पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने आज अर्थव्यवस्था के प्रबंधन को लेकर सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि वह पूरी तरह दिशाहीन दिशा हो गई है, स्थिति पर उसका कोई नियंत्रण नहीं है और अर्थव्यवस्था शिथिल पड़ चुकी है। चिदंबरम ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली मोदी सरकार से सवाल किया कि उसे सत्ता संभाले 19 महीने हो चुके हैं, पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार उपलब्ध कराने और निजी क्षेत्र का निवेश बढ़ाने का जो वादा किया था, वह कहां है। चिदंबरम ने कहा 'सरकार रुकी हुई नजर आती है। संसद में पिछले सप्ताह पेश मध्यावधि आर्थिक विश्लेषण इस बात की स्वीकारोक्ति है कि सरकार वृद्धि को आगे बढ़ाने में कामयाब नहीं रही है।Ó चिदंबरम ने कहा 'उन्होंने अनुमान घटाकर करीब 7.2-7.3 प्रतिशत पर लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जो वित्त वर्ष के शुरूआत में लगाए गए 8-8.5 प्रतिशत के वृद्धि अनुमान मुकाबले काफी कम है।Ó इसके अलावा सरकार ने यह भी कहना शुरू कर दिया है कि वर्ष 2016-17 में3.5 प्रतिशत का राजकोषीय घाटे का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल होगा।
