हिंदी के मनोरंजन चैनलों के लिए पिछले तीन हफ्तों का चला आ रहा वनवास आखिरकार खत्म हो गया।
पहले सिने वर्कर्स यू्नियन की हड़ताल और फिर मुंबई पर हुए आतंकी हमले की वजह से पिछले तीन हफ्तों में हिंदी मनोरंजन चैनलों के लिए मानों दर्शकों का अकाल पड़ गया था।
इनके दर्शकों की तादाद में 60 फीसदी की जबरदस्त कमी आ गई थी। लेकिन अब इन चैनलों के लिए चीजें पटरी पर दुबारा आती दिख रही है।
साल के 49वें हफ्ते (नवंबर 30-दिंसबर 6) के दौरान हिंदी मनोरंजन चैनलों की ग्रॉस रेटिंग प्वाइंट्स (जीआरपी) जबरदस्त तरीके से बढ़कर 1066 पर आ गई है। इसके पहले के हफ्ते में उनकी रेटिंग सिर्फ 661 जीआरपी थी, जो पिछले कई सालों में सबसे निचला स्तर था।
टैम मीडिया के मुताबिक इसके नई तरक्की के साथ ही स्टार प्लस, फिर से हिंदी मनोरंजन चैनलों के बीच सरताज बनकर उभरा है। उसे 263 जीआरपी मिले हैं। साल के 49वें हफ्ते में 213 जीआरपी के साथ सिर्फ पांच महीने पुराना चैनल कलर्स दूसरे स्थान पर रहा।
वहीं जी टीवी को 189 जीआरपी मिले और वह तीसरे स्थान पर रहा। तीन हफ्ते पहले हिंदी मनोरंजन चैनलों की कुल जीआरपी 1177 थी। लेकिन इसके बाद हुए सिने वर्कर्स यूनियन की हड़ताल की वजह से चैनलों को सीरियलों के पुराने एपिसोड्स को दिखाना पड़ा।
यह मामला सुलझा तो मुंबई पर हुए आतंकी हमले की वजह से लोग खबरिया चैनलों पर ही टंगे रहे और उन्होंने इन चैनलों की तरफ रुख भी नहीं किया। इस वजह से उनकी जीआरपी में और गिरावट आ गई।
जीपीआर 24 घंटे में सभी चैनलों पर दिखाए गए कार्यक्रमों की रेटिंग का एकीकृत रूप होता है। इसका इस्तेमाल मीडिया प्लानर किसी भी चैनल की लोकप्रियता का अंदाजा लगाने के लिए करते हैं। इसके आधार पर ही चैनल विज्ञापनों को दिखाने की दर को तय करते हैं।
आज विज्ञापनों से टीवी चैनलों को होने वाली कुल कमाई का 40-45 फीसदी हिस्सा तो करीब दर्जन भर हिंदी मनोरंजन चैनलों के बीच ही बंट जाता है। स्टार इंडिया के एक बड़े अधिकारी के मुताबिक चैनल का सीरियल ‘बिदाई’ इन चैनलों के बीच सबसे मशहूर शो बनकर उभरा है।
कौन है नंबर 1
तीन हफ्तों के बाद दर्शक लौटे हिंदी मनोरंजन चैनलों की ओर
स्टार प्लस फिर बना सरताज, जबकि कलर्स रहा दूसरे पायदान पर