Skip to content
  बुधवार 29 मार्च 2023
Trending
March 29, 2023वायनाड में कब होगा उपचुनाव? जानिए क्या बोला चुनाव आयोगMarch 29, 2023HCC ने बहरामपुर-फरक्का हाइवेज की 1,323 करोड़ रुपये में बिक्री पूरी कीMarch 29, 2023Maruti Suzuki ने 25 लाख वाहनों के निर्यात का आंकड़ा पार कियाMarch 29, 2023Indore Hotel Fire: इंदौर के होटल में आग, 42 लोगों को बाहर निकाला गया, 10 अस्पताल भेजे गएMarch 29, 2023ताइवानी राष्ट्रपति साई और यूएस हाउस स्पीकर की भेंट पर तिलमिलाया चीन, दी जवाबी कार्रवाई की धमकीMarch 29, 2023World Bank ने रूरल वाटर सप्लाई प्रोग्राम के लिए कर्नाटक को 36.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की मंजूरी दीMarch 29, 2023UPI Payment: 1 अप्रैल से UPI ट्रांजेक्‍शन करना पड़ेगा महंगा ! देना होगा एक्‍स्‍ट्रा चार्जMarch 29, 2023SA vs WI: जोसेफ के पांच विकेट से वेस्टइंडीज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज जीतीMarch 29, 2023BharatPe के को-फाउंडर अश्नीर ग्रोवर के पिता अशोक ग्रोवर का 69 साल की उम्र में निधनMarch 29, 2023Adani Enterprises का शेयर पांच फीसदी से अधिक लाभ में आया, समूह की अन्य कंपनियों के शेयर भी चढ़े
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  लेख  विज्ञापन उद्योग पर छाए मंदी के बादल
लेख

विज्ञापन उद्योग पर छाए मंदी के बादल

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —October 29, 2008 10:23 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

पूरी दुनिया में फैली आर्थिक मंदी, विज्ञापन एजेंसियों और मीडिया में विज्ञापन देने वाली कंपनियों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है।


मीडिया के सभी माध्यमों में विज्ञापनों के लिए पिछली तिमाही का वक्त बहुत बुरा रहा है और इसमें 10-20 प्रतिशत की कमी आई है। कुछ लोगों को संदेह है कि वैश्विक संकट के इस दौर में सुधार नहीं होगा तो अब से एक महीने बाद विज्ञापनों की कीमतों के लिए एक बार फिर से मोलभाव किया जाएगा।

ऐसे में टेलीविजन चैनलों पर विज्ञापन की दरों में भी 10-15 प्रतिशत की कमी का अनुमान लगाया जा रहा है। इंडिया मीडिया एक्सचेंज के स्ट्रैटजिक इनवेस्टमेंट की देश में प्रमुख मोना जैन का कहना है, ‘दरअसल अब विज्ञापनों की मांग बहुत ज्यादा हो गई है और कंपनियां बहुत कम विज्ञापन दे रही हैं। इससे मांग और आपूर्ति के बीच एक बड़ी खाई जैसी स्थिति बन गई है। वैसे आपको विज्ञापनों की दरों में बहुत कमी नजर नहीं आएगी लेकिन ग्राहकों से मोलभाव करने जैसी स्थिति पैदा हो गई है। अब विज्ञापनदाता बहुत ज्यादा मोलभाव करने पर तुले हुए हैं।’

अब टीवी विज्ञापनों की कमी को झेल रहे हैं इसीलिए चैनल अब बहुत सारे छूट और लुभावने ऑफर दे रहे हैं। मीडिया मार्केट में भी विज्ञापनों के लिए कई माध्यमों का विकल्प मौजूद है। इसकी वजह से टीवी को अपने विज्ञापनों की दरों में नरमी बरतने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जैन के मुताबिक ब्रांड को बनाने वाले विज्ञापनों पर मंदी का बहुत असर पड़ा है।

अगर बाजार में स्थायित्व नहीं आएगा तो इसके भविष्य के लिए कई सवालिया निशान खड़े हो सकते हैं। दूसरी ओर त्योहार का मौसम होने की वजह से स्कीम आधारित विज्ञापनों का प्रदर्शन बढ़िया रहा है। जैन का मानना है कि जिन विज्ञापनदाताओं ने दीपावली तक अपना स्टॉक खत्म नहीं किया होगा, वे अपनी स्कीम को दिसंबर तक बढ़ा भी सकते हैं।

ग्लोबल मीडिया प्लानिंग कंपनी माइंडशेयर के प्रबंध निदेशक गौतमन रागोतमन का कहना है, ‘विज्ञापनों के लिए कई समझौते सालाना आधार पर ही होते हैं, ऐसे में दुबारा मोलभाव जैसी कोई बात नहीं हो पाती है। इस वजह से विज्ञापनदाता बहुत सक्रिय तौर पर मोलभाव करने की स्थिति में नहीं होते। हालांकि प्रिंट मीडिया बहुत ज्यादा दबाव में है।

यहां ग्राहक दर ग्राहक समझौते और मोलभाव के लिए बातचीत होने लगी है।’ बेट्स (ओओएच) के कंट्री हेड प्रवीण वडेरा का कहना है, ‘हमलोग अभी देखने और इंतजार करने की नीति पर काम कर रहे हैं। अभी फिलहाल जितने भी विज्ञापन देखने को मिल रहे हैं, वह त्योहारी मौके की वजह से ही हैं। अभी तो कोई यह नहीं बता सकता है कि इस त्योहारी मौके के बीतने के बाद किस तरह की स्थिति बनने वाली है। हमारे ग्राहक अपनी योजनाओं के बारे में अभी बात तक नहीं कर रहे हैं।’

रीडिफ्यूजन वाई ऐंड आर के चीफ क्रिएटिव डायरेक्टर रामानुज शास्त्री इस बात की पुष्टि करते हुए कहते हैं, ‘इस वक्त बाजार के हालात बहुत नाजुक हैं और लोग जोखिम उठा कर पैसे खर्च नहीं करना चाहते। बाजार में अस्थायित्व की स्थिति बनी हुई है और अर्थव्यवस्था में मंदी है। इसी वजह से कंपनियों में मार्केटिंग से जुड़े लोग परेशान होकर प्रत्यक्ष विज्ञापनों का सहारा लेने लगे हैं। अब क्रिएटिव मार्केटिंग के बजाय प्रमोशनल ऑफर का सहारा लिया जा रहा है।’

हालांकि उनका कहना है कि कम बजट में भी बेहतरीन विज्ञापन बनाए जा सकते हैं। उनके मुताबिक कुछ बेहतरीन विज्ञापन कम बजट में ही बने हैं। मसलन दो मछुआरों वाला फेवीक्विक का विज्ञापन इसकी सबसे बेहतरीन मिसाल है।

परसेप्ट के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट अमिताभ मित्रा का कहना है, ‘बाजार और अर्थव्यवस्था में आए इस संकट का असर निश्चित रूप से विज्ञापन इंडस्ट्री की विकास दर पर इस साल के साथ ही अगले साल भी पड़ने वाला है। कंपनियां अपने खर्चो में कटौती करने की बात सोचेंगी तो सबसे पहले मार्केटिंग और विज्ञापनों के खर्चों में ही कटौती होगी।’

मुद्रा मैक्स के प्रेसीडेंट और प्रमुख चंद्रदीप मित्रा का कहना है, ‘विज्ञापनदाता अब कम बजट में ही फायदा मिलने वाला काम करना चाहते हैं। इसकी वजह से टीवी और प्रिंट के विज्ञापनों पर इसका असर सबसे ज्यादा दिख रहा है। केवल बडे और मजबूत अखबार ही नई दरों पर विज्ञापन लेने की स्थिति में हैं।

हालांकि एफएमसीजी, डीटीएच और टेलीकॉम के बजट में कोई कमी नजर नहीं आई है लेकिन रियलिटी और बीएफएसआई सेक्टर ने अपने बजट में 30 से 40 प्रतिशत की कटौती की है।’ निश्चित तौर पर इस मंदी का असर विज्ञापन उद्योग पर इस साल तो रहेगा ही अगले साल भी ऐसा ही रहने की उम्मीद है।

cloud of recession occupied on advertising agencies
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

भारतीय रिजर्व बैंक के इतिहास की बात

March 28, 2023 11:20 PM IST
आज का अखबार

ग्राहकों के साथ उचित व्यवहार करें बैंक

March 28, 2023 11:15 PM IST
आज का अखबार

स्पेक्ट्रम आवंटन : दूर हो नीति का अभाव

March 28, 2023 11:06 PM IST
आज का अखबार

शहरी भारत का निर्माण

March 27, 2023 11:55 PM IST
अन्य समाचार

Meta का भारत को लेकर बेहद रोमांचित, आशावादी नजरियाः संध्या देवनाथन

March 28, 2023 6:05 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

Mexico Fire: मेक्सिको में प्रवासी केंद्र में आग का कोहराम, 39 लोगों की मौत, कई घायल

March 28, 2023 5:27 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ में चीन, भारत मिलकर करेंगे आधा योगदानः रिसर्च संस्थान

March 28, 2023 5:08 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

क्या नॉर्थ कोरिया कर रहा परमाणु बम से तबाही लाने की तैयारी! किम ने अधिकारियों से कह दी ये बात

March 28, 2023 3:41 PM IST
अन्य

उमेश पाल अपहरण मामला: अतीक अहमद समेत तीन अभियुक्त दोषी करार

March 28, 2023 2:09 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका को वित्त वर्ष 2024 के लिए H-1B वीजा की अधिकतम सीमा जितने आवेदन मिले

March 28, 2023 12:54 PM IST

Trending Topics


  • Stocks To Watch
  • Amritpal Singh Case
  • Mumbai-Pune Expressway
  • Stock Market Today
  • Rajnath Singh
  • COVID-19 Case Update
  • Gold-Silver Price Today
  • Rupee vs Dollar

सबकी नजर


वायनाड में कब होगा उपचुनाव? जानिए क्या बोला चुनाव आयोग

March 29, 2023 2:29 PM IST

HCC ने बहरामपुर-फरक्का हाइवेज की 1,323 करोड़ रुपये में बिक्री पूरी की

March 29, 2023 2:11 PM IST

Maruti Suzuki ने 25 लाख वाहनों के निर्यात का आंकड़ा पार किया

March 29, 2023 2:11 PM IST

Indore Hotel Fire: इंदौर के होटल में आग, 42 लोगों को बाहर निकाला गया, 10 अस्पताल भेजे गए

March 29, 2023 1:57 PM IST

ताइवानी राष्ट्रपति साई और यूएस हाउस स्पीकर की भेंट पर तिलमिलाया चीन, दी जवाबी कार्रवाई की धमकी

March 29, 2023 1:49 PM IST

Latest News


  • वायनाड में कब होगा उपचुनाव? जानिए क्या बोला चुनाव आयोग
    by भाषा
    March 29, 2023
  • HCC ने बहरामपुर-फरक्का हाइवेज की 1,323 करोड़ रुपये में बिक्री पूरी की
    by भाषा
    March 29, 2023
  • Maruti Suzuki ने 25 लाख वाहनों के निर्यात का आंकड़ा पार किया
    by भाषा
    March 29, 2023
  • Indore Hotel Fire: इंदौर के होटल में आग, 42 लोगों को बाहर निकाला गया, 10 अस्पताल भेजे गए
    by भाषा
    March 29, 2023
  • ताइवानी राष्ट्रपति साई और यूएस हाउस स्पीकर की भेंट पर तिलमिलाया चीन, दी जवाबी कार्रवाई की धमकी
    by भाषा
    March 29, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
57762.11 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स57762
1480.26%
निफ्टी57762
1480%
सीएनएक्स 50014312
1010.71%
रुपया-डॉलर82.31
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Praj Industries326.857.78
Adani Enterp.1719.107.34
NBCC33.377.20
Suzlon Energy7.597.20
Borosil Renew.412.556.91
Raymond1176.556.53
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Suzlon Energy7.658.51
Praj Industries327.057.96
NBCC33.457.56
Adani Enterp.1721.207.52
Raymond1183.806.73
UCO Bank24.006.43
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks To WatchAmritpal Singh CaseMumbai-Pune ExpresswayStock Market TodayRajnath SinghCOVID-19 Case UpdateGold-Silver Price TodayRupee vs Dollar
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us