किसान से नेता और फिर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने वाले शिवराज सिंह चौहान आने वाले चुनाव में अपनी पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
हालांकि वह भोपाल में पानी की कमी जैसे मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने से बचते हैं। विधान सभा चुनाव और कई और मुद्दों पर शशिकांत त्रिवेदी से की गई उनकी बातचीत के प्रमुख अंश
बिजली, सड़क और पानी के मुद्दे पर सत्ता विरोधी लहर के बाद आपकी पार्टी 2004 में सत्ता में आई। अब 2008 के विधान सभा चुनाव को आप कैसे देखते हैं?
हम लोगों ने 2004 में जिस तरह के मुद्दे उठाए थे, उसको हमने बेहतर तरीके से पूरा किया है। बिजली और सिंचाई में अतिरिक्त क्षमता का विकास और हजारों किलोमीटर सड़क का निर्माण मेरे मुख्यमंत्रित्व काल में हुआ है।
अगर आपकी सरकार ने अच्छा प्रदर्शन किया है, तो फिर राजधानी में आज भी पानी की किल्लत क्यों है?
अगर बारिश नहीं होती है, तो हम लोग कुछ नहीं कर सकते। पिछले कुछ वर्षों में मध्य प्रदेश में सूखे जैसी स्थिति रही है। इस बार भी राज्य में कम बारिश हुई है। सभी जलस्रोत सूखे हुए हैं। हम अपनी पनबिजली परियोजनाओं को इस स्थिति में नहीं चला सकते हैं और किसानों को हो रही पानी की समस्या भी इसी वजह से हो रही है।
अब जबकि चुनाव में कुछ दिन ही बाकी रह गए हैं तो आपके प्रचार अभियान के दौरान प्रमुख मुद्दे क्या होंगे?
हम 11 नवंबर को चुनाव घोषणा पत्र जारी करेंगे। हम मतदाताओं के सामने कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे उठाएंगे। इसमें मध्य प्रदेश को लेकर केंद्र सरकार की बेरुखी प्रमुख है। हमारे मतदाता विकराल महंगाई और आतंकवाद की भी उपेक्षा नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा पिछले 5 वर्षो के दौरान हमारी सरकार द्वारा किए गए विकास के बारे में लोगों को बताया जाएगा।
भ्रष्टाचार के मसले पर आप मतदाताओं का सामना कैसे करेंगे जबकि आपकी सरकार में मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं…
ये आधारहीन आरोप हैं… और हर कोई आरोप लगाने के लिए आजाद है।
लेकिन आपने खुद कई बार माना है कि व्यवस्था में खामियां हैं…
मैं अभी भी मानता हूं। सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है और मेरी सरकार इसका अपवाद नहीं है।
आपकी सरकार भारी मात्रा में औद्योगिक निवेश जुटाने में सफल रही है लेकिन बड़ी संख्या में परियोजनाओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है?
ऐसा नहीं है। हमने उद्योगों के साथ कुल 3.40 लाख करोड़ रुपये के सहमति पत्रों पर दस्तखत किए हैं। इनमें से 88,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर जमीनी काम शुरू हो चुका है। ऐसा मध्य प्रदेश के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ।
क्या कोई ऐसा लक्ष्य है जिसे आप पूरा न कर सके हों और सत्ता में दोबारा आने के बाद जिसे हासिल करना चाहें?
नहीं, मैं खुश हूं। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया है… मैं अपने काम से संतुष्ट हूं। हमने 13 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का विकास किया है जबकि पिछली सरकार ने पिछले 60 वर्षो के दौरान मुश्किल से 21 लाख हेक्टेयर क्षमता का विकास किया था।
हमने बिजली, सिंचाई, सड़क और सामाजिक क्षेत्र सहित सभी जगह बेहतरीन काम किया है। मैं समाज के कमजोर तबकों की बेहतरी, गरीबी उन्मूलन और महिलाओं को शक्तिशाली बनाने के काम में और तेजी लाना चाहूंगा।
यदि पार्टी किसी और को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करती है तो आप अपने सपनों को कैसे हकीकत में बदलेंगे?
हम फिर से सत्ता में आने जा रहे हैं और आप मुझे और मेरी सरकार को उसी उत्साह और अधिक तेजी के साथ काम करते हुए पाएंगे।