भारत में पर्यटन क्षेत्र बुलंदियों की ओर बढ़ रहा है और 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के मद्देनजर होटल उद्योग और पर्यटन उद्योग में भी गहमा-गहमी बढ़ रही है।
गौरतलब है कि सरकार ने भी इसे प्रोत्साहन देने के मद्देनजर ‘इनक्रेडिबल इंडिया’ के तहत अपना अभियान छेड़ा है। भारतीय होटल उद्योग की बड़ी कंपनियां मसलन इंडियन होटल कंपनी (ताज होटल ऐंड पैलेस) ईस्ट इंडिया होटल (ओबेरॉय) लीला ग्रुप और मौर्या शेरेटन राष्ट्रमंडल खेलों के मद्देनजर कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती।
इन कंपनियों ने अपनी तैयारी के तहत इस बात का पूरा ख्याल रखने की कोशिश की है कि ग्राहकों को पर्यटन के दौरान सफर का बेहतरीन अनुभव मिले। होटल उद्योग ने अब रियल एस्टेट कंपनियों के साथ हाथ मिलाकर होटल के लिए नए लोकेशन पर काम भी शुरू कर दिया है।
इस साल जुलाई में ताज ग्रुप ने टाटा कम्युनिकेशन के साथ मिलकर वीडियो कॉनफ्रेंसिंग की सुविधा मुहैया कराई है। गौरतलब है कि ताज ग्रुप ने पहले से ही वाई-फाई, आईपी टेलीफोनी, रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाइस (आरएफआईडी) की सुविधा दे रहा है। जहां तक वाई-फाई की सुविधा है यह बड़ी कंपनियों तक ही सीमित नहीं है।
कई तीन और चार सितारा होटल भी वाई-फाई सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। हैदराबाद में गोलकंडा होटल एक तीन सितारा होटल है इसने वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क (एलएएन)स्थापित किया है। हैदराबाद, विशाखापत्तनम और चेन्नई के होटल ग्रीन पार्क ने वाई-फाई इंटरनेट व्यवस्था को चालू किया है।
होटलों ने अब पहले की तरह कॉफी शॉप और बिजनेस सेंटर में परंपरागत टेली और वीडियो कॉन्फ्रेसिंग मुहैया करने के बजाए अब वाई-फाई सुविधाओं से लैस कमरे और लॉबी होंगे। इसके अलावा यूनिफाइड कम्यूनिकेशंस (यूसी)को भी अपनाया जा रहा है इस तकनीक के तहत लोगों की एक-दूसरे बातचीत में सहूलियत होती है।
भला हो यूसी तकनीक और वॉयस ओवर वायरलेस एलएएन हैंडसेट का जिनकी वजह से होटल के किसी कोने से स्टाफ अपने मेहमानों की जरूरत तत्काल पूरी कर देता है। इसके अलावा इन होटलों में एक रंगीन टचस्क्रीन वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल फोन (वीओआईपी)की सुविधा भी है जिसके जरिए जैसे ही मेहमान होटल के अपने कमरे में पहुंचते हैं तो यह फोन उनका स्वागत करता है।
इस फोन की एक खासियत यह भी है कि ज्योंही आप इसे टच करेंगे वैसे ही ‘हाउसकीपिंग’ स्टाफ आपकी सेवा में मौजूद होंगे। इसके अलावा हर एक कमरे से जुड़ा मिनी बार भी वीओआईपी नेटवर्क में शामिल होता है। इसके जरिए राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान होटलों में ज्यादा भीड़ के बावजूद काम आसानी से होगा।
यूसी सॉल्यूशंस की मदद से मौसम की जानकारी, सिटी टूर गाइड और टैक्सी बुकिंग की जानकारी भी पीसी, लैपटॉप और मोबाइल पर मिल जाएगी। इन होटलों में ऐसे स्मार्ट रुम होंगे जिसमें जाने के लिए किसी चाबी की जरूरत नहीं होगी। इन कमरों में ग्राहकों के पसंद के मुताबिक ही तापमान रख सकते हैं, इसके अलावा कमरे की लाईटिंग, खाना और टीवी विडियो की व्यवस्था भी इनके मुताबिक हो सकती है।
वर्ष 2008 के फ्रॉस्ट एंड सुलीवन रिपोर्ट का अनुमान है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में (जापान को छोड़कर) वर्ष 2007 में टेलीफोनी सॉल्यूशंस की बिक्री पर्यटन और होटल उद्योग में लगभग 850 करोड़ रुपये थी और इसमें 2008 से 2014 तक 9.4 फीसदी की दर से वार्षिक बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
इंडस्ट्री सॉल्यूशंस अवाया के निदेशक रितेश जायसवाल का कहना है, ‘होटल अपने संचार उद्यमों पर ज्यादा ध्यान दे रही है और उसमें निवेश भी कर रही है ताकि मुनाफा बढ़ सके।’