कार विनिर्माताओं के लिए त्योहारी सीजन का मतलब मुख्य रूप से आकर्षक उपभोक्ता पेशकशों के जरिये बिक्री को बढ़ाना और नकदी की आवक लगातार जारी रहना होता है। हालांकि तगड़ी मांग के बावजूद यह साल अलग हो सकता है। दुनिया भर में चिप की किल्लत है। इससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है, लेकिन मांग तगड़ी बनी हुई है। यह मांग आगामी महीनों में और बढऩे के आसार हैं, जिससे मांग और आपूर्ति में अंतर और बढ़ सकता है और कार मॉडलों के लिए ज्यादा इंतजार करना पड़ सकता है। इसका यह भी मतलब है कि छूट और मुफ्त उपहार समेत उपभोक्ता पेशकश भी गायब रहेंगी।
कार कंपनियों के डीलरों और अधिकारियों ने कहा कि इस समय खरीदारों को अपनी पसंदीदा कार घर लाने के लिए डेढ़ से तीन या चार महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है, जो कार के मॉडल और शहर पर निर्भर करता है। यह इंतजार अगले कैलेंडर वर्ष में बढ़कर छह से नौ महीने तक पहुंच सकता है।
मारुति सुजूकी में कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशंक श्रीवास्तव ने कहा, ‘इस साल चिप की किल्लत खेल बिगाड़ सकती है। तीसरी लहर के डर और आगामी सप्ताह में मॉनसून में संभावित कमी से भी त्योहारी मांग सुस्त रह सकती है।’ उन्होंने कहा कि इस महीने की शुरुआत में ओणम से सीजन की अच्छी शुरुआत हुई है। कार बाजार की इस अगुआ के पास रोजाना औसतन 800 कार की बुकिंग आ रही हैं, जो पिछले साल 500 ही थीं। लेकिन अब भी यह आंकड़ा 2019 में रोजाना 1,000 कार बुकिंग की तुलना में है।
मारुति की कारों के लिए इंतजार का औसत समय तीन सप्ताह से आठ महीने तक है, जो ईंधन के प्रकार, वैरिएंट और शहर पर निर्भर करता है। लेकिन नवरात्रि और दीवाली से पहले यह इंतजार और लंबा हो सकता है क्योंकि खरीदार इस अवधि को वाहनों की डिलिवरी के लिए शुभ मानते हैं। सभी कार कंपनियों सालाना बिक्री में एक हिस्सा हिस्सा नवरात्रि से लेकर दीवाली तक के सीजन में बिकता है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष विनकेश गुलाटी ने कहा, ‘निजी वाहन खंड में सभी अनुकूल परिस्थितियां मौजूद हैं, लेकिन चिप की किल्लत के कारण उपलब्धता एक बड़ी अड़चन है।’ गुलाटी ने कहा कि मांग बढ़ाना नहीं बल्कि वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना सबसे बड़ी चुनौती है। इस वजह से कंपनियों के बिक्री और विपणन प्रमुख बिक्री एवं प्रचार रणनीति तैयार करने के बजाय मॉडल और वैरिएंट के बीच संतुलन साधने पर ज्यादा समय देंगे ताकि डीलरों के पास उन मॉडल और वैरिएंट की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के सीईओ (वाहन खंड) विजय नाकरा ने कहा, ‘हम इस चुनौती के समाधान के लिए भरोसेमंद तथा नए तरीके तलाश रहे हैं।’ नाकरा ने कहा कि कंपनी त्योहारी सीजन में तगड़ी मांग आने की तैयारी की खातिर संयंत्रों और डीलरशिप पर उचित स्टॉक सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठा रही है।