डॉलर कर्ज जुटाने की कोशिश में बिड़ला समूह | बीएस संवाददाता / मुंबई November 19, 2015 | | | | |
हाल के महीने में रकम जुटाने की सबसे बड़ी कवायद के तहत आदित्य बिड़ला समूह की कंपनियां हिंडाल्को और बिड़ला कार्बन अपनी वित्तीय लागत घटाने की कोशिश के तहत अगले साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय बाजार से करीब 2.43 अरब डॉलर जुटाएगी। बैंकरों ने बताया कि हिंडाल्को की योजना बॉन्ड के जरिए 1.5 अरब डॉलर जुटाने की है जबकि बिड़ला कार्बन इस हफ्ते से निवेशकों के बीच 92.5 करोड़ डॉलर ऋण के विपणन की है। बैंंकरों ने कहा कि बिड़ला कार्बन के कर्ज का विपणन सिंगापुर में शुरू हो चुका है और एएनजेड, ऐक्सिस बैंक, क्रेडिट एग्रीकोले, आईसीआईसीआई बैंक, स्टैनचार्ट अग्रणी प्रबंधक के तौर पर हैं। निवेशकों का प्रत्युत्तर जनवरी के पहले हफ्ते में मिलने की संभावना है।
बिड़ला कार्बन ने साल 2011 में कोलंबियन केमिकल्स के अधिग्रहण के लिए कर्ज लिया था और इसी के बदले वह नया कर्ज जुटा रही है। उधर, हिंडाल्को अपनी वित्तीय लागत कम करने के लिए कर्ज का पुनर्गठन कर रही है। साल 2011 में कोलंबियन केमिकल्स के अधिग्रहण के बाद आदित्य बिड़ला समूह दुनिया में वॉल्यूम के लिहाज से सबसे बड़ी कार्बन ब्लैक निर्माता बन गई। समूह ने भारत में कार्बन ब्लैक का कारोबार आदित्य बिड़ला नूवो से अलग कर दिया और इसके लिए अलग सहायक एसकेआई कार्बन ब्लैक बना दी, जिसे बाद में सूचीबद्ध कराया जाएगा।
दूसरी ओर हिंडाल्को अपनी वित्तीय लागत को लेकर दबाव में है, जिस पर मुख्य तौर से जिंसों की घटती कीमतों और उच्चतम न्यायालय के आदेश पर कोयला खदान को पुनर्आवंटन का असर पड़ा है। समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने पिछले महीने एक साक्षात्कार में संकेत दिया था कि जिंसों में गिरावट का चक्र अब पीछे रह गया है और एल्युमीनियम की मौजूदा कीमतें कई कंपनियों के लिए परिचालन मुश्किल बना देगी। कंपनी की सबसे बड़ी प्राथमिकता अपना कर्ज घटाने की है, जो इस साल सितंबर में 28,518 करोड़ रुपये था।
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