लेटन इंटरनेशनल ने भारत में समुद्रगामी पाइपलाइनों के निर्माण के लिए 72 करोड़ डॉलर का अनुबंध हासिल किया है।
कंपनी देश में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के लिए पाइपलाइनों का निर्माण करेगी। इस पीआरपी 2 परियोजना के तहत कंपनी को भारत में 200 किलो मीटर लंबी पाइपलाइन का निर्माण करना है। इस पाइपलाइन को मुंबई के तट से 80 किमी की दूरी पर मुंबई हाई फील्ड में बनाया जाना है।
इस परियोजना पर काम इस वर्ष नवंबर तक शुरू किया जाना है। पाइपलाइन के निर्माण का काम नवंबर से मई के बीच अगले तीन वर्षों में पूरा किया जाना है।पाइपलाइन के निर्माण का पहला चरण मई 2009 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। वहीं दूसरा चरण 2010 और तीसरा चरण 2011 तक पूरा किए जाने की योजना है।
लेटन इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक डेविड सावाजे ने कहा कि इस योजना से कंपनी की भारत में कार्यप्रणाली को मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, ''तेल एवं गैस क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों के दौरान हमारी क्षमताएं बढ़ी हैं और इस ओएनजीसी की इस परियोजना को हासिल करने से हमें काफी उत्साह है।'' उन्होंने साथ ही कहा कि ओएनजीसी की यह दूसरी पाइपलाइन रिप्लेसमेंट परियोजना है और आने वाले समय में ऐसी परियोजनाओं के और बढ़ने की संभावना है। डेविड ने साथ ही कहा कि इस परियोजना को हासिल करने के बाद उनके पास वर्तमान में उपलब्ध परियोजनाओं का कुल मूल्य 3.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि आने वाले कुछ समय में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
उन्होंने कहा कि कंपनी अरब की खाड़ी में भी उपलब्ध कुछ संभावनाओं पर नजर गड़ाए बैठी है। डेविड ने कहा कि भारत तेल एवं गैस क्षेत्र में उनकी कंपनी के लिए एक उभरता हुआ बाजार है और उसे इससे आगे काफी उम्मीदे भी हैं। कंपनी ने यह भी खुलासा किया कि वह यातायात ढांचागत सेवाओं के विकास में भी दिलचस्पी रखती है।
खासतौर पर उसकी चाहत रेल, आवासीय, औद्योगिक और व्यापारिक इमारतों के निर्माण की भी है।गौरतलब हैकि लेटन की तेल एवं गैस इकाई ने भारत में खासी प्रगति की है। कंपनी भारत में रिलायंस इंडस्ट्रीज और कोच्चि रिफायनरीज के लिए दो तेल पाइपलाइनों का निर्माण कर चुकी है। दूसरी ओर ओएनजीसी एशिया की दूसरी सबसे बड़ी तेल एवं गैस शोधन और उत्पादन कंपनी है।