दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के सतर्क रुख और ओमीक्रोन के प्रसार की चिंता के बीच बेंचमार्क सूचकांकों में आज तेज गिरावट आई। सेंसेक्स 889 अंक लुढ़ककर 57,011 पर बंद हुआ। 6 दिसंबर के बाद सेंसेक्स में यह एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। निफ्टी भी 263 अंक फिसलकर 16,985 पर बंद हुआ। दस दिन के बाद निफ्टी फिर 17 हजार के नीचे चला गया।
बैंक ऑफ इंगलैंड ने मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिए गुरुवार को ब्याज दर में इजाफा कर दिया। हाल में ब्याज दर बढ़ाने वाला यह पहला केंद्रीय बैंक है। बैंक ऑफ इंगलैंड के गवर्नर ने कहा कि मुद्रास्फीति में आगे चौंकाने वाली तेजी की आशंका है। बीते बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कहा था कि वह मासिक बॉन्ड खरीद दोगुनी रफ्तार से घटाएगा। फेडरल रिजर्व 2022 की शुरुआत में ही बॉन्ड खरीद कार्यक्रम बंद करने की योजना बना रहा है, जबकि पहले 2022 के मध्य तक ऐसा करने की योजना थी। फेडरल रिजर्व ने उम्मीद से जल्दी ब्याज दरें बढ़ाने के भी संकेत दिए हैं। विश्लेषकों का कहना है कि केंद्रीय बैंकों की प्राथमिकता मुद्रास्फीति को काबू में करने की है और इसके लिए नरम मौद्रिक नीति को सहारा देना बंद किया जा रहा है। केंद्रीय बैंकों के इस कदम से शेयर बाजार पर प्रतिकूल असर पड़ेगा, जो मार्च के निचले स्तर से करीब दोगुना चढ़ चुका है।
अल्फानीति फिनटेक के संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘केंद्रीय बैंक कह रहे हैं कि मुद्रास्फीति थोड़े समय के लिए है। लेकिन शायद यह बनीरहेगी। बाजार नीतियों को सख्त बनाने और दरों में समय से पहले वृद्घि की उम्मीद नहीं कर रहा था। भारत में थोक मुद्रास्फीति उच्चतम स्तर पर है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक कभी भी दर बढ़ाना शुरू कर सकता है। इस बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं और खुदरा निवेशकों की लिवाली से ही बाजार को थोड़ा सहारा मिल रहा है। लेकिन खुदरा निवेशकों का सहारा लंबे समय तक मिलने में संदेह है।’
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड ने कहा कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति पर अपने रुख को बदलते हुए नीतियों को सख्त कर सकता है।
इस बीच, कोविड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ब्रिटेन में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड मामले आए हैं। दक्षिण कोरिया ने कोविड संबंधी सख्ती में दी गई ढील वापस ले ली है। इस हफ्ते की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगाह किया था कि मौजूदा कोविड टीके का ओमीक्रोन संक्रमण पर शायद कम असर होगा। दिल्ली में 10 नए मामले मिलने से देश भर में ओमीक्रोन संक्रमितों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में रिटेल शोध प्रमुख सिद्घार्थ खेमका ने कहा, ‘बाजार में कुल मिलाकर उच्चतम स्तर पर बिकवाली का दबाव दिख रहा है।’
