मंदी की मार का असर आखिरकार टेलीविजन उद्योग पर भी नजर आने ही लगा है।
कल मुंबई में जी, स्टार, सोनी और कलर्स के अलावा और भी चैनलों के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से सीरियलों और टेलीविजन शो के दोबारा प्रसारण का फैसला कर लिया। कल रात से इन मनोरंजन चैनलों पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों का दोबारा प्रसारण होना शुरू हो गया है।
स्टार प्लस के जीएम और एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट कीर्तन अध्येंतया का कहना है, ‘हम लोगों ने फेडरेशन के साथ सहमति न बन पाने के कारण ही यह फैसला लिया गया कि कार्यक्रमों का दुबारा प्रसारण किया जाएगा। हमारे चैनल के भी सारे सीरियल और शो का दोबारा प्रसारण हो रहा है। यह कहना अभी मुश्किल है कि ऐसा कब तक होगा। भविष्य में जिस तरह की गतिविधियां होगी यह उस पर ही निर्भर करता है।’
आखिर क्या है मुद्दा
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इंम्पलॉयी जो फिल्म और टेलीविजन उद्योग से जुड़े 22 यूनियनों पर अपना नियंत्रण रखती है उसने वेतन और काम के समय के मुद्दे पर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दिया है। इसकी वजह से ही टेलीविजन सीरियलों और बॉलीवुड की फिल्मों की शूटिंग का काम बाधित हो रहा है।
सभी मनोरंजन चैनल अपनी हालत हो नाजुक बता कर यह संदेश देना चाह रहे हैं कि वे किसी भी तरह के समझौते के लिए इस वक्त तैयार नहीं हैं। जीटीवी के बिजनेस प्रमुख तरूण मेहरा का कहना है, ‘यकीनन दर्शकों की संख्या में कमी तो आएगी ही और इसका असर विज्ञापनों पर भी पड़ेगा लेकिन हम इस वक्त ऐसा फैसला लेने के अलावा कुछ नहीं कर सकते थे। हमने विज्ञापनदाताओं से भी बात की है और एक-दो हफ्ते तक उनका सहयोग तो हमें जरूर ही मिलेगा। इसके अलावा हमारी बात प्रोडयूसर से भी हो रही है। देखिए नतीजा क्या निकलता है।’
मनोरंजन चैनल से जुड़े लोगों का कहना है कि हम प्रोडयूसर की मांग को पूरा करने की क्षमता ही नहीं रखते। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि अगर अधिक कीमत चुकाकर कार्यक्रमों को खरीद भी लिया जाए तो फिर उसे बेचना भी मुश्किल हो जाएगा।
उनका कहना है कि टेलीविजन उद्योग से जुड़े प्रोडयूसर और कर्मचारियों की हड़ताल जब तक खत्म नहीं होती है तब तक कुछ भी कहना संभव नहीं है। फिलहाल जी टीवी चैनल पर प्रसारित होने वाले 16-17 सीरियलों और रियलिटी शो का दुबारा प्रसारण होने लगा है।
विज्ञापन जगत का रुख
निश्चित तौर पर दोबारा कार्यक्रमों के प्रसारण होने की वजह से दर्शकों की संख्या में कमी तो जरूर आएगी और इसका असर विज्ञापनों की दर पर भी पड़ सकता है। मुद्रा मैक्स के प्रेसीडेंट एवं प्रमुख चंद्रदीप मित्रा का कहना है, ‘हमलोग फिलहाल चैनलों की गुजारिश पर एक हफ्ता से लेकर दस दिनों का समय दे रहे हैं और हम इस वक्त अपनी योजना में कोई बदलाव नहीं ला रहे हैं। निश्चित तौर पर दर्शकों की रेटिंग में कमी तो आ रही है लेकिन अभी हम थोड़ा इंतजार कर रहे हैं।’
मित्रा का कहना है कि इस एक हफ्ते में ही इस बात का अंदाजा हो जाएगा कि यह छोटे समय की समस्या है या लंबी अवधि की, उसके बाद ही हम अपनी पॉलिसी में बदलाव लाएंगे। संभवत: अगले सोमवार के बाद ही हम विज्ञापनों के स्लॉट या दरों के बारे में बदलाव की पहल करेंगे।
नए चैनलों को फायदा
कलर्स और 9 एक्स और एनडीटीवी इमैजिन जैसे नए चैनलों को इसका फायदा जरूर मिल सकता है। इसकी वजह यह है कि देश के जाने-माने मनोरंजन चैनलों के एक ही कार्यक्रमों को बार-बार देखने के बजाए लोग नए चैनलों के कार्यक्रमों की ओर रूख कर सकते हैं।
कलर्स के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन क ी प्रेरणा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि उनके चैनल पर प्रसारित होने वाले 5-6 सीरियलों का दोबारा प्रसारण हो रहा है जिसमें शामिल हैं, रहे तेरा आर्शीवाद, मोहे रंग दे, जयश्री कृष्णा, बंधन सात जन्मों का, बालिका वधु। लेकिन कलर्स के सबसे चर्चित शो ‘बिग बॉस’ का प्रसारण दोबारा नहीं किया जाएगा।
सोनी के भी कई रेगुलर शो का दुबारा प्रसारण हो रहा है जिसमें आंठवा वचन, सुजाता जैसे सीरियलों के अलावा इंडियन ऑयडल 4, विडियोकॉन बूगी-वूगी और कांटे की टक्कर जैसे रियलिटी शो का प्रसारण भी दोबारा किया जा रहा है।
इसके अलावा पुराने शो का भी प्रसारण किया जा रहा है जिसमें शामिल है कॉमेडी सरकस, मि. एंड मिसेज टेलीविजन। सोनी पर हाल ही में लॉन्च हुए शो का दोबारा प्रसारण नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि सोनी पर 1अक्टूबर को ‘हम लड़कियां’ और 3 नवंबर को ‘मीत मिला दे रब्बा’ लॉन्च हुआ था। इन कार्यक्रमों का दोबारा प्रसारण नहीं किया जाएगा, जब हड़ताल खत्म होगी और इन सीरियलों की शूटिंग शुरू होगी तभी इन सीरियलों का प्रसारण भी शुरू होगा।