लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने इस तेजी के दौर में मजबूत प्रदर्शन किया है। पिछले 12 महीने में निफ्टी 44 प्रतिशत तक चढ़ा और जनवरी से इसमें 19 प्रतिशत तथा पिछले तीन महीनों में 9 प्रतिशत तक की तेजी आई है। वहीं इसकी तुलना में, एलऐंडटी ने 12 महीने में 65 प्रतिशत, इस साल अब (वाईटीडी आधार पर) तक 26.5 प्रतिशत, और 3 महीने में 11 प्रतिशत का प्रतिफल दिया है।
कई कारोबारी इसे एक महत्वपूर्ण गति वाला कारोबार समझेंगे। लेकिन यह मानने के बुनियादी कारण भी है कि शेयर आगे अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। यूनियन बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर से कंपनी के इंजीनियरिंग और निर्माण (ईऐंडसी) व्यवसाय को फायदा होने की संभावना है। वहीं जीडीपी वृद्घि दर में किसी तरह के सुधार से भी कंपनी की राजस्व वृद्घि में काफी हद तक तेजी आ सकती है।
कंपनी ने कर्ज घटाने, परिसंपत्तियों की बिक्री करने और बैलेंस शीट पर तरलता सुधारने की दिशा में अच्छा कार्य किया है। वह इंजीनियरिंग व्यवसाय से शानदार मुक्त नकदी प्रवाह लगातार आकर्षित कर सकती है। इसके अलावा, मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज की एक ताजा रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि अर्थव्यवस्था के सामान्य होने पर बाजार में संभावित ऑर्डर प्रवाह को कम करके आंका जा सकता है। इसके अलावा हैदराबाद मेट्रो जैसे अन्य परिसंपत्ति बिक्री पर भी अमल हो सकता है।
दूसरी लहर से कई ठेके रद्द हुए। इसका स्पष्ट असर तब दिखेगा जब हम वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही की तुलना वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही से करें। 29,982 करोड़ रुपये का समेकित राजस्व वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के 49,116 करोड़ रुपये और पहली तिमाही के 22,037 करोड़ रुपये से कम था। एबिटा 3,819.5 करोड़ रुपये रहा, जो चौथी तिमाही में 7,417 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में 2,397.9 करोड़ रुपये था। वहीं वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में शुद्घ लाभ 1,531.6 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में 3,820.2 करोड़ रुपये और पहली तिमाही में 536.9 करोड़ रुपये था।
सेगमेंट आधार पर, सिर्फ आईटी और प्रौद्योगिकी सेवाओं के खंड ने दूसरी लहर की वजह से तिमाही आधार पर बेहतर प्रदर्शन किया। ऑर्डर बुक 3.24 लाख करोड़ रुपये पर रही, जबकि पिछले साल यह 3.05 लाख करोड़ रुपये थी। प्रमुख एबिटा मार्जिन करीब 11 प्रतिशत पर है। कम ब्याज दरों से खासकर वित्तीय लीजिंग और सेवा खंड में अच्छी बचत को बढ़ावा मिल सकता है। मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज का अनुमान है कि मुख्य ईऐंडसी खंड 2 अरब डॉलर (करीब 15,000 करोड़ रुपये) का सालाना मुक्त नकदी प्रवाह तक हासिल करेगा। सड़क क्षेत्र से बाहर निकलने से कंपनी को बैलेंस शीट में तरलता सुधारने में मदद मिल सकती है।
हम अगले दो वर्षों के दौरान ऑर्डर प्रवाह में सुधार और मजबूत कार्यशील पूंजी चक्र की उम्मीद कर सकते हैं। एलऐंडटी के लिए पूंजीगत खर्च जरूरत अपेक्षाकृत कम है, और मुक्त नकदी प्रवाह सृजन की वजह से शेयरधारकों को ज्यादा भुगतान किया जा सकता है।
अपनी कई सूचीबद्घ सहायक इकाइयों के मूल्यांकन के आधार पर कुल मूल्यांकन करीब 1,950 रुपये है। यह शेयर इस स्तर से नीचे कारोबार कर रहा है, इसलिए इसमें उस आधार पर 15-20 प्रतिशत की तेजी आ सकती है। तीसरी लहर के खतरे के अलावा शेयर के लिए कुछ गिरावट के जोखिम भी हैं। वहीं तेजी में मजबूत निजी क्षेत्र के पूंजीगत खर्च रुझान के साथ साथ सरकार से लगातार ऑर्डर प्रवाह को शामिल किया जा सकता है।