मनीष रेड्डी कैलिफोर्निया में रहते हैं। कार को लेकर उनकी दीवानगी बहुत ज्यादा है। वह मिनी कूपर ड्राइव करते हैं।
उन्होंने अपनी पत्नी के लिए बीएमडब्ल्यू थ्री सीरिज के लिए गाड़ी खरीद ली है। वह खुद भी एक सुपरकार क्लब के सदस्य हैं। इस क्लब की वजह से ही वह सप्ताहांत में क्लासिक फेरारी और आधुनिक मेसराटिज जैसी गाड़ियां चलाने का शौक भी पूरा कर लेते हैं।
उन्हें जब किसी लंबी यात्रा के लिए जाना होता है तब वह बड़ी कार से सफर तय करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। दो महीने पहले एक अनोखी बात हुई।
उन्होंने अपने लिए एक जेनेसिस खरीदी। आप जरूर जानते होंगे कि जेनेसिस एक लक्जरी कार है। इस कार में किसी पुराने स्टीमर से भी ज्यादा आवाज होती है।
वी8 इंजन से इसके पिछले पहिए में पावर मिलता है। साथ ही इस कार में वारंटी भी है। अब आप समझ ही गए होंगे कि मनीष ने इस कार को लेने का फैसला क्यों लिया।
अब आप पूछेंगे कि जेनेसिस को किसने बनाया तो मैं आपको बता दूं कि हुंडई ने। फेरारी और हुंडई की बात यहीं खत्म करते हैं। मनीष के ड्राइविंग के अनुभव की तो दाद देनी चाहिए। मनीष बेहद शानदार फेरारी 355 को सप्ताहांत में चलाते हैं।
जब वह सोमवार को हुंडई को चलाते हैं तो उन्हें फेरारी और हुंडई में कोई ज्यादा फर्क नजर नहीं आता है। इसकी वजह बस यह है कि वह अपनी कार को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। अब बात करते हैं हुंडई की। कोरिया की इस कंपनी ने अपना एक लंबा सफर तय किया है।
इस बात का अंदाजा भारत में लॉन्च की गई हुंडई की नई कार आई-20 को देखकर हो जाता है। भारत में मारुति ने स्विफ्ट को जिस सेगमेंट में उतारा, उसी सेगमेंट में हुंडई ने आई-20 को उतारा है। इस सेगमेंट में अब तक सुजूकी स्विफ्ट ने ही बेहतर प्रदर्शन किया है।
वैसे हम आपको बता दें कि स्विफ्ट के पेट्रोल वर्जन को भी जबरदस्त रिस्पांस मिला था। मंदी के बावजूद भी इसके डीजल वर्जन की मांग बनी हुई है। देश में कुछ ऐसी ही मांग गेट्ज की भी बनी रही। हालांकि गेट्ज का डीजल वर्जन स्विफ्ट का दमदार मुकाबला करने में सक्षम नहीं हो पाया।
हुंडई की नई आई 20 कई तरह के बदलाव के साथ आई है। इसका डिजाइन भी कुछ स्विफ्ट की तरह ही किया गया है। इसका इंजन पूरा एल्युमीनियम का बना हुआ है। यह स्विफ्ट के मुकाबले सस्ती भी है।
जल्द ही इसका डीजल वर्जन भी लॉन्च होने वाला है जो स्विफ्ट डीजल को कड़ा मुकाबला दे सकता है। आप यूं कह सकते हैं कि आई-20 एक प्रीमियम हैचबैक कार है। यह कार शेव्रले यू-वीए से लेकर स्कोडा फेबिया तक को भी टक्कर दे सकती है।
कैसा है इसका डिजाइन
हुंडई की नई कार में बेहतर डिजाइनिंग की गई है। बिना संदेह के कहा जा सकता है कि यह कार सच में बहुत ही शानदार दिखती है। इसकी डिजाइनिंग जापान और यूरोप की सबसे बेहतरीन छोटी कार से काफी हद तक मिलती जुलती है।
इस कार का सामने वाला हिस्सा काफी सपाट सा है इसकी वजह से पैदल चलने वाले को किसी भी दुर्घटना से बचाती है। वैसे यह बेहद ही मॉडर्न लुक वाली कार है। इस कार की डिजाइनिंग ऐसी की गई है कि यह कार दिखने में बहुत हल्की लगे।
हालांकि इसकी सी-पिलर डिजाइनिंग से यह कार बेहद मजबूत दिखती है। डिजाइनिंग का यही थीम गाड़ी के पिछले हिस्से में भी बरकरार रखा गया है। एक नाटकीय अंदाज देने के लिए इस कार के पिछले दरवाजे में कई लेयर भी बनाए गए हैं।
सबसे दिलचस्प बात है इसका रेसिंग कार का लुक। इसी कोशिश की वजह से यह कार फॉर्मूला वन और एफ1 से प्रभावित मर्सिडीज बेंज एसएलके और मैकलारेन-मर्क की तर्ज पर बनी मालूम होती है।
आप यूं समझ सकते हैं कि आपको फार्मूला वन टीम की डिजाइन की हुई कार को खरीदने के लिए बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। यकीनन होंडा के मुकाबले हुंडई ने अपनी इस कोशिश में बाजी जरूर मार ली है।
कैसा है इंटीरियर डिजाइन
हुंडई ने नई कार के अंदरुनी हिस्से की डिजाइनिंग सोच-समझ कर की है। इसके डायल्स काफी बड़े और आसानी से पढ़े जा सकने वाले हैं। इसमें कई तरह के उपकरण भी लगाए गए हैं। इसके बेहतर डैशबोर्ड भी आप ध्यान आकर्षित करने लायक है।
इस कार की सीट, पैडल और स्टीयरिंग का ले आउट डिजाइन इतना जबरदस्त है कि आप ड्राइव करते वक्त बेहद सहज महसूस करेंगे। आजकल की मॉडर्न कार की तरह ही आई-20 में आईपॉड और यूएसबी की सुविधा है। इससे आप गाने डाउनलोड कर सकते हैं।
यकीनन इस कार की सीट इतनी आरामदायक है कि लंबे सफर के दौरान भी आपको कोई दिक्कत महसूस नहीं होगी। कार की पिछली सीट भी लगभग वैसी ही है। आप यह कह सकते हैं कि आराम के लिहाज से आई-20 वास्तव में बेहद उपयोगी कार साबित हो सकती है।
इसके दो रंगों वाले स्टियरिंग या कुछ और मामलों में होंडा सिटी और सिविक की नकल की गई है। इसे ड्राइव करते वक्त आप इस पर अपनी पूरी पकड़ बनाने जैसा एहसास पा सकते हैं।
हालांकि इसमें कुछ खामियां भी हैं।
इसके पिछली सीट के पास पैर रखने वाली जगह में आपको थोड़ी दिक्कत महसूस हो सकती है। इस कार में स्लोपिंग रुफ है और इससे जुड़ा हुआ काफी मोटा सी-पिलर जिसकी वजह से इसकी पिछली सीट पर बैठने वाले लोगों को थोड़ी दिक्कत महसूस हो सकती है। हालांकि यह उतना भी ज्यादा बुरा नहीं कहा जा सकता है।
कैसा है प्रदर्शन
आजकल मंदी का दौर चल रहा है ऐसे में लोग काफी किफायत करने की सोच रहे हैं। कार खरीदते वक्त लोग इस बात का ख्याल जरूर रखते हैं कि इसमें बहुत ज्यादा खर्च न हो। पहले हुंडई की कार में 1197 सीसी का इंजन लगा होता था।
लेकिन इस बार हुंडई की आई 20 में 1.2 कप्पा इंजन लगा हुआ है। इस कार की क्षमता 78.8 बीएचपी है। इस कार टॉर्क है 11.4 केजीएम।
आपको जानकर हैरान नहीं होना चाहिए कि यह 6.02 सेकंड में 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती है और 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पकड़ने के लिए 14.83 सेकंड का वक्त लगता है।
इससे आप आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि सुजूकी की छोटी ए-स्टार कार का प्रदर्शन आई 20 के मुकाबले काफी बेहतर होगा। हालांकि आई 20 भी 156 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है लेकिन इसमें आपको काफी दिक्कत महसूस होगी और इंजन पर भी दबाव सा महसूस होगा।
जहां तक ईंधन के खपत की बात है तो भीड़ भरे इलाके में भी कार की एसी ऑन रखने पर 11 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से चलती है।
आप यह मानने की भूल कभी न करें की कार चलाने वाले को इसे ड्राइव करने में बहुत मजा आएगा। कई बार इस कार का पावरट्रेन बहुत जबरदस्त क्षमता वाला नहीं जान पड़ता है।
इसका गियर रेशियो किसी भी विकसित देश के एक्सप्रेस वे के लिए बेहद माकूल जान पड़ता है। लेकिन यह दिल्ली के आईटीओ और मुंबई के वर्ली जैसे ट्रैफिक भरे इलाकों से गुजरने के लिए नहीं बेहतर साबित नहीं होगा।
अगर आई 20 का डीजल वर्जन आता है तो शायद इस कार के प्रदर्शन की इस कमी को जल्दी या देर से जरूर दूर कर सकता है।
लेकिन अगर आप अच्छी रफ्तार और जबरदस्त प्रदर्शन करने वाली कार के बजाय किफायती और बेहतर डिजाइन वाली कार चाहते हैं तब आपको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।
आई 20 इस मामले में आपके लिए बिल्कुल सही साबित होगी क्योंकि इसकी सारी मशीन एक सुपर हैचबैक कार से किसी भी तरह कम नहीं मालूम पड़ते।
कैसी है इसकी सवारी
दुनिया भर की छोटी हैचबैक कार और गेट्ज की तरह ही आई 20 कार के आगे वाले हिस्से में मैकफर्सन और पिछले हिस्से में टॉर्सन बीम रियर एक्सल लगा हुआ है। यह बहुत जबरदस्त तरीके से काम करते हैं, इससे कार की हैंडलिंग करते वक्त आत्मविश्वास भी आता है।
हालांकि कार को घुमाते वक्त आपको थोड़ी दिक्कत महसूस हो सकती है क्योंकि यह बहुत तेजी से नहीं मुड़ पाती है। आपको यह जरूर मानना पड़ेगा कि गेट्ज के मुकाबले इसकी सवारी करना बेहद अच्छा है।
खराब सड़कों पर भी इस कार को चलाने में परेशानी नहीं महसूस होती है। डिस्क ड्रम सेटअप के बावजूद भी इसके ब्रेक अच्छे हैं।
आपका फैसला
निश्चित तौर पर यह तो मानना ही पड़ेगा कि सभी खूबियों और कुछ खामियों के बावजूद आई 20 जैसी अच्छी कार एक बुरे वक्त में बाजार में आ रही है। हालांकि अगर इसकी क्षमता थोड़ी और ज्यादा होती और इसमें डीजल इंजन होता तो शायद इसे मुकाबला देने वाला कोई भी नहीं होता।
लेकिन अब भी यह तारीफ के काबिल है। इसकी वजह यह है कि यह दिखने में काफी खूबसूरत तो है ही साथ ही इसे काफी बेहतर तरीके से एक सोच के साथ बनाया गया है। इसके मिड लेवल के एस्टा मॉडल में दो एयरबैग हैं।
मैं इस कार की सिफारिश जरूर कर रहा हूं। वैसे इसका जो महंगा मॉडल है उसकी कीमत बहुत ज्यादा नहीं कही जा सकती है। आई 20 के महंगे मॉडल में बगल में एयरबैग होते हैं। यह बहुत अनूठा तो हैं ही साथ ही इसे चलाने में आपको बहुत ज्यादा खर्च भी नहीं करना पड़ेगा।
हालांकि मैं इस बात के लिए अब भी आश्वस्त नहीं हूं कि कैलिफोर्निया वासी जो जेनेसिस को चलाते हों, वे मेरी बात से अब तक सहमत होंगे या नहीं।