अकोला के बापूनगर के घनश्याम बामन के लिए इस बार दिवाली का त्योहार बेहद खास और अनोखा भी था। मुंबई नगर निगम के इस सफाई कर्मचारी ने लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति अपने यहां रखी थी। पूजा की जगह बहुत छोटी थी।
उस जगह बामन के बच्चे, पत्नी और उनके माता-पिता भी मौजूद थे। बामन परिवार के सदस्यों के अलावा मशहूर अभिनेता सलमान खान भी मौजूद थे।
लगभग 35 साल के बामन उन दिनों को याद करते हैं जब वे सोनी के गेम शो ‘दस का दम’ में एक प्रतियोगी के तौर पर अभिनेता सलमान खान से मिले थे।
बामन ने मुझसे कहा, ‘वह तो हमारे लिए देवता के समान ही है मैडम। मैं बहुत सारे कर्ज में फंसा हुआ था। मैंने तो खुदकुशी करने की कोशिश भी की।’ वह कहते हैं कि उनका मासिक वेतन महज 5,500 रुपये था जिससे सारी जरूरतों को पूरा करना लगभग असंभव था।
अपने जीवन से बेहद हताश बामन ने एक एसएमएस के जरिए शो में पूछे जाने वाले सवाल का जवाब दिया। वह बेहद भाग्यशाली रहे और उन्हें शो में ऑडिशन के लिए बुलाया गया। उन्होंने महसूस किया कि वह सलमान खास से रूबरू होंगे और उन्हें उनके सवाल का जवाब देना होगा।
उन्हें यह उम्मीद भी होने लगी कि वह अपने परिवार के लिए इसके जरिए कुछ पैसे भी जीत सकते हैं। हालांकि वह एक रुपया भी नहीं जीत पाए लेकिन सलमान खान ने स्टेज के पीछे आकर उन्हें डेढ़ लाख रुपये नकद दिए।
बामन कहते हैं, ‘मेरे ऊपर एक लाख तक का कर्ज था। जब सलमान ने मुझे पैसे दिए तो ऐसा लगा कि मैं उनके कदमों में गिर जाऊं।’
हालांकि बामन कोई पुरस्कार नहीं जीत पाए अगर उन्हें बहुत ज्यादा पुरस्कार मिलते तो शायद वह भी हीरो बन जाते। वह स्लमडॉग मिलिनॉयर फिल्म के जमाल मलिक नहीं बन पाएं। इस फिल्म में जमाल मलिक ने एक शो में हर सवाल का सही जवाब देकर 10 लाख डॉलर जीत लिए।
लेकिन 23 जनवरी को भारत में रिलीज होने वाली डैनी बॉयल्स की यह फिल्म पहले ही काफी पैसा कमा चुकी है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि पुलिस मलिक को बहुत परेशान करती है क्योंकि उसे शक होता है कि उसने यह रकम किसी धोखे से जीती है।
इस फिल्म के एक सीन में एक पुलिस वाला कहता भी है, ‘इस गेम शो में प्रोफेसर, इंजीनियर और डॉक्टर 16,000 से आगे नहीं बढ़ पाते और जवाब नहीं दे पाते तो झोपड़पट्टी का गरीब लड़का सवालों का सही जवाब कैसे दे सकता है।’
जब मैंने दस का दम में शामिल होने वाले एक प्रतियोगी विशाल नेटके को स्लमडॉग मिलिनॉयर की संक्षिप्त कहानी सुनाई तो वह कहने लगा, ‘मैं एक ऑटोरिक्शा चलाता हूं। मैंने भी दस का दम शो के एक राउंड में सवालों के लगातार सही जवाब देकर एक आईआईटी इंजीनियर को मात दी थी।’
वह बेहद गर्व के साथ मुस्कराते हुए कहते हैं, ‘केवल तीन घंटे में एक गरीब रिक्शा वाला यानी मैं लखपति बन गया।’ नेटके मुंबई में बोरीवली में रहते हैं।
वह एक कमरे वाले चाल में अपनी मां, पत्नी और आठ साल के बेटे के साथ रहते हैं। उनकी मानें तो उस शो में मिली रकम से पहले के मुकाबले उनकी जिंदगी में खासा फर्क पड़ा है।
नेटके पर पहले से ही इलाज के खर्चों को मिलाकर 1.75 लाख रुपये तक का कर्ज हो गया था। स्थिति इतनी खराब हो गई कि वह बीमार भी पड़ गए और कुछ महीनों तक उनके घर में आय का कोई जरिया भी नहीं था।
उनके लिए वह बेहद दुखद क्षण था जब उनके जीवन के एकमात्र सहारे ऑटोरिक्शा पर एक पुरानी दीवार गिर गई और वह पूरी तरह बर्बाद हो गया।
वह कहते हैं, ‘मैं उस वक्त पूरी तरह हताश हो गया था और मैं बस जिंदगी में किसी चमत्कार पर ही स्थिति सुधरने की उम्मीद कर सकता था।’ नेटके की जिंदगी में यह चमत्कार हुआ पिछले साल यानी 2008 में। उन्हें आर.के. स्टूडियो में एक ऑडिशन के लिए बुलाया गया।
वह कहते हैं, ‘मेरी पत्नी पास के एक मंदिर में गई जबकि मेरी मां, बहन और उसके पति शो देखने के लिए आए।’ स्लमडॉग मिलिनॉयर के जमाल मलिक की तरह ही नेटके ने अपनी जिंदगी के दुख-दर्द को भूलकर हर सवाल का जवाब दिया।
वह उस पल को याद करते हुए कहते हैं, ‘जैसे-जैसे इनाम की रकम बढ़ती जा रही थी, वैसे ही मैं हिसाब लगाता जा रहा था कि इन पैसों से कितने कर्ज से मुक्ति पा सकूंगा।’ नेटके कहते हैं कि जब उन्होंने 40,000 रुपये जीते तो उन्हें अपनी मां को मुंबई से पुणे तक की हवाईयात्रा कराने का वादा याद आया।
एक लाख रुपये जीतने पर उन्हें पत्नी के गिरवी जेवरों की याद आई। नेटके बेहद सावधानी के साथ यह गेम खेल रहे थे। वे अपनी खुशी जाहिर नहीं होने दे रहे थे क्योंकि उन्हें लग रहा था कि वह अगर एक गलती करते हैं तो इनाम जीतने का मौका चूक सकते हैं।
उनका कहना है, ‘मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे परिवार के दुखों का अंत होने का समय अब आ गया है।’ जब उन्होंने 2 लाख रुपये जीत लिया तो उनकी आंखों में आंसू आ गए थे।
वह कहते हैं, ‘इनाम जीतने की वजह से मुझे अपने कर्ज से मुक्ति मिली और मुझे लगा कि मैं अब एक नई शुरुआत कर सकता हूं। यह मेरे लिए राहत पाने जैसा ही अहसास था।’
नेटके ने इस शो में कुल 10 लाख रुपये जीते। कुछ ऐसा ही एहसास आशुतोष ने भी किया। आशुतोष कौशिक भी एक रियलिटी शो के जाने पहचाने चेहरे हैं। कौशिक सहारनपुर में अपने खानदानी ढाबे के लिए काम करके थक चुके थे।
वह हंसते हुए कहते हैं, ‘मेरी मां हमेशा मुझे ताना देती रहती थी क्योंकि मैं कुछ बेहतर नहीं कर पा रहा था। लेकिन आज वह मुझ पर गर्व करती है।’ उसने एमटीवी के एक शो रोडिज में 2.5 लाख का एक इनाम जीता और साथ में एक महंगी बाइक भी।
कौशिक को सबसे बड़ी जीत तो तब हासिल हुई जब उन्होंने कलर्स के बेहद मशहूर शो बिग-बॉस में शिरकत की और एक करोड़ रुपए का इनाम जीता।
इस जीत से उन्हें इतना हौसला मिला कि उन्होंने मुंबई में ही रहने का इरादा कर लिया और मनोरंजन जगत में ही करियर बनाने का फैसला भी कर लिया।
वह कहते हैं, ‘जब आपके पास पर्याप्त पैसा होता है तो ही आपके पास समय होता है यह सोचने के लिए कि आप अपनी जिंदगी में आखिरकार करना क्या चाहते हैं।’ विपुला रैना भी इस बात पर अपनी सहमति जताती हैं।
यूं कहें कि केवल वही नहीं बल्कि उनके बच्चों को भी यह सोचने का मौका मिला कि वे अपनी जिंदगी में क्या करना चाहेंगे। अब रैना किसी दूसरी लॉटरी जीतने का इंतजार कर रही हैं। वह फिलहाल एनसीआर में अपने शानदार घर में रहती हैं।
उनका कहना है, ‘इनाम की यह राशि अब खत्म हो चुकी है।’ यह विडंबना है कि उनका घर अभी तक कर्ज से मुक्त नहीं हो पाया है। रैना मानव संसाधन प्रबंधन में विशेषज्ञ हैं। वह कहती हैं, ‘उन्हें टैक्स देने के बाद कुल 66 लाख रुपये मिले थे।’
रैना ने अपने पति के कारोबार के लिए 40 लाख रुपये और 20 लाख रुपये बच्चों और दूसरी मदों पर खर्च किए। रैना उच्च मध्यवर्गीय बिजनेस परिवार की हैं और उन्होंने बहुत सुख भरे दिनों के साथ बुरे वक्त का अनुभव भी किया है।
हबीब मीठीबोरवाला मुंबई के उभरते हुए अभिनेता हैं। उनका कहना है कि यह केवल इनाम जीतने तक की ही बात नहीं है।
वह कहते हैं, ‘स्लमडॉग मिलिनॉयर के अंतिम सीन में नायक जमाल मलिक का आत्मविश्वास बढ़ा जा रहा था। ठीक वैसे ही मैंने दस का दम शो के दौरान खुद महसूस किया था।’ हालांकि उन्होंने एक रुपया भी नहीं जीता, लेकिन वह खुद को विजेता से कम नहीं समझते।
वर्ष 2005 में मुंबई बाढ़ में वह बुरी तरह से घायल हो गए थे, फिर उनकी नौकरी चली गई। अब भी उन्हें चलने में थोड़ी परेशानी होती है लेकिन वह सलमान खान के साथ इस शो में उनके साथ डांस कर लेने को ही करोड़ो रुपये का इनाम मानते हैं।
अगर स्लमडॉग मिलिनॉयर की बात करें तो यह शो यह नहीं बताता कि उस शख्स का जीवन इनाम की राशि जीतने के बाद कैसे बदला। हमारे यहां के रियलिटी शोज के विजेता यह जरूर स्वीकार करते हैं कि पैसा अच्छे और बुरे हर वक्त में आपके जीवन को बदलता है।
कौन बनेगा करोड़पति के पहले विजेता हर्षवर्धन नवाठे को मीडिया की भूमिका पर ऐतराज है। शाहरुख खान के स्टार प्लस के एक शो ‘क्या आप पांचवी पांच से तेज हैं’ में प्राग्ज्योति ने 1 करोड़ रुपये का इनाम जीता। उनकी मां उन्हें फोन देने में कतराती हैं।
वह कहती है कि बड़ी रकम पाना कोई बड़ी बात नहीं है, उसे उस पल में खुशी मिली यही बहुत है। अब उसे अपनी जिंदगी में जो करना होगा, करेगी। इसी शो की दूसरी विजेता योगिता शेट्टी ने 20 लाख रुपये का इनाम जीता था। शेट्टी का कहना है कि प्राग्ज्योति 1 करोड़ का इनाम जीतकर नर्वस थी।
लेकिन कुछ लोगों के लिए यह आकर्षण भी बेमानी लगता है। बामन का कहना है, ‘शो के बाद कई सीनियर ने मुझे प्रमोशन देने और वेतन बढ़ाने का का वादा किया लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।’ रैना से भी कई लोग ऑटोग्राफ लेने लगते हैं और उनका पता पूछते हैं।
इन विजेताओं की यही राय है कि किसी जीत के बाद लोग विजेता के बारे में दूसरी तरह से सोचने लगते हैं। अहमदाबाद की एक फाइनेंशियल कंसल्टेंट शेट्टी का कहना है, ‘लोगों को लगता है कि मुझे अब काम करने की जरूरत ही नहीं। यह सच है कि मैं एक अच्छे घर की हूं लेकिन मैं हमेशा से ही काम करती थी।’
क्या आप पांचवी पास से तेज है, में शामिल हुए एक प्रतिभागी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उस शो में जाना उनकी बड़ी गलती थी क्योंकि उन्होंने कुछ भी नहीं जीता।उनका कहना है कि शो में आने के बाद ही उनकी बहुत सारी मुसीबतें बढ़ गईं और कई लोग उन्हें और उनके माता पिता को तंग करने लगे।
कहते हैं कि पैसा आपको जिंदगी के अच्छे और बुरे दोनों तरह के लम्हों से रूबरू करा सकता है। हमारे स्लमडॉग मिलिनॉयर की मानें तो उन्हें शो में शामिल होने और ज्यादा पैसे कमाने का अवसर बहुत सुनहरा लगाता है।
रैना कहती है कि इस शो के बाद उनका लालच थोड़ा बढ़ गया। नेटके भी रोडिज में शामिल होना चाहते हैं और इस दफा इनामी रकम से घर खरीदना चाहते हैं। वैसे डैनी बॉयले की बात करें तो वह पहले से ही विदेशों में सफल इस फिल्म का दूसरा भाग बनाने की योजना बना चुके हैं।