Skip to content
  शुक्रवार 24 मार्च 2023
Trending
March 24, 2023इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में और बढ़ेगा कर्नाटक का दबदबा, राज्य में तीसरे इलेक्ट्रॉनिक निर्माण क्लस्टर को मिली मंजूरीMarch 24, 2023डेट म्युचुअल फंडों पर टैक्स, दबाव में AMC के शेयरMarch 24, 2023साप्ताहिक मंथन : पूंजी पर करMarch 24, 2023गति श​क्ति को असरदार बनाने में निजी क्षेत्र हो सकता है मददगारMarch 24, 2023कर ढांचे में बदलाव से जीवन बीमा कंपनियों को राहतMarch 24, 2023वैश्विक उठापटक के बीच भारत सुरक्षित स्थिति मेंMarch 24, 2023NSE ने लेनदेन शुल्क में किया बदलाव; नकद इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव के लिए शुल्क में की बढ़ोतरी वापस लीMarch 24, 2023लंबी अव​धि की ​इ​क्विटी पर ध्यान दे रहे निवेशक: सीईओ, बंधन म्युचुअल फंडMarch 24, 2023गर्मी से बढ़ेगी AC की मांग, Hitachi India की नजर भारतीय बाजार में 20 फीसदी वृद्धि पर टिकीMarch 24, 2023सेबी बोर्ड नए ईएसजी ढांचे को देगा मंजूरी, 29 मार्च को होगी बैठक
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  लेख  नवंबर में देश में रोजगार के आंकड़े निराशाजनक
लेख

नवंबर में देश में रोजगार के आंकड़े निराशाजनक

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —December 9, 2021 11:37 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

इस साल नवंबर में रोजगार से जुड़े प्रमुख आंकड़े थोड़े उत्साहजनक हैं लेकिन इनके विवरण पर बारीकी से गौर करने पर निराशा होती है। बेरोजगारी की दर अक्टूबर के 7.8 प्रतिशत से घटकर नवंबर में 7 प्रतिशत रह गई, वहीं रोजगार की दर 37.28 प्रतिशत से मामूली रूप से बढ़कर 37.34 प्रतिशत हो गई। इससे रोजगार के मौके में 14 लाख की वृद्धि हुई और यह नवंबर 2021 में 40.08 करोड़ से बढ़कर 40.21 करोड़ तक हो गया।
पहली निराशा की बात यह है कि श्रम भागीदारी दर (एलपीआर) अक्टूबर के 40.41 फीसदी से कम होकर नवंबर में 40.15 प्रतिशत हो गई। एलपीआर में यह गिरावट लगातार दूसरे महीने हुई है। इस साल एलपीआर में संचयी रूप से अक्टूबर और नवंबर महीने के दौरान 0.51 प्रतिशत अंकों की गिरावट आई है। अगर हम लॉकडाउन के दौरान आर्थिक रूप से गिरावट वाले महीने को छोड़ दें तब भी अन्य महीनों के औसत बदलावों की तुलना में यह एक अहम गिरावट है। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर का असर खत्म होने के बाद अक्टूबर और नवंबर में गिरावट से पता चलता है कि एलपीआर में जून में कमी आने के बाद इसके 39.6 फीसदी के स्तर पर पहुंचने के बाद सुधार आया। कोविड-19 महामारी की पहली लहर में सुधार के बाद ऐसा ही हुआ था। कोविड-19 की पहली लहर से पहले एलपीआर लगभग 43 प्रतिशत से कम होकर करीब 36 फीसदी तक हो गई। इसमें 41 फीसदी तक का सुधार हुआ और इसके बाद इसकी रफ्तार कम हो गई। दूसरी लहर आने से पहले इसमें गिरावट आनी शुरू हो गई और श्रम भागीदारी दर 40 फीसदी से थोड़ा अधिक रहा और यह जून 2021 की तिमाही के दौरान कम हो गया। वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एलपीआर में सुधार हुआ और यह सितंबर 2021 तक 40.7 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई। लेकिन फिर यह अक्टूबर में  40.4 प्रतिशत के स्तर पर आ गया और इसके बाद नवंबर में यह 40.2 फीसदी के स्तर पर आ गया।
महामारी के दो झटकों की वजह से श्रम भागीदारी दर संरचनात्मक रूप से कम हो गई और गिरावट का रुख निचले स्तर पर भी जारी है। भारत के पास अब एक एलपीआर है जो महामारी के पहले के स्तर के 43 फीसदी की तुलना में 40 फीसदी के करीब है। भारत का एलपीआर वैश्विक स्तर से काफी कम है। विश्व बैंक के मुताबिक, 2020 में दुनिया के लिए आईएलओ मॉडल के अनुसार यह अनुमान 58.6 फीसदी के स्तर पर था। यही मॉडल भारत के एलपीआर को 46 फीसदी के स्तर पर रखता है। भारत एक बड़ा देश है और यहां श्रम भागीदारी दर कम होने से दुनिया में भी एलपीआर कम हो जाती है। अन्य देशों में विश्व औसत की तुलना में बहुत अधिक एलपीआर है। विश्व बैंक के आईएलओ मॉडल अनुमान के मुताबिक, एलपीआर के लिहाज से भारत के मुकाबले केवल 17 देशों की स्थिति ही खराब है।
इनमें से ज्यादातर जॉर्डन, यमन, इराक, ईरान, मिस्र, सीरिया और लेबनान जैसे पश्चिम एशियाई देश हैं और अल्जीरिया और सेनेगल जैसे देश भी हैं। इनमें से कुछ देशों में तेल की भरपूर मात्रा है और बाकी देश में दुर्भाग्यवश गृहयुद्ध जैसी स्थिति है। भारत के पास न तो तेल संपन्न देशों जैसे विशेषाधिकार हैं और न ही गृहयुद्ध जैसे हालात हैं जिनकी वजह से एलपीआर कम होगी। फिर भी, यहां श्रम भागीदारी दर के मोर्चे पर नुकसान है और यह दर इन देशों के जितनी ही कम है।
रोजगार की सीएमआईई की परिभाषा को देखते हुए और आईएलओ की अनुशंसा के लिहाज से एलपीआर की मुश्किलें अधिक हैं। इस परिभाषा से यह स्पष्ट होता है कि भारत में एलपीआर, अंतरराष्ट्रीय तुलना से कहीं ज्यादा खराब है। इसलिए यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की तुलना के मुकाबले अधिक चिंता का विषय है। इससे भी खराब बात यह है कि एलपीआर कम हो रहा है। अक्टूबर और नवंबर के डेटा से यह अंदाजा मिलता है कि हाल के झटके के बावजूद इसमें गिरावट जारी है जिसकी वजह से एलपीआर दर के प्रतिशत अंकों में कटौती हुई।
दूसरी निराशा नवंबर के आंकड़ों की वजह से हुई जो रोजगार के आंकड़ों के रुझान में संरचनात्मक नुकसान से संबंधित है। ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में रोजगार काफी तेजी से कम हो रहा है। नतीजतन शहरी रोजगार की हिस्सेदारी भी कम होती जा रही है। वर्ष 2016-17 से 2018-19 के दौरान शहरी रोजगार, भारत में कुल रोजगार का 32 प्रतिशत था। भारत में महामारी फैलने से ठीक पहले, वर्ष 2019-20 में, शहरी रोजगार का हिस्सा कम होकर 31.6 प्रतिशत तक हो गया। वर्ष 2020-21 में यह कम होकर 31.3 प्रतिशत तक हो गया। नवंबर 2021 में इसकी हिस्सेदारी कम होकर 31.2 फीसदी रह गई। वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में शहरी रोजगार की हिस्सेदारी घटकर 31 फीसदी रह गई थी। अक्टूबर में यह सुधार 31.5 प्रतिशत तक हो गया लेकिन नवंबर 2021 में यह दर घटकर 31.2 प्रतिशत रह गई है जो शहरी नौकरियों में लगातार कमी के संकेत दे रहा है।
शहरी नौकरियों में यकीनन बेहतर पगार मिलती है और संगठित क्षेत्रों में इसकी अधिक हिस्सेदारी है। इसमें कमी का अर्थ यह है कि भारत में नौकरियों की समग्र गुणवत्ता में गिरावट आएगी। नवंबर 2021 में भारत में 14 लाख अतिरिक्त नौकरियों का सृजन हुआ और शहरी क्षेत्रों में 9 लाख रोजगार के मौके कम हुए। इसकी भरपाई 23 लाख ग्रामीण नौकरियों में वृद्धि के जरिये की गई।
तीसरी निराशा की बात यह है कि नवंबर के रोजगार के आंकड़ों में वेतन वाली नौकरियों में कमी और उद्यमियों की संख्या में गिरावट आई है। वेतन वाली नौकरियों में 68 लाख की कमी आई जबकि उद्यमियों की तादाद में 35 लाख तक की कमी आई। इनकी भरपाई दिहाड़ी मजदूरों और छोटे कारोबारियों के लिए रोजगार में 1.12 करोड़ की वृद्धि के जरिये हुई। इसकी वजह से एक बार फिर रोजगार की गुणवत्ता में गिरावट आई। नवंबर 2021 में वेतनशुदा नौकरियां 7.72 करोड़ थीं जो नवंबर 2019 की तुलना में 9.7 प्रतिशत कम थीं। रोजगार के आंकड़ों में सभी निराशाओं के बीच एलपीआर में लगातार गिरावट को सबसे ज्यादा चिंताजनक माना जाना चाहिए।

आईएलओएलपीआरबेरोजगारी दरमहामारीरोजगारश्रम भागीदारी दर
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

साप्ताहिक मंथन : पूंजी पर कर

March 24, 2023 9:53 PM IST
आज का अखबार

गति श​क्ति को असरदार बनाने में निजी क्षेत्र हो सकता है मददगार

March 24, 2023 9:30 PM IST
आज का अखबार

वैश्विक उठापटक के बीच भारत सुरक्षित स्थिति में

March 24, 2023 9:22 PM IST
आज का अखबार

संतुलन बनाने का प्रयास

March 23, 2023 11:36 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

सीईपीए की समीक्षा करेंगे भारत और यूएई

March 24, 2023 9:28 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

भारतीय कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी होने पर ही लग सकेंगे चीन के कारखाने

March 23, 2023 9:46 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

‘हाइब्रिड’ वर्क कल्चर के बावजूद भारतीय प्रोफेशनल्स क्यों जाना चाहते हैं ऑफिस… LinkedIn के सर्वे में सामने आई ये बात

March 23, 2023 5:05 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

श्रीलंका ने बाजार में किल्लत दूर करने के लिए भारत से मंगवाए 20 लाख अंडे

March 23, 2023 5:03 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

US Federal Reserve ने पॉलिसी रेट 25 bps बढ़ाया, साल के अंत तक और बढ़ सकती हैं दरें

March 23, 2023 9:36 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

व्यापार बढ़ने के कारण उत्पादन आधारित उत्सर्जन में वृद्धि

March 22, 2023 11:35 PM IST

Trending Topics


  • Stocks To Watch
  • Share Market Today
  • Hindenburg | Jack Dorsey
  • DDMA | Mock Drill on Earthquake
  • Narendra Modi
  • Google Doodle
  • Corona Update
  • Rupee vs Dollar

सबकी नजर


इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में और बढ़ेगा कर्नाटक का दबदबा, राज्य में तीसरे इलेक्ट्रॉनिक निर्माण क्लस्टर को मिली मंजूरी

March 24, 2023 10:01 PM IST

डेट म्युचुअल फंडों पर टैक्स, दबाव में AMC के शेयर

March 24, 2023 9:56 PM IST

साप्ताहिक मंथन : पूंजी पर कर

March 24, 2023 9:53 PM IST

गति श​क्ति को असरदार बनाने में निजी क्षेत्र हो सकता है मददगार

March 24, 2023 9:30 PM IST

कर ढांचे में बदलाव से जीवन बीमा कंपनियों को राहत

March 24, 2023 9:26 PM IST

Latest News


  • इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में और बढ़ेगा कर्नाटक का दबदबा, राज्य में तीसरे इलेक्ट्रॉनिक निर्माण क्लस्टर को मिली मंजूरी
    by एजेंसियां
    March 24, 2023
  • डेट म्युचुअल फंडों पर टैक्स, दबाव में AMC के शेयर
    by अभिषेक कुमार
    March 24, 2023
  • साप्ताहिक मंथन : पूंजी पर कर
    by टी एन नाइनन
    March 24, 2023
  • गति श​क्ति को असरदार बनाने में निजी क्षेत्र हो सकता है मददगार
    by विनायक चटर्जी
    March 24, 2023
  • कर ढांचे में बदलाव से जीवन बीमा कंपनियों को राहत
    by सुब्रत पांडा
    March 24, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
57527.10 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स57527
-3980.69%
निफ्टी57527
-3980%
सीएनएक्स 50014279
-1250.87%
रुपया-डॉलर82.62
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
ITI97.8411.19
Cyient1001.556.36
Minda Corp210.854.93
Adani Green1030.004.84
GE Shipping Co623.903.94
Zydus Wellness1531.353.89
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
ITI98.2012.04
Cyient1001.206.05
Adani Green1029.354.78
GE Shipping Co624.453.87
Adani Transmissi1124.553.70
Zydus Wellness1524.553.64
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks To WatchShare Market TodayHindenburg | Jack DorseyDDMA | Mock Drill on EarthquakeNarendra ModiGoogle DoodleCorona UpdateRupee vs Dollar
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us