चालू वित्त वर्ष की अनुमानित 7.6 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि को 'बहुत बहुत महत्वपूर्ण' करार देते हुए आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि सरकार आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने को प्रतिबद्ध है। उनका यह बयान 2016-17 का आम बजट पेश किए जाने से ठीक एक सप्ताह पहले आया है। उम्मीद है कि वैश्विक नरमी के बीच घरेलू मांग बढ़ाने के लिए सरकार बजट में सार्वजनिक व्यय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगी ताकि आर्थिक गतिविधियां क्यों को बढावा दिया जा सके। उन्होंने कहा, 'वैश्विक अर्थव्यवस्था में आज अभूतपूर्व उतार-चढ़ाव का माहौल है। एक समय था जबकि हम कहते थे कि अगले सप्ताह यूरोप या विश्व के कुछ हिस्सों में क्या होने वाला है, हमें नहीं पता। लेकिन आज हम उस स्थिति में आ गए हैं जबकि हमें यह नहीं पता होता कि विश्व के किस हिस्से में कल क्या होने वाला है।' उन्होंने वित्त मंत्रालय के यूट्यूब चैनल से कहा, 'दुनिया, जिसमें हम रह रहे हैं एक गांव है। इसलिए विश्व के किसी भी हिस्से में हो रही घटना का हमपर प्रभाव पड़ता है क्योंकि भारत पिछले कई साल से भारत का वैश्विक अर्थव्यव्स्था से संपर्क बढ़ा है।'
