सड़क सुरक्षा नीति जल्द ही | भाषा / नई दिल्ली July 26, 2015 | | | | |
देश में सड़क दुर्घटना की गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए सरकार जल्द ही सड़क परिवहन और सुरक्षा विधेयक, राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति, राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा कार्य योजना तथा सड़क दुर्घटना के पीडि़तों के उपचार के लिए चुनिंदा शहरों एवं राजमार्गों पर नकद रहित उपचार की व्यवस्था लागू करेगी।
हालांकि उन्होंने संसद में जारी गतिरोध या राजनीति से जुड़े किसी विषय पर कुछ नहीं कहा। आकाशवाणी पर प्रसारित 'मन की बात' कार्यक्रम में अपने 15 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने अच्छे मॉनसून से बेहतर फसल की संभावना पर किसान भाइयों को बधाई दी और साथ ही कारगिल विजय दिवस पर जवानों को श्रद्धांजलि भी दी।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से सुझाव मांगे कि उन्हें इस स्वतंत्रता दिवस पर क्या बोलना चाहिए। प्रधानमंत्री ने शौचालय को रक्षा बंधन पर बहन के लिए तोहफे की पहल का भी जिक्र किया और इसरो द्वारा ब्रिटेन के पांच उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किए जाने और पूर्वोत्तर से जुड़े विषयों की भी चर्चा की।
उन्होंने विभिन्न सामाजिक मुद्दों का जिक्र किया लेकिन विपक्ष द्वारा सुषमा स्वराज, वसुधंरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग पर संसद में जारी गतिरोध एवं अन्य राजनीतिक विषयों पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही दिल्ली के एक सड़क दुर्घटना पर उनकी नजर पड़ी थी जिसके बाद ही उन्होंने सड़क सुरक्षा पर कुछ बोलने का मन बनाया। लोगों को इस विषय पर जागरूक करने की ठानी।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'सरकार ने इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए कई पहल किए हैं। हम सड़क परिवहन और सुरक्षा विधेयक लाने जा रहे हैं।' मोदी ने कहा, 'गुडग़ांव, जयपुर और वड़ोदरा से लेकर मुंबई, रांची, रणगांव, मौंडिया राजमार्गों के लिए, हम एक नकद रहित उपचार व्यवस्था पेश कर रहे हैं।'
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