Skip to content
  शुक्रवार 27 जनवरी 2023
Trending
January 27, 2023Nepal plane crash: सिंगापुर में होगी ब्लैक बॉक्स की जांचJanuary 27, 2023Gold price today, 27 January 2022: सोने-चांदी की कीमतों में बदलाव नहीं, 57 हजार के ऊपर सोनाJanuary 27, 2023अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है भारत: बाइडन प्रशासनJanuary 27, 2023FIH Hockey World Cup 2023: भारत ने क्लासीफिकेशन मैच में जापान को 8-0 से हरायाJanuary 27, 2023Stocks to Watch: Adani Group, Tata Motors, Dr.Reddy’s, DLF, Airtel, IGLJanuary 27, 2023CBI ने 4,760 करोड़ रुपये के बैंक लोन फ्रॉड केस में GTL के खिलाफ मामला किया दर्जJanuary 27, 2023Share Market Today: 500 से अधिक अंक टूटा सेंसेक्स, निफ्टी 17,700 तक लुढ़का
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  लेख  रूस-यूक्रेन युद्ध और भारत के लिए सबक
लेख

रूस-यूक्रेन युद्ध और भारत के लिए सबक

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता | नई दिल्ली—August 10, 2022 12:28 PM IST0
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

युद्ध से पहले भारत के सामने चीन की  चुनौती थी और वह एक कठिन भूराजनीतिक परिदृश्य से गुजर रहा था। भारतीय सेना और विदेश नीति दोनों के लिए रूस मजबूती का जरिया रहा है। परंतु यूक्रेन के साथ जंग ने रूस को कमजोर किया और उसे चीन के करीब भी किया। यह भारत के लिए दिक्कत की बात है। हालांकि भारत की ​स्थिति मजबूत करने के रास्ते मौजूद हैं लेकिन बुनियादी तथ्य यह है कि सीमा पर समस्याएं बढ़ी हैं। हम सरकारी व्यय में इजाफे का प्रस्ताव रखने में बहुत सतर्कता बरतते हैं लेकिन हमारा सुझाव है कि भारत को आने वाले कुछ वर्षों तक रक्षा व्यय में इजाफा करना चाहिए। हर वर्ष सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के कम से कम एक फीसदी के बराबर इजाफा किया जाना चाहिए। 

यूक्रेन युद्ध विदेश नीति, तकनीक, सैन्य मामलों और आ​र्थिक मामलों में भारत के लिए काफी अहम प्रभाव लेकर आया है। पुणे इंटरनैशनल सेंटर, तक्षशिला संस्थान और एक्सकेडीआर फोरम ने 1 अगस्त को पुणे में इस विषय पर एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस आयोजन में इन अहम सवालों पर जबरदस्त बहस हुई। 

रूस विदेश नीति और ह​थियारों के क्षेत्र में भारत का अहम साझेदार रहा है। परंतु एक पहलू जिस पर ध्यान नहीं दिया जाता है वह यह है कि इस निर्भरता के कारण भारत का सैन्य खर्च कम है क्योंकि रूस के सैन्य उपकरण और ह​​थियार अपेक्षाकृत सस्ते हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद तथा अन्य मंचों पर भारत जब भी मु​श्किल में पड़ा है, रूस ने हमेशा उसका समर्थन किया है। 
यूक्रेन युद्ध ने भारत की ​स्थिति को तीन तरह से कमजोर किया है। पहली समस्या है सैन्य उपकरणों की। रूसी संगठनों पर लगे प्रतिबंधों ने वै​श्विक तकनीक तक उनकी पहुंच मु​श्किल की है। यूक्रेन में रूस के ह​थियारों के कमजोर प्रदर्शन के कारण उनका निर्या​त बाजार प्रभावित हो सकता है और ऐसे में शोध एवं विकास तथा निर्माण के लिए संसाधन जुटाने में भी दिक्कत आएगी। भारत के लिए संभव है कि अब रूसी ह​थियार कमजोर तकनीकी क्षमता वाले साबित हों। इसका असर कीमत और संख्या पर भी पड़ेगा। 

दूसरी समस्या विदेश नीति से संबं​धित है। कमजोर रूस उस समय कम प्रभावी होगा जब भारत को विदेश नीति से जुड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे हालात बन सकते हैं जहां भारत को रूस का समर्थन सीमित या लगभग न के बराबर हो। 
तीसरी समस्या चीन से संबं​धित है। भारत के सामने सबसे अहम भूराजनीतिक चुनौती है चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता। यूक्रेन युद्ध के मामले में जहां ज्यादातर प्रमुख देशों ने रूस के ​खिलाफ एकजुटता दिखाई है, वहीं रूस को चीन से साफ समर्थन मिला है। इस बात की संभावना है कि ​भविष्य में रूस और चीन के बीच रिश्ता मजबूत होगा। यूरोपीय देशों द्वारा चरणबद्ध तरीके से रूसी गैस की खरीद बंद किए जाने के बीच रूस चीन में गैस पाइपलाइन बिछा रहा है। यह साझेदारी अंतत: भारत के हितों के ​खिलाफ जाएगी।
अल्पाव​धि में पारंपरिक भारतीय श​क्ति संसाधन कमजोर होंगे। हमें चीन से होने वाले खतरे का आकलन किस प्रकार करना चाहिए? चीन की अर्थव्यवस्था अच्छी ​स्थिति में नहीं है और उसकी आबादी भी असहज है। एक पार्टी वाला शासन ताइवान जैसे देश पर हमला नहीं कर सकता है क्योंकि वह प​श्चिमी गठजोड़ के साथ मजबूत रिश्ते में है। भारत अ​धिक व्यावहारिक लक्ष्य हो सकता है। चीनी शासन भारत के ​खिलाफ राष्ट्रवाद और सैन्य गतिवि​धियों के माध्यम से आं​तरिक अशांति का दमन करने का प्रयास करेगा। 

युद्ध भारत पर बुरा असर डाल सकता है। ये घटनाएं 2021 में आई हमारी पुस्तक के प्रमुख संदेश को दोहराती हैं। रूपा पब्लिकेशन से प्रका​शित राइजिंग टु द चाइना चैलेंज नामक इस पुस्तक में (लेखक बंबावले तथा अन्य) कहा गया था कि भारत को उच्च जीडीपी वापस हासिल करनी होगी तथा करीब 20 गठबंधन साझेदारों के साथ मिलकर गहरी संबद्धता कायम करनी होगी।
विदेश नीति परस्पर निर्भरता वाला नेटवर्क तैयार करने की कला है जहां हर देश अपनी घरेलू नीतियों को इस प्रकार बदलता है ताकि वह अन्य देशों के अनुकूल बन सके। भारत के लिए भी ऐसा करना ही सही होगा। लेकिन 20 देशों के हिसाब से नीतियों को नया आकार देना तथा सांस्कृतिक, आ​र्थिक, कूटनीतिक तथा सैन्य रिश्तों को मजबूती देना काफी समय लेगा।

हमें भय है कि हालिया घटनाक्रम सैन्य रणनीति में काफी महत्त्वपूर्ण प्रतिक्रिया की मांग करता है। रक्षा क्षेत्र को प्राथमिकता पर जोर देना होगा। इस दौरान सैन्य सुधार अपनाने होंगे, मसलन सैन्य आधुनिकीकरण, तीनों सेनाओं की क्षमताओं को सुसंगत बनाना और बेहतर उपकरणों के साथ कम जवानों के लक्ष्य की ओर बढ़ना। यूक्रेन की सैन्य रणनीति से यह सीखा जा सकता है कि सामने ताकतवर शत्रु हो तो कैसे लड़ा जाए?
3,488 किलोमीटर लंबी सीमा पर चीन की आक्रामकता से निपटने के लिए जरूरी तैयारी रखनी होगी। हिंद महासागर क्षेत्र में नौसेना के दबदबे की नीति की अनदेखी नहीं की जा सकती। यह सब करते हुए हमें अ​धिक महंगे प​श्चिमी रक्षा उपकरण भी खरीदने होंगे। रक्षा खरीद और रक्षा अर्थशास्त्र में  नये स्तर की राज्य क्षमता आवश्यक है। इसके लिए पैसा चाहिए। 

हमने अपने पूरे करियर में कभी सरकारी व्यय बढ़ाने की बात नहीं कही। फरवरी 2022 तक हमारा जोर इस बात पर था कि पहले सैन्य-संस्थागत सुधार किए जाएं और उसके बाद ही सुधरी हुई व्यवस्था में धनरा​शि व्यय की जाए। संभव है कि हालिया घटनाक्रम के बाद रक्षा सुधार की यह सुविधा हमारे पास न रह जाए। अब हमें कुछ ज्यादा कठिन चीजों की आवश्यकता होगी।
हमारे सामने ऐसी ​स्थिति है मानो विमान की उड़ान के बीच ही हमें इंजन सुधारना हो। हमें रक्षा सुधार, प​श्चिमी उपकरणों की खरीद और उत्तरी सीमा पर बेहतर प्रतिरोध जैसे तीनों काम एक साथ करने होंगे।

दशकों तक समझदारी भरी विदेश नीति और सैन्य प्रबंधन के जरिये हमने अपने रक्षा व्यय को जीडीपी के 1.3 फीसदी तक सीमित कर लिया। इससे देश के विकास की परियोजनाओं पर व्यय करने में मदद मिली। परंतु मौजूदा हालात में कुछ वर्षों तक सैन्य व्यय को हर वर्ष जीडीपी के एक फीसदी की दर से बढ़ाने की आवश्यकता है।
राजकोषीय तनाव के दौर में यह पैसा कहां से आएगा? ऋण-जीडीपी अनुपात को ​स्थिर करने के लिए जीडीपी में दो फीसदी के बराबर राजकोषीय सुधार की आवश्यकता है। देश में कर दर ऊंची है और उसे बढ़ाया नहीं जाना चाहिए। बढ़े रक्षा व्यय के लिए गुंजाइश बनाने के लिए स​ब्सिडी व्यय में कमी अवश्य की जा सकती है। 
(लेखक पुणे इंटरनैशनल सेंटर के सदस्य हैं) 

BORDERCHINACONFLICTIndiaISSUES
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

Related Posts

  • Related posts
  • More from author
आज का अखबार

संतुलित रुख जरूरी

January 25, 2023 10:12 PM IST0
आज का अखबार

केवल अधिकार तय करे संस्थाओं का व्यवहार?

January 25, 2023 10:07 PM IST0
आज का अखबार

आधुनिक सूचना युद्ध में विदेशी राज्य तत्त्व

January 25, 2023 9:59 PM IST0
आज का अखबार

पहल का अवसर

January 23, 2023 10:39 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

Facebook पर दो साल बाद Trump की वापसी, Meta ने बहाल किया खाता

January 26, 2023 9:04 AM IST0
अंतरराष्ट्रीय

Pakistan Economic Crisis: सरकारी कर्मचारियों की कट सकती है सैलरी

January 25, 2023 7:20 PM IST0
अन्य समाचार

आज का इतिहास | आज के ही दिन मदर टेरेसा को मिला था ‘भारत रत्न’ सम्मान

January 25, 2023 12:32 PM IST0
अन्य

Delhi Weather Update: राष्ट्रीय राजधानी में छाए बादल, न्यूनतम तापमान बढ़ा

January 25, 2023 11:27 AM IST0
अंतरराष्ट्रीय

दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में अदाणी चौथे नंबर पर खिसके, जेफ बेजोस ने किया पीछे

January 24, 2023 7:30 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत पर दोनों देशों को करना है फैसला : अमेरिका

January 24, 2023 6:54 PM IST0

Trending Topics


  • Stocks to Watch Today
  • Share Market Update
  • Gold Rate Today
  • NSE
  • Fiscal Deficit
  • Gold Price Today
  • Rupee vs Dollar
  • Delhi Weather Today
  • Union Budget 2023

सबकी नजर


Nepal plane crash: सिंगापुर में होगी ब्लैक बॉक्स की जांच

January 27, 2023 9:57 AM IST

Gold price today, 27 January 2022: सोने-चांदी की कीमतों में बदलाव नहीं, 57 हजार के ऊपर सोना

January 27, 2023 9:22 AM IST

अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है भारत: बाइडन प्रशासन

January 27, 2023 9:18 AM IST

FIH Hockey World Cup 2023: भारत ने क्लासीफिकेशन मैच में जापान को 8-0 से हराया

January 27, 2023 8:50 AM IST

Stocks to Watch: Adani Group, Tata Motors, Dr.Reddy's, DLF, Airtel, IGL

January 27, 2023 8:38 AM IST

Latest News


  • Nepal plane crash: सिंगापुर में होगी ब्लैक बॉक्स की जांच
    by भाषा
    January 27, 2023
  • Gold price today, 27 January 2022: सोने-चांदी की कीमतों में बदलाव नहीं, 57 हजार के ऊपर सोना
    by बीएस वेब टीम
    January 27, 2023
  • अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है भारत: बाइडन प्रशासन
    by भाषा
    January 27, 2023
  • FIH Hockey World Cup 2023: भारत ने क्लासीफिकेशन मैच में जापान को 8-0 से हराया
    by भाषा
    January 27, 2023
  • Stocks to Watch: Adani Group, Tata Motors, Dr.Reddy’s, DLF, Airtel, IGL
    by बीएस वेब टीम
    January 27, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
59696.61 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स59697
-5080.84%
निफ्टी59697
-5080%
सीएनएक्स 50015053
-1190.78%
रुपया-डॉलर81.57
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Tata Motors447.856.89
Zomato Ltd50.756.17
Bajaj Auto3915.555.33
Supreme Inds.2538.255.23
Tata Motors-DVR226.555.13
Esab India4268.754.80
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Tata Motors449.907.36
Zomato Ltd50.856.49
Bajaj Auto3938.005.93
Aarti Drugs429.955.79
Tata Motors-DVR227.305.57
Supreme Inds.2529.404.79
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks to Watch TodayShare Market UpdateGold Rate TodayNSEFiscal DeficitGold Price TodayRupee vs DollarDelhi Weather TodayUnion Budget 2023
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us