हिंदी मनोरंजन चैनल अब कमाई के दूसरे रास्ते तलाश रहे हैं। इसके लिए चैनल कंटेंट, विदेशों में सब्सक्रिप्शन, लाइसेंसिंग और मर्केंडाइजिंग (एलऐंडएम) जैसी चीजों पर ध्यान दे रहे हैं।
एनडीटीवी इमेजिन का होम वीडियो कारोबार दीपावली से पहले परवान चढ़ने लगेगा जब चैनल पर प्रसारित होने वाली रामायण की वीसीडी बाजार में आ जाएंगी। चैनल की योजना इस पौराणिक धारावाहिक को तीन से चार वीसीडी में लाने की है। इसी दौरान इमेजिन, सरोज खान के डांस शो ‘नच ले वे’ की भी वीसीडी बाजार में पेश करेगा।
आईएनएक्स मीडिया का एंटरटेनमेंट चैनल 9 एक्स फिलहाल अपने कार्यक्रमों के रिकॉर्ड्स तो बाजार में नहीं उतार रहा है लेकिन यह चैनल ब्रिटेन में स्काई प्लेटफॉर्म पर दिखने की तैयारी में जुटा है। इसी कड़ी में स्टार प्लस भी अपने, क्योंकि सास भी कभी बहू थी और कहानी घर-घर की जैसे लोकप्रिय सीरियलों के लाइसेंस अफगानिस्तान में बेच चुका है जबकि चैनल पहले ही मॉरिशस और इंडोनेशिया जैसे देशों में इस काम को अंजाम दे चुका है।
एनडीटीवी इमेजिन के कार्यकारी उपाध्यक्ष (व्यवसायिक परिचालन) गौरव गांधी, चैनलों द्वारा विज्ञापनों के अलावा अन्य तरीकों से आमदनी जुटाने की कोशिशों के पीछे लोगों की बदलती रुचि को वजह मानते हैं। गांधी कहते हैं, ‘उपभोक्ता, मोबाइल टीवी, इंटरनेट और दूसरे डिजिटल फॉर्मेट पर अधिक वक्त खर्च कर रहे हैं। साथ ही रिटेल गतिविधियों में भी उनकी रुचि बढ़ी है।’
पौराणिक धारावाहिक, चैनलों के लिए बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं। रामायण का ही उदाहरण लें, दक्षिण भारतीय भाषाओं में डब करने के बाद दक्षिण में भी यह खासी लोकप्रिय हुई। जबकि आमतौर पर इस तरह का इतिहास रहा है कि उत्तर भारत में पसंद किए जाने वाले कार्यक्रम दक्षिण में कम ही पसंद किए जाते हैं।
गांधी को उम्मीद है कि रामायण के जरिये होने वाली आय में 30 फीसदी हिस्सेदारी विज्ञापनों के बगैर होगी। सामाजिक तानेबाने पर बने कार्यक्रमों से केवल 9 से 10 फीसदी गैर विज्ञापन कमाई होने का अनुमान है। हालांकि, गांधी इस आंकड़े को और ऊपर ले जाना चाहते हैं। उनका मानना है कि गैर विज्ञापनों से होने वाली कमाई, कुल कमाई के 50 फीसदी के बराबर हो।
दूसरी ओर 9 एक्स दूसरी भाषाओं में अपने कार्यक्रमों को डब करके या फिर सब टाइटल देकर कमाई करने की जुगत भिड़ा रहा है। वहीं बीएजी नेटवर्क ने एक टीवी और फिल्म प्रोडक्शन हाउस, स्टूडियो 24 नाम से शुरू किया है। इसके जरिये बॉलीवुड वीडियो का बहुत बड़ा संग्रह किया जाएगा।
इस बाबत बीएजी नेटवर्क्स के मुख्य परिचालन अधिकारी आशीष कौल कहते हैं, ‘हम न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में बॉलीवुड न्यूज और फीचर मुहैया करा रहे हैं। ‘ इसके अलावा ये चैनल दुनिया भर में सब्सक्रिप्शन के जरिये होने वाली आमदनी पर भी नजरें गड़ाए हुए हैं। इन चैनलों को भी इस जरिये से बढ़िया आमदनी होने की उम्मीद है।
कुछ चैनल विदेशों से अपने परिचालन के जरिये 7.5 से 10 करोड़ डॉलर की कमाई कर चुके हैं। ब्रिटेन में 9 एक्स, स्काई की छतरी तले मौजूद है, जबकि स्टार के प्रमुख चैनलों की अमेरिका, पश्चिम एशिया, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में मौजूदगी है।
एनडीटीवी इमेजिन को भी नेपाल और फिजी में दिखाए जाने को लेकर बातचीत चल रही है। फिलहाल ब्रिटेन और पश्चिम एशिया में तो ये चैनल बेस पैक की वजह से मुफ्त में ही दिखाए जा रहे हैं। इस बाबत गांधी का कहना है, ‘अभी तो हम विज्ञापनों के जरिये ही कमाई कर रहे हैं लेकिन जल्द ही हमारा चैनल पे चैनल हो जाएगा।’ दरअसल विदेशों में चैनल लाइसेंसिंग और मर्केंडाइज के जरिये तगड़ी कमाई कर रहे हैं।
स्टार में एलऐंडएम की डिविजन हेड ननेट डी सा का कहना है, ‘भारत में अभी तक यह कारोबार शरुआती दौर में है। यह रेवेन्यू प्रोग्राम की बजाय ब्रांड प्रोग्राम अधिक नजर आता है। लेकिन कुछ समय बाद यह स्थिति बदल जाएगी।’ ऐसा भी माना जाता है कि एलऐंडएम कारोबार मजबूत रिटेल माहौल पर टिका होता है।
आईएनएक्स मीडिया के मुख्य रणनीतिक अधिकारी पीटर मुखर्जी कहते हैं, ‘वैश्विक स्तर पर टीवी शो एलऐंडएम के लिए विज्ञापनों से होने वाली आमदनी के बराबर ही पैसा कमा रहे हैं। हम उससे काफी पीछे हैं लेकिन हमने इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। ‘