वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के मुख्य परिचालन अधिकारी सीएम सिंह काफी खुश हैं। उनके मुताबिक कंपनी के फ्लैट पैनल टेलीविजन सेट और होम अप्लायंसेज कारोबार दशहरा और दीपावली के एक माह के त्योहारी महीने के दौरान कारोबार बेहतर रहा है। बहरहाल इसमें एक व्यवधान है। वह कहते हैं, 'बड़े शहरों और काउंटरों पर पिछले 3-4 सप्ताह के दौरान बिक्री शानदार रही है। छोटे कस्बों में कारोबार सुस्त रहा। छोटे और मझोले दर्जे के शहरों में अगर कोई कारोबार हुआ है तो सिर्फ दीपावली के 3-4 दिन पहले ही हुआ है, उसके पहले कोई कारोबार नहीं हुआ।'सिंह एकमात्र ऐसे नहीं हैं, जिनका यह कहना है। आम राय है कि उपभोक्ता वस्तुओं एवं इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों का कारोबार सभी उपभोक्ताओं में इस दीवाली एकसमान नहीं रहा। गोदरेज अप्लायंसेज के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं बिजनेस हेड कमल नंदी कहते हैं, 'कुछ राज्यों में बेहतर कारोबार हुआ, कुछ में नहीं। हमें जैसी उम्मीद थी, वैसा उत्साह पश्चिम और उत्तर भारत में नहीं दिखा। पूर्वी और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में बेहतर कारोबार हुआ है।'साफ है कि जहां आकर्षक वित्तीय योजनाएं, प्रतिस्पर्धी दाम और उत्पाद लुभावने रहे हैं, वहां उपभोक्ता आए हैं। ऐसा मुख्य रूप से शहरों में था। पश्चिम और उत्तर भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार करने वाली चेन विजय सेल्स के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता कहते हैं, 'हमारा आधे से ज्यादा कारोबार आक्रामक वित्तीय योजनाओं की वजह से हुआ है, और इस सीमा में आने वाले उत्पादों का कारोबार बेहतर रहा। सोनी, सैमसंग, एलजी, वीडियोकॉन जैसे कुछ ब्रांडों का कारोबार उनके आक्रामक विज्ञापनों और कीमतों की वजह से बेहतर रहा। कुछ श्रेणी के सामान जैसे सिंगल डोर रेफ्रिजरेटर पूरी तरह से बिक गए। हमारे स्टोरोंं में सिंगल डोर में कुछ भी गोदामों में नहीं बचा है।'कारोबार जगत के सूत्रों ने कहा कि सोनी, सैमसंग, एलजी, वीडियोकॉन जैसे ब्रांडों के फ्लैट टीवी कारोबार में इस दीवाली 20-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं इसी अवधि के दौरान एलजी होम अप्लायंसेज के कारोबार में 15-20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वर्लपूल और हेयर जैसे ब्रांडों के कारोबार का फिलहाल आकलन नहीं हो सका है। उपभोक्ता वस्तुओं और इलेक्ट्रॉनिक्स के विशेषज्ञ वाईवी वर्मा, जो इसके पहले एलजी और ओनिडा से जुड़े रहे हैं, कहते हैं कि इस साल दीवाली के बाद कारोबार में गति रहेगी। उन्होंने कहा, 'पिछले साल दशहरा और दीपावली एक ही महीने में थी। इस साल अक्टूबर और नवंबर दो महीनों में ये त्योहार पड़े हैं। इसके बाद वैवाहिक सीजन शुरू हो रहा है। ऐसे में घरेलू सामान विनिर्माताओं में उत्साह देखा जा रहा है।'
