यूरो के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में हो रही गिरावट के थमने से एशिया के बाजार में सोने की कीमत में गिरावट देखी गई। लगातार तीन दिनों से तेज सोने में गुरुवार को गिरावट देखी गई।
डॉलर में आई मजबूती के कारण लोगों को रुझान धातु की तरफ कम रहा।हांगकांग से स्टैंडर्ड बैंक एशिया लिमिटेड के कारोबारी ल्यूक लू ने बताया कि सर्राफा बाजार हमेशा डॉलर की विपरीत दिशा में चलता है। बीते दो दिनों के दौरान सर्राफा बाजार में 4.3 फीसदी की तेजी देखी गई थी। यह तेजी 20 फरवरी से लेकर अबतक की अवधि के बीच सबसे अधिक थी।
जबकि जनवरी 2001 से लेकर अबतक बीते दो दिनों में यूरो के मुकाबले डॉलर में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि इस दौरान सोना व यूरो के बीच काफी सहभागिता रही। आने वाले समय में भी यूरो सोने की दिशा को तय करेगा।
सिंगापुर में तत्काल डिलीवरी के लिए सोने के भाव में 0.3 फीसदी की गिरावट आई। इसकी कीमत प्रति औंस 951.55 डॉलर रही। चांदी में प्रति औंस 0.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। यूरो के मुकाबले डॉलर के भाव में 1.5797 डॉलर की मजबूती आई।
बुधवार को यूरो के मुकाबले डॉलर में 1.3 फीसदी की गिरावट देखी गई थी। गुरुवार के पहसे सोने की कीमत उछाल के साथ प्रति औंस 954.90 डॉलर के स्तर पर पहुंच गई थी। जो कि 19 मार्च से अबतक की सबसे ऊंची कीमत थी।
बुधवार को कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 106 डॉलर पर थी। गत 20 मार्च को सोने की कीमत गिरावट के साथ 905.53 प्रति औंस के स्तर पर थी जबकि कच्चे तेल की कीमत गिरकर प्रति बैरल 100 डॉलर हो गई थी। न्यू यॉर्क मर्केटाइल एक्सचेंज में अप्रैल की डिलिवरी के लिए सोने की कीमत में 0.2 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई और इसके भाव प्रति औंस 956 डॉलर पर देखे गए।