राकेश झुनझुनवाला प्रवर्तित स्टार हेल्थ ऐंड अलायड इंश्योरेंस कंपनी का शेयर शुक्रवार को सूचीबद्धता के दिन इश्यू प्राइस से ऊपर बंद हुआ। इस महीने कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को मिली सुस्त प्रतिक्रिया के बावजूद ऐसा देखने को मिला, जिसकी वजह से कंपनी को अपना आईपीओ आकार 7,250 करोड़ रुपये से घटाकर 6,400 करोड़ रुपये करना पड़ा था। स्टार हेल्थ देश की पहली व सबसे बड़ी एकल स्वास्थ्य बीमा कंपनी है। कंपनी का शेयर इश्यू प्राइस 900 रुपये के मुकाबले 7 रुपये की बढ़त के साथ 907 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर बीएसई पर कारोबार के दौरान 940 रुपये के उच्चस्तर और 827.5 रुपये के निचले स्तर को छुआ।
इस आईपीओ को महज 79 फीसदी आवेदन मिले थे। इस वजह से अपना हिस्सा बेच रहे शेयरधारकों को कम हिस्सेदारी बेचने को बाध्य होना पड़ा था।
इस आईपीओ में 90 फीसदी संस्थागत निवेशक विदेशी थे। म्युचुअल फंडों ने इस आईपीओ में एक भी शेयर के लिए बोली नहीं लगाई। विश्लेषकों ने कहा कि समकक्ष सूचीबद्ध कंपनियों के मुकाबले महंगे मूल्यांकन और महामारी के बाद बीमा क्लेम में बढ़ोतरी इस आईपीओ में निवेशकों की सुस्त प्रतिक्रिया की मुख्य वजह रही। स्टार हेल्थ का प्राइस टु बुक 10 गुना है। निजी क्षेत्र की आईसीआईसीआई लोम्बार्ड 8.25 गुने पीबी पर कारोबार कर रही है।
विश्लेषकों ने कहा, इसके अलावा ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के कारण अगले वित्त वर्ष में कंपनी का नुकसान बढ़ सकता है।
पेटीएम और स्टार हेल्थ के आईपीओ को लेकर सुस्त प्रतिक्रिया उच्च मूल्यांकन के साथ नुकसान उठाने वाली कंपनियों को लेकर घटते उत्साह का संकेत देता है। फार्मेसी शृंखला मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज को अपना आईपीओ आकार घटाना पड़ा है, जो अगले हफ्ते खुलने वाला है।
स्टार हेल्थ के आईपीओ में 2,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए और 11 इकाइयों ने अपनी हिस्सेदारी बेची, जिसमें सेफक्रॉप इन्वेस्टमेंट्स इंडिया, एपिस ग्रोथ, यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रे डेम और मियो स्टार शामिल हैं। झुनझुनवाला ने अपनी हिस्सेदारी आईपीओ में नहींं बेची। कंपनी में उनकी हिस्सेदारी की कीमत 7,500 करोड़ रुपये है, जो स्टार हेल्थ को उनके पोर्टफोलियो में टाइटन के बाद दूसरे स्थान पर खड़ी करता है।
श्रीराम प्रॉपर्टीज के आईपीओ को 4.6 गुना बोली
श्रीराम प्रॉपर्टीज के आईपीओ को कुल मिलाकर 4.6 गुना आवेदन हासिल हुए। संस्थागत श्रेणी में 1.85 गुना, एचएनआई श्रेणी में 4.82 गुना और खुदरा निवेशकों की श्रेणी में 12.7 गुना आवेदन मिले जबकि कर्मचारियों के लिए आरक्षित श्रेणी में 1.25 गुना बोली मिली। कंपनी ने आईपीओ का कीमत दायरा 113 से 118 रुपये प्रति शेयर तय किया था। इस आईपीओ में 250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो रहे हैं जबकि 350 करोड़ रुपये का ओएफएस है। आईपीओ के जरिए कंपनी करीब 2,000 करोड़ रुपये का मूल्यांकन चाह रही है। नए शेयर के जरिए कंपनी को मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी व उसकी सहायकों के कर्ज भुगतान आदि में किया जाएगा। बीएस