गई है।