भारतीय उपमहाद्वीप को लेकर ओबामा प्रशासन के रुख पर भारत में कुछ चिंता हो सकती है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खुद ही दोनों देशों के बीच नजदीकी सामरिक साझेदारी बनाने पर वचनबध्दता जताई है।
भारत के बारे में ओबामा कई बार यह कह चुके हैं कि वह भारत के जीवंत लोकतंत्र के भारी प्रशंसक हैं तथा दोनों देश स्वाभाविक मित्र हैं।
ओबामा ने ऐतिहासिक भारत अमेरिका परमाणु करार का समर्थन किया था, हालांकि शुरूआत में उन्होंने इस पर आपत्ति जताई थी।
भारत के लिए अत्यधिक चिंता का एक अहम मुद्दा आतंकवाद रहा है।
इस पर ओबामा ने कहा है कि भारत और अमेरिका दोनों ही, ‘विनाशकारी आतंकवादी हमलों के शिकार रहे हैं और अल-कायदा और उसके संचालनात्मक और विचारधारात्मक संबंधों के खिलाफ लड़ाई में कामयाबी में दोनों के साझा हित हैं।’
उन्होंने ने 26 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकी हमलों की कड़ी भर्त्सना की थी। उन्होंने कहा था,’मासूम नागरिकों पर हुए इन समन्वित हमलों ने आतंकवाद के गंभीर और फौरी खतरों को उजागर किया है।
अमेरिका को भारत एवं दुनिया के अन्य देशों के साथ हमारी भागीदारी को मजबूत करना चाहिए ताकि आतंकवादी नेटवर्कों को नष्ट किया जा सके।’ बहरहाल, ओबामा के सत्ता हस्तांतरण दल ने शुरूआत में कुछ विरोधाभासी संकेत दिए थे।
नई सरकार में विदेश मंत्री के लिए मनोनीत हिलेरी क्लिंटन ने जहां कहा था कि नया प्रशासन भारत के साथ राजनीतिक एवं आर्थिक संबंध बनाएगा वहीं निर्वाचित राष्ट्रपति ने स्वयं कश्मीर मुद्दे को अफगानिस्तान की समस्या से जोड़ा है।
इसी के साथ ओबामा ने आउटसोर्सिंग को हतोत्साहित करने के लिए कहा है। यदि इस बात को अमल में लाया जाता है तो इसका भारत पर विपरीत असर पड़ेगा।
आतंकवाद के खतरे से मुकाबला करने के मामले में ओबामा ने कहा कि वह नई भागीदारी के जरिए ऐसा करेगा और युध्द क्षेत्र में सेना को केवल स्पष्ट उद्देश्य के साथ भेजेंगे।
वाशिंगटन में ओबामा मीडिया की सबसे पसंदीदा शख्सियत बन गए हैं। उन पर आधारित दो पुस्तकें ‘ऑडेसिटी ऑफ होप’ तथा ‘ड्रीम्स फ्रॉम माई फादर’ बेस्ट सेलर बन गई हैं।
आउटसोर्सिंग पर ओबामा ने आश्वासन दिया है कि वह अमेरिका में रोजगार सृजन करने वाली कंपनियों को कर प्रोत्साहन की पेशकश जैसे कदम उठाएंगे। आउटसोर्सिंग एक ऐसा क्षेत्र है, जिसके साथ भारत के हित जुड़े हैं।
ओबामा ने कहा था कि अमेरिका, ‘अपनी अर्थव्यवस्था के इर्द-गिर्द दीवार नहीं खड़ा कर सकता और उसे खड़ा नहीं करना चाहिए।