विदेशी पर्यटकों की संख्या तीन वर्षों में रही सबसे कम
अजय मोदी / नई दिल्ली November 23, 2015
केंद्र सरकार द्वारा विश्व में भारत को एक पर्यटन स्थल के रूप मेंं स्थापित करने की कोशिशोंं का असर अब तक नजर नहीं आ रहा है। पर्यटन क्षेत्र को अच्छे नतीजों के लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय केआंकड़ों केमुताबिक, इस वर्ष देश में विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि का आंकड़ा दो अंकों में भी नहीं पहुंचा है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अक्टूबर तक पर्यटकों का आंकड़ा महज 4 फीसदी रहा। पिछले तीन वर्षों में देखें तो पर्यटन केलिए यह वर्ष सबसे अधिक कमजोर रहा है। वर्ष 2014 में विदेशी पर्यटकों की संख्या में दो अंकों का इजाफा हुआ है और वर्ष 2013 में यह दर करीब 10.2 फीसदी थी।
यहां तक कि अक्टूबर माह में भी यह आंकड़ा काफी कम रहा। अच्छे मौसम केचलते अक्टूबर माह को यात्रा और पर्यटन के लिहाज से अनुकूल माना जाता है। लेकिन इस दौरान भी अंतरराष्टï्रीय पर्यटकों का रुझान भारतीय पर्यटन में सबसे कम दिखा। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अंतरराष्टï्रीय यात्रियों की संख्या में महज 1.7 फीसदी की वृद्धि हुई, जो पिछले 6 महीनों में सबसे कम रही। पिछले वर्ष अक्टूबर में विदेशी पर्यटकोंं की संख्या मेंं करीब 9.6 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
हालांकि विशेषज्ञ इस बदलाव को समझने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि अन्य कारण जैसे कमजोर रुपया, हवाई किरायों में कटौती और होटल कारोबारियों को इस दिशा में काम करना चाहिए। ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल यात्रा के अध्यक्ष शरत ढल ने बताया 'ब्रिटेन, अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों से बड़ी संख्या में पर्यटक भारत आते हैं। ऐसा भी नहीं कि इन देशों की अर्थव्यवस्था अच्छा नहीं कर रही है। साथ ही पर्यटन उद्योग भी वैसे ही चल रहा है जैसे यह पहले काम करता था। फिलहाल देश में एक ऐसे मजबूत अभियान और कार्यक्रम की आवश्यकता है जिसमें विदेशी राष्टï्रों से आने वाले पर्यटन को भुनाने की संभावनाएं हो। एक पर्यटन गतंव्य होने केनाते हमारा मुकाबला विश्व के10-15 राष्टï्रों से है। इसलिए हमारे पास योजनओं का बिल्कुल स्पष्टï खाका होना चाहिए।'
विदेशों से आने वाला पर्यटन देश में विदेशी पूंजी उगाही का एक बड़ा जरिया है। जनवरी-अक्टूबर 2015 केदौरान इस क्षेत्र से करीब 101,348 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, पिछले वर्ष की तुलना में महज इसमें 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नवंबर, 2014 में सरकार ने विदेशी पर्यटकों केआगमन को आसान बनाने केलिए 113 देशों के यात्रियों के लिए 16 हवाईअड्डïों पर ई-टूरिस्ट वीजा सुविधा शुरू की थी। वहीं कुछ जगहों पर हमें सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों का भी सामना करना पड़ता है जो विदेशी पर्यटन में एक बहुत बड़ी चुनौती है। वहीं बुनियादी सेवाओं को लेकर अब भी समस्याएं बरकरार हैं।
ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया(टैफी) के पूर्व अध्यक्ष और नोमैड ट्रैवल्स के मालिक अजय प्रकाश कहते हैं 'विदेशी पर्यटकों का रुझान इस वर्ष बहुत जबरदस्त नहींं है पर सेंटीमेंट को नकारात्मक भी नहीं कहा जा सकता है, लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष कम पूछताछ हो रही है। कमजोर रुपये को सकारात्मक कारक साबित होना चाहिए लेकिन एक अंक में वृद्धि दर बात करने का विषय ही नहीं है।'
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