शुक्रवार को निफ्टी निचले स्तरों से इस उम्मीद में पलट गया कि रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति में कुछ और उदारता बरतेगा, इसके अलावा विदेशी फंडों की खरीद ने भी बाजार को कुछ संभाला।
निफ्टी में दूसरे दिन भी लगातार दोजी पैटर्न बना जो संकेत है कि 2800 के स्तर पर इसमें अनिश्चितता है। टेक्नीकली दोजी पैटर्न तभी बनता है जब बेंचमार्क सूचकांक एक ही स्तर पर खुलता है और बंद होता है। निफ्टी शुक्रवार को 2807.35 के स्तर पर खुला और 2807.05 के स्तर पर बंद हुआ।
बीएसई सेंसेक्स और एस ऐंड पी सीएनएक्स निफ्टी पिछले कुछ दिनों में काफी तेजी से चढ़ा है लेकिन यह 90002800 के स्तर से ऊपर टिक नहीं पाया है। बाजार को ऊपर जाने के लिए सूचकांकों को अच्छे वॉल्यूम के साथ इस स्तर से ऊपर बंद होना काफा अहम होगा।
2800 के कॉल और पुट में पिछले तीन दिनों से ओपन इंटरेस्ट बढ़ रहा है जो संकेत है कि निफ्टी एक्सपायरी पर 2800 के आसपास बंद होगा। निफ्टी मार्च वायदा स्पॉट की तुलना में पांच अंक के डिस्काउंट पर बंद हुआ और इसके ओपन इंटरेस्ट में 15.4 लाख शेयरों की गिरावट रही जो निचले स्तरों पर शार्ट कवरिंग और ऊपर के स्तरों पर मुनाफावसूली का संकेत है।
पिछले पांच दिनों में विदेशी संस्थाओं की शार्ट पोजीशन अनवाइंडिंग से करीब 42 लाख शेयरों का ओपन इंटरेस्ट घट चुका है। अप्रैल वायदा में भी स्पॉट और मार्च वायदा की तुलना में डिस्काउंट बना हुआ है और पिछले पांच दिनों में इसमें 85 लाख का ओपन इंटरेस्ट बढ़ा है।
यह संकेत है कि कारोबारी जो उम्मीद कर रहे हैं कि सूचकांक ऊपर जाएगा उन्होने पोजीशन एक्सपायरी से काफी पहले ही रोलओवर की है क्योंकि अप्रैल वायदा खासे डिस्काउंट पर मिल रहा है।
अब भी 2800 के कॉल ऑप्शन में ओपन इंटरेस्ट सबसे ज्यादा है जबकि 2700 के कॉल ऑप्शंस में अनवाइंडिंग रही है। इससे साफ है कि बाजार में कोई दिशा नहीं दिख रही है और इंप्लाइड वोलाटैलिटी काफी कम है। फिलहाल ऑप्शन बेचने का कोई औचित्य नहीं है और वायदा की जगह ऑप्शंस की खरीद की जा सकती है।
