महाराष्ट्र में सोमवार से होटल, रेस्तरां और बार खुल गए। सख्त सरकारी दिशानिर्देश, कर्मचारियों और पूंजी की कमी के कारण राज्य के पहले दिन महज 30 फीसदी ही रेस्तरां खुल सके। बाकी जल्द खोलने की तैयारी में लगे हैं। राज्य में 50 फीसदी क्षमता और मुंबई महानगरी क्षेत्र में 33 फीसदी क्षमता के साथ रेस्तरां खोलने की अनुमति मिली है।
होटल ऐंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया (एचआरएडब्ल्यूआई) के उपाध्यक्ष प्रदीप शेट्टी ने बताया कि अब करीब 30 फीसदी रेस्तरां दोबारा खुले हैं। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक धीरे-धीरे अन्य रेस्तरां भी खुल जाएंगे। मुंबई में केवल 33 फीसदी क्षमता के साथ ही रेस्तरां संचालित करने की अनुमति मिली है, जबकि राज्य के दूसरे हिस्सों में 50 फीसदी क्षमता के साथ रेस्तरां संचालित किए जा सकते हैं। सरकारी अनुमति के बाद भी महज 30 फीसदी रेस्तरां खुलने के सवाल पर शेट्टी कहते हैं कि पिछले साढ़े छह महीनों से रेस्तरां बंद पड़े थे जिसके कारण उनकी साफ-सफाई में समय लगता है। इसके अलावा कर्मचारियों और पूंजी की कमी एक बड़ी चुनौती है। कर्मचारियों के हर दिन आने-जाने की यातायात संबंधी समस्या भी हमारे समाने बढ़ी चुनौती है।
इंडियन होटल्स ऐंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन (आहार) के अध्यक्ष शिवानंद शेट्टी कहते हैं कि सरकार ने हमारे सुझाव मान लिए हैं और उसे एसओपी में शामिल किया है। रेस्तरां की साफ-सफाई में जुटे रेड हाउस रेस्तरां के मालिक संग्राम सिंह कहते हैं कि सरकार ने 33 फीसदी क्षमता से रेस्तरां खोलने की अनुमति दी है, इस क्षमता में क्या कमाएं, क्या खाएं वाला हाल है, फिर भी चुनौतियों को स्वीकार करके कारोबार तो शुरू करना ही है। उनके मुताबिक रेस्तरां की साफ-सफाई, सरकारी दिशानिर्देशों के पालन की व्यवस्था करने में करीब 10-15 दिन का समय लगेगा।
होटल-रेस्तरां व बार खोलने के लिए सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश ( एसओपी ) के अनुसार, होटल-रेस्तरां और बार में प्रवेश करते समय मुंह पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा। हर ग्राहक को मास्क पहनना, सैनिटाइजर का उपयोग करना, दस्ताने पहनना जरूरी है। ग्राहक जब रेस्तरां में आएंगे, तब उनका पहले शरीर का तापमान चेक किया जाएगा। अगर किसी भी ग्राहक का तापमान ज्यादा होगा, तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पूरा रेस्तरां दिन में दो बार सैनिटाइज करना होगा। रेस्तरां में प्रतीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। पैसे के लेन-देन के लिए डिजिटल माध्यम को बढ़ावा देने की बात कही गई है। नकदी संभालने के दौरान जरूरी सतर्कता बरतनी होगी। होटल स्टाफ की समय-समय जांच कराना भी अनिवार्य है। नियमों का पालन न करने वाले रेस्तरां पर कार्रवाई भी हो सकती है।
