बिजनेस स्कूलों में समर प्लेसमेंट से मिलने वाले संकेत तो इस बात का इशारा कर रहे हैं कि आर्थिक मंदी की छाया अभी इन कैंपसों में नहीं पड़ी है।
छात्रों को छात्रवृत्ति (स्टाइपेंड) दिलाने के मामले में केवल आईआईएम ही नहीं बल्कि दूसरे बी स्कूल भी पिछले साल के स्तर को छूने में कामयाब रहे हैं। कुछ मामलों में तो दूसरे बी स्कूल आईआईएम से आगे निकलते नजर आए।
उदाहरण के तौर पर, दिल्ली के इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ फॉरेन ट्रेड (आईआईएफटी) ने तो स्टाइपेंड के मामले में पिछले साल के आंकड़े को भी पार कर लिया। पिछले साल संस्थान के छात्रों को 80,000 रुपये की अधिकतम छात्रवृत्ति मिली थी।
यह आंकड़ा भी इस साल बढकर 1 लाख रुपये तक पहुंच गया है। इसके अलावा औसत छात्रवृत्ति आंकड़ों में भी 52 फीसदी का उछाल आया है और यह पिछले साल के 25,000 रुपये के स्तर से बढ़कर 38,000 रुपये तक पहुंच गया है।
गाजियाबाद के इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आईएमटी) में भी इस मामले में 33 फीसदी का उछाल आया है। इस संस्थान के छात्रों की अधिकतम छात्रवृत्ति में भी इस बार 20,000 रुपये की वृद्धि हुई है।
पिछले साल संस्थान के छात्र 60,000 रुपये प्रति माह की छात्रवृत्ति झटकने में कामयाब रहे थे तो इस बार यह आंकड़ा भी बढ़कर 80,000 रुपये तक पहुंच गया। संस्थान में 10 छात्रों की नौकरी विदेश में लग चुकी है जबकि 80 फीसदी छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है।
आईएमटी गाजियाबाद में प्लेसमेंट के चेयरमैन प्रोफेसर संजीव पाराशर कहते हैं, ‘समर प्लेसमेंट में हमे अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है। अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों से संपर्क करने की हमारी नीति कारगर साबित हो रही है।’
अगर दिल्ली के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एफएमएस) की बात करें तो संस्थान के 6 छात्रों को देसी कंपनियों में सबसे ज्यादा पैकेज मिला है। इन छात्रों को 50,000 रुपये महीने का स्टाइपेंड णमिलेगा। वहीं तीन छात्र 70,000 रुपये महीने का स्टाइपेंड विदेशी कंपनियों सें पाने में कामयाब रहे हैं।
संस्थान में इस साल समर इंटर्नशिप में शत प्रतिशत प्लेसमेंट हुआ है और कैंपस में 40 नई कंपनियां आई हैं। पिछले साल कोका कोला और माइक्रोसॉफ्ट ने सबसे अधिक डोमेस्टिक पैकेज छात्रों को दिया था। इन दोनों कंपनियां 50,000 रुपये महीने का स्टाइपेंड दिया था।
एफएमएस में कॉर्पोरेट रिलेशंस और प्लेसमेंट एडवाइजर प्रोफेसर मधु विज कहती हैं, ‘समर प्लेसमेंट में सब अच्छा ही हो रहा है लेकिन कैंपस में आने वाली कंपनियों के प्रोफाइल में बदलाव आया है। इस बार हमारे कैंपस में पिछले वक्त की तुलना में एफएमसीजी और मार्केटिंग कंपनियां ज्यादा आईं। इसके अलावा कई कंसल्टेंट कंपनियां भी इस बार आईं।’
डोमेस्टिक पैकेज में पिछले साल की तरह इस बार भी मुंबई का जमनालाल बजाज इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज ही अव्वल रहा है। संस्थान के कुछ छात्र पिछले साल की ही तरह इस साल भी 1 लाख रुपये प्रतिमाह का स्टाइपेंड पाने में कामयाब रहे हैं। संस्थान में हिंदुस्तान यूनिलीवर, प्रॉक्टर ऐंड गैंबल और पेप्सीको जैसी एफएमसीजी कंपनियां मार्केटिंग, कॉर्पोरेट फाइनैंस जैसे विभागों में नियुक्तियों को लेकर संस्थान में आईं।
अब कुछ बात आईआईएम की भी हो जाए। आईआईएम कोझिकोड (आईआईएम-के) के छात्रों को सिंगापुर की बहुराष्ट्रीय कंपनी वेगा फूड्स ने 3,000 डॉलर प्रतिमाह का स्टाइपेंड देने का ऑफर दिया है। इसके अलावा आईआईएम-के छात्रों को 2 महीने के लिए 1 लाख रुपये के स्टाइपेंड का ऑफर दिया गया है। इनकी इंटर्नशिप का वक्त अप्रैल 2009 से शुरू होगा।