अनियमित फंडों पर पीएफआरडीए की नजर | बीएस संवाददाता / कोलकाता June 26, 2015 | | | | |
देश के पेंशन कोष नियामक पेंशन कोष नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) सुपर एन्युएशन फंडों को नियमित करने की संभावना पर विचार कर रही है, जो इस समय किसी भी नियामक द्वारा विनियमित नहीं है। पीएफआरडीए इनके बारे में सूचनाएं भी एकत्र कर रहा है, जिससे ऐसी इकाइयों से निपटा जा सके। पेंशन का दायरा कई क्षेत्रों में है, जिसमें पेंशन फंड (एनपीएस), ईपीएफओ हैं, इसके अलावा जीवन बीमा कंपनियां और म्युचुअल फंड भी पेंशन योजनाएं पेश कर रही हैं। इन सबके अलावा ग्रेचुटी फंड भी हैं। पीएफआरडीए के सदस्य बीएस भंडारी के मुताबिक एनपीएस और ईपीएफओ के अलावा ग्रेचुटी फंड, सुपर एन्युटी फंड और भविष्य निधि हैं, जिन पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की ओर से छूट मिलती है। उन्होंने कहा, 'यह किसी दायरे में से बच जाते हैं। ऐसा कोई नियामक नहीं है जो निगरानी करे कि यहां उचित तरीके से काम हो रहा है, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा हो रही है, नियमों का पालन हो रहा है या नहीं।'
इस समय पीएफआरडीए राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) का नियमन कर रहा है, जिसमें केंद्र सरकार के कर्मियों, राज्य सरकारों के कर्मियों, निजी संस्थानों व संगठनों और गैर संगठित क्षेत्र की ओर से हिस्सेदारी आती है। हाल ही में शुरू की गई अटल पेंशन योजना भी पीएफआरडीए देख रहा है। उन्होंने कहा, 'हमने कुछ इकाइयों एवं कंपनियों को पत्र लिखा है। आगे की कार्यवाही के बारे में फैसला करने से पहले हम इस मामले पर सूचना जुटा रहे हैं।'
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