महिंद्रा सस्टेन ने 2,371 करोड़ रुपये (30 करोड़ डॉलर) के इक्विटी मूल्य पर अपनी 30 फीसदी हिस्सेदारी ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड को बेच दी है। ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड के साथ मिलकर महिंद्रा समूह महिंद्रा सस्टेन में 9.99 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी 31 मई 2023 तक बेचने की संभावनाएं भी तलाशेगा।
अक्षय ऊर्जा परिसंपत्तियों को सूचीबद्ध कराने के लिए प्रस्तावित निवेश के तहत एक बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट) स्थापित करने की भी बात कही गई है। कंपनी ने 2024 तक इनविट स्थापित होने की उम्मीद जताई है।
महिंद्रा सस्टेन महिंद्रा समूह की अक्षय ऊर्जा कंपनी है। वह 1.5 गीगावॉट क्षमता के साथ एक स्वतंत्र बिजली उत्पादक कंपनी है। इसके अलावा कंपनी इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण (ईपीसी) कारोबार भी करती है। कंपनी की निर्माण क्षमता 4 गीगावॉट है।
महिंद्रा समूह ने 2020 में अपनी 10 कंपनियों को सूचीबद्ध कराने का निर्णय लिया था ताकि शेयरधारकों के लिए मूल्य का खुलासा हो सके। उसके बाद कंपनी ने यह पहल की है। इसमें मोबिलिटी, स्वच्छ ऊर्जा, ग्रामीण, वित्तीय सेवाएं, बुनियादी ढांचा, प्रौद्योगिकी आदि शामिल हैं।
कंपनी ने अपने एक सार्वजनिक बयान में कहा है कि महिंद्रा समूह इन फंडों को अगले सात साल के दौरान अपने कारोबार एवं इनविट में निवेश करेगी। इसमें 1,750 करोड़ रुपये (22 करोड़ डॉलर) का निवेश भी शामिल है। कंपनी ने कहा, ‘समान अवधि के दौरान ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड ने अगले सात साल के दौरान इनविटऔर इस कारोबार में 3,550 करोड़ रुपये (45 करोड़ डॉलर) के अतिरिक्त निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई है।’
कंपनी ने कहा, ‘प्रस्तावित लेनदेन के तहत 575 करोड़ रुपये (7.3 करोड़ डॉलर) के शेयरधारक ऋण की अदायगी भी की जाएगी। ये ऋण महिंद्रा सस्टेन के लिए महिंद्रा समूह द्वारा लिए गए थे।’ इस लेनदेन के तहत महिंद्रा समूह को करीब 1,300 करोड़ रुपये (16.5 करोड़ डॉलर) प्राप्त होंगे। प्रस्तावित इनविट में शुरुआती तौर पर महिंद्रा सस्टेन द्वारा दी जाने वाली नवीकरणीय बिजली परिसंपत्तियां होंगी जिनकी परिचालन क्षमता करीब 1.54 जीडब्ल्यूपी होगी।
कंपनी ने कहा, ‘इस लेनदेन से महिंद्रा सस्टेन एक दमदार अक्षय ऊर्जा कारोबार खड़ा करेगी जो सौर ऊर्जा, हाइब्रिड ऊर्जा, एकीकृत ऊर्जा भंडारण और राउंड द क्लॉक (आरटीसी) अक्षय ऊर्जा संयंत्रों पर केंद्रित करेगा।’
महिंदा सस्टेन के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी दीपक ठाकुर ने कहा, ‘यह प्लेटफॉर्म विकास संबंधसी हमारे अनुभव और भारत के अक्षय ऊर्जा बाजार के हमारे समृद्ध ज्ञान का फायदा उठाएगा। वैश्विक स्तर पर निष्पादित अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में हमारी इनहाउस ईपीसी क्षमता से महिंद्रा सस्टेन इंजीनियरों की दक्षता और इससे बेहतर प्रदर्शन करने वाली परिसंपत्तियां सुनिश्चित होती हैं।’
महिंद्रा समूह के कार्यकारी उपाध्यक्ष (साझेदारी एवं गठजोड़) और समूह कार्यकारी बोर्ड के सदस्य पुनीत रंजन ने कहा, ‘महिंद्रा समूह का लक्ष्य- प्लैनेट पॉजिटिव बाय 2040- है और रोगियों की लगातार बढ़ती संख्या, हमारे जलवायु कारोबार में दीर्घकालिक पूंजी एक अग्रणी वैश्विक ईएसजी कंपनी बनने की हमारी प्रतिबद्धता को प्रमाणित करती है।’
ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड 242.5 अरब डॉलर की शुद्ध परिसंपत्तियों के साथ एक वैश्विक निवेशक है। दुनिया के 50 देशों में उसका निवेश है।
