Skip to content
  बुधवार 22 मार्च 2023
Trending
March 21, 2023वैश्विक दूरसंचार निकाय में 6G पर चर्चा के लिए भारत की पहलMarch 21, 2023रणवीर और विराट की सबसे ज्यादा ब्रांड वैल्यूMarch 21, 2023मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद प्रक्रिया फिर शुरू, बेमौसम बारिश के चलते उठाया गया कदमMarch 21, 2023बिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश : ‘निवेश के लिए शीर्ष प्रदेशों में हो रही उत्तर प्रदेश की गिनती’March 21, 2023बिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश : दुरुस्त हैं सरकार की नीयत और नीतियांMarch 21, 2023अप्रैल-जनवरी के दौरान विदेश गया ज्यादा धन, टूटे रिकॉर्डMarch 21, 2023प्रवासी भारतीयों ने दोगुना जमा किया धन, 5 अरब डॉलर के पार पहुंची रकमMarch 21, 2023Earthquake in Delhi-NCR: दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके, घरों से बाहर निकले लोगMarch 21, 2023जनवरी में रिजर्व बैंक ने बेचे शुद्ध 38.4 करोड़ डॉलरMarch 21, 2023खुदरा महंगाई पर लागत में कमी का नहीं पड़ा कोई असर: RBI
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  लेख  4जी, 5जी और 6जी सबको चाहिए वायरलेस बैकहॉल
लेख

4जी, 5जी और 6जी सबको चाहिए वायरलेस बैकहॉल

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —December 7, 2021 11:30 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

हम अपने नेटवर्क को 4जी, 5जी या 6जी कहकर पुकारें, इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता। असली बात है उपयोगकर्ताओं को सेवा की आपूर्ति। एक बार संचार सुविधा होने के बाद किसी नेटवर्क की क्षमता जांचने के लिए उसकी गति, क्षमता और प्रतिक्रिया में होने वाली देरी जैसी बातों पर ध्यान दिया जाता है। यदि सरकार निष्पक्ष आकलन करे और व्यवस्थित हकीकत के करीब तथा चरणबद्ध नियोजन तथा क्रियान्वयन करे तो सुधार भी संभव है। इसकी शुरुआत हमारे नेटवर्क तथा सेवा आपूर्ति की शेष विश्व के साथ तुलना करके वास्तविक आकलन करने के साथ की जा सकती है। अगला कदम है नीतियां और नियमन बनाना ताकि उपलब्ध संसाधनों का सेवा आपूर्ति के लिए बेहतर इस्तेमाल किया जा सके।
दूरसंचार का एक पहलू जो उपयोगकर्ताओं के लिए स्वाभाविक नहीं है वह है परतदार तकनीकों की हकीकत जो उन्नत माहौल में भी मौजूद है। उदाहरण के लिए नॉर्वे जैसे बेहतरीन मोबाइल सेवाओं वाले देश ने 4जी नेटवर्क में निरंतर निवेश के साथ 50 एमबीपीएस से अधिक की औसत गति हासिल की है। 4जी ने उल्लेेखनीय उभार हासिल किया और 5जी नेटवक्र्स के अतिरिक्त वह कोर नेटवर्क मुहैया कराती है। 4जी नेटवर्क में प्रतिक्रिया में होने वाली देरी दो डिजिट मिलिसेकंड है और 6 गीगाहट्र्ज से नीचे के बैंड में उसकी गति तुलनात्मक रूप से 5जी के समान है। उच्च तीव्रता वाली 5जी तकनीक 4जी प्लेटफॉर्म पर भी तेज पहुंच उपलब्ध कराती है।
हकीकत में हमें आगे बढऩे के लिए तकनीकी मिश्रण पर काम करना चाहिए क्योंकि 4जी का विकास अगले एक दशक में भी जारी रहेगा। बहरहाल हमें ऐसी नीतियों की आवश्यकता है जो अच्छी गुणवत्ता वाला 4जी कवरेज सुनिश्चित करें। कम किफायती स्पेक्ट्रम इस्तेमाल के कारण 3जी को चलन से बाहर किया जा रहा है, ऐसे में 4जी या उससे आगे की तकनीक में पूरी तरह स्थानांतरित होने में वर्षों का समय लगेगा। उदाहरण के लिए यूरोप में चुनिंदा ऐप्लिकेशन के लिए 2जी तकनीक भी 2025 तक जारी रहेगी। वे कौन सी नीतियां हैं जो हमें बेहतर सेवाएं दिला सकती हैं? इसके लिए फरवरी में पेश संसदीय समिति की रिपोर्ट से शुरुआत करना बेहतर होगा जिसका शीर्षक था, ‘5जी के लिए भारत की तैयारी।’ उसका प्रमुख निष्कर्ष यह है कि जहां 59 देशों ने 5जी तकनीक लागू की है लेकिन सीमित पैमाने पर, भारत ने अब तक ऐसा नहीं किया है। गत जनवरी तक 5जी का कोई परीक्षण नहीं किया गया था, न ही कोई खास तैयारी थी।
जिन चुनौतियों को रेखांकित किया गया है वे इस प्रकार हैं: अपर्याप्त स्पेक्ट्रम यानी हर सेवा प्रदाता को केवल 50 मेगाहट्र्ज जो कि वैश्विक औसत का आधा है। 4 जी के लिए प्रति सेवा प्रदाता औसत स्पेक्ट्रम और कम है यानी वैश्विक औसत का एक तिहाई, स्पेक्ट्रम की बहुत अधिक कीमत, 5जी उपयोग के मामलों में अपर्याप्त विकास, फाइबर नेटवर्क की कम उपलब्धता और एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने की क्षमता मेंं कमी।
रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया कि फाइबर नेटवर्क का विकास करने के लिए भारी भरकम निवेश किया जाए और फिर निवेश तथा स्थानीय विनिर्माण जैसे पहलुओं में निवेश किया जाए।
फाइबर सबसे बेहतर संचार उपलब्ध कराते हैं। यह बहुत वांछित है लेकिन बहुत महंगा भी। टावरों तक फाइबर कनेक्शन को केवल तभी उचित ठहराया जाता है जब वे वित्तीय रूप से व्यवहार्य हों। दूसरा, 4जी, 5जी और 6जी के लिए बेतार तथा फाइबर लिंक की आवश्यकता होती है ताकि उपभोक्ताओं को नेटवर्क तथा वाई-फाई संपर्क मिल सके। सवाल यह है कि क्या वैकल्पिक तरीके अपनाने के बजाय पूरे या महत्त्वपूर्ण हिस्से में फाइबर संचार देने की बात हकीकत के करीब है?
दिलचस्प बात यह है कि जीएसएम एसोसिएशन ने फरवरी 2021 में इस विषय पर दो रिपोर्ट प्रकाशित कीं। पहली रिपोर्ट 40 देशों में बैकहॉल (किसी वस्तु को आपूर्ति मार्ग पर एक स्थान से उठाना और दूसरी जगह पहुंचाना) की स्थिति पर आधारित थी जिसका शीर्षक था ‘वायरलेस बैकहॉल इवॉल्युशन: डिलिवरिंग द नेक्स्ट जनरेशन कनेक्टिविटी।’ दूसरी रिपोर्ट स्पेक्ट्रम की आवश्यकता पर आधारित थी जिसका शीर्षक था, ‘स्पेक्ट्रम फॉर: वायरलेस बैकहॉल: जीएसएमए पब्लिक पॉलिसी पोजीशन।’
पहली रिपोर्ट बताती है कि 5जी के बढ़ते टै्रफिक और नेटवर्क क्षमताओं के लिए भारी भरकम बैकहाल क्षमता की आवश्यकता होगी। एक अनुमान के मुताबिक 2021 से 2027 के बीच वैश्विक बैकहॉल लिंक्स में वायरलेस लिंक्स की हिस्सेदारी 65 फीसदी होगी। अनुमान है कि इस अवधि में ई-बैंड यानी 70-80 गीगाहट्र्ज का वायरलेस बैकहॉल में दबदबा रहेगा। कई देश वी बैंड (60 गीगाहट्र्ज) का भी इस्तेमाल कर रहे हैं जिसे वाई-फाई के इस्तेमाल के लिए लाइसेंस रहित कर दिया गया है। जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देश जहां फाइबर अधिक है वहां भी ई और वी बैंड का इस्तेमाल बैकहॉल के लिए हो रहा है। क्या हमें ऐसा नहीं करना चाहिए?
भारत में अनेक शहरी और ग्रामीण इलाके ऐसे हैं जहां कई वजहों से फाइबर का इस्तेमाल व्यवहार्य नहीं है। वहां वायरलेस बैकहॉल मददगार हो सकता है। इस बीच वायरलेस वी और ई बैंड अब एक किमी से लेकर 3-4 किमी या उससे अधिक दूरी के लिए उचित विकल्प हैं।

सक्रिय नेटवर्क साझेदारी
दुनिया भर के नियामक इस बात पर विचार कर रहे हैं कि व्यापक कवरेज के लिए सक्रिय नेटवर्क साझेदारी का लाभ कैसे लिया जाए। ऐसा करके कवरेज तो बढ़ेगी ही साथ ही लागत में कमी आएगी। मैकिंजी की 2018 में आई रिपोर्ट के अनुसार नेटवर्क साझेदारी मोबाइल सेवाप्रदाताओं के लिए मानक मॉडल बन चुकी है। इससे कुल स्वामित्व लागत में करीब 30 फीसदी की कमी आई है। साथ ही गुणवत्ता भी सुधरी है।
ऐसे में जरूरत इस बात की है कि नीतियों का निर्माण तथा कानून तथा अन्य नियमन का निर्माण स्पेक्ट्रम तथा नेटवर्क साझेदारी के साथ किया जाए। उचित राजस्व साझेदारी के लिए भुगतान किया जाए तथा मुनाफे की सीमा तय हो। इसके अतिरिक्त राजस्व अथवा मुनाफे को इधर-उधर करने वालों पर जुर्माना लगाने की व्यवस्था हो।

4जी5जी6जीदूरसंचारनेटवर्कफाइबरवायरलेस बैकहॉलस्पेक्ट्रम
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

व्यापक साझेदारी

March 21, 2023 10:31 PM IST
आज का अखबार

चारे की समस्या का समाधान तो श्वेत क्रांति में नहीं आएगा व्यवधान

March 21, 2023 10:26 PM IST
आज का अखबार

भारत को निर्यात से मिलती राहत की गुंजाइश

March 21, 2023 10:19 PM IST
आज का अखबार

संक्रमण से बचाव

March 20, 2023 11:21 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

तेल की नई खोज के लिए न दें धनः गुटेरेस

March 20, 2023 11:36 PM IST
अन्य समाचार

आईटी वाली बात दोहरा सकती है चिकित्सा शिक्षा, विदेशी मुद्रा और रोजगार में भी होगा इजाफा

March 20, 2023 10:58 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

IPCC ने दी अंतिम चेतावनी, कहा- ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए लक्ष्य पर्याप्त नहीं

March 20, 2023 7:44 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

लगातार बढ़ रही AI की मांग, केवल भारत में 45,000 से ज्यादा नौकरियां: टीमलीज

March 20, 2023 6:38 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

रूस पहुंचे चीन के राष्ट्रपति, यूक्रेन के साथ युद्ध पर होगी शांतिवार्ता या बनेगी कोई और रणनीति!

March 20, 2023 6:23 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका में कुछ मार्गों पर अस्थायी तौर पर उड़ानें घटाएगी Air India: सीईओ विल्सन

March 20, 2023 4:35 PM IST

Trending Topics


  • Stocks To Watch
  • Share Market Today
  • Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Project
  • Windfall Tax | Crude Oil
  • Rupee vs Dollar
  • Nisha Desai | IDFC
  • बिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश Live Update
  • Amartya Sen

सबकी नजर


वैश्विक दूरसंचार निकाय में 6G पर चर्चा के लिए भारत की पहल

March 21, 2023 11:30 PM IST

रणवीर और विराट की सबसे ज्यादा ब्रांड वैल्यू

March 21, 2023 11:29 PM IST

मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद प्रक्रिया फिर शुरू, बेमौसम बारिश के चलते उठाया गया कदम

March 21, 2023 11:27 PM IST

बिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश : 'निवेश के लिए शीर्ष प्रदेशों में हो रही उत्तर प्रदेश की गिनती'

March 21, 2023 11:24 PM IST

बिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश : दुरुस्त हैं सरकार की नीयत और नीतियां

March 21, 2023 11:22 PM IST

Latest News


  • वैश्विक दूरसंचार निकाय में 6G पर चर्चा के लिए भारत की पहल
    by शुभायन चक्रवर्ती
    March 21, 2023
  • रणवीर और विराट की सबसे ज्यादा ब्रांड वैल्यू
    by शाइन जेकब
    March 21, 2023
  • मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद प्रक्रिया फिर शुरू, बेमौसम बारिश के चलते उठाया गया कदम
    by संजीब मुखर्जी
    March 21, 2023
  • बिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश : ‘निवेश के लिए शीर्ष प्रदेशों में हो रही उत्तर प्रदेश की गिनती’
    by बीएस संवाददाता
    March 21, 2023
  • बिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश : दुरुस्त हैं सरकार की नीयत और नीतियां
    by बीएस संवाददाता
    March 21, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
58074.68 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स58075
4460.77%
निफ्टी58075
4460%
सीएनएक्स 50014411
940.66%
रुपया-डॉलर82.53
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Saregama India344.857.56
Welspun India67.325.48
BASF India2369.105.22
S C I136.903.99
Guj. Ambuja Exp252.053.81
JK Lakshmi Cem.718.953.80
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
BASF India2369.955.27
CG Power & Indu.296.303.29
Aegis Logistics370.653.02
Birla Corpn.900.702.45
Apollo Tyres317.001.78
ACC1724.601.71
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks To WatchShare Market TodayMumbai-Ahmedabad Bullet Train ProjectWindfall Tax | Crude OilRupee vs DollarNisha Desai | IDFCबिज़नेस स्टैंडर्ड समृद्धि उत्तर प्रदेश Live UpdateAmartya Sen
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us